निगाहों ने निगाहों को पैगाम दे दिया
अपनी चाहत का आगाज कर दिया ।
वो दिलनशीं निगाहों से हमारे दिल में बसते चले गए
हम उनके ख्वाबों खयालों में सिमट के चले गए ।
दिल का करार ,रात की नींद, चैन सब खोते चले गए हम
ना चाहते हुए भी हर पल उनके ही ख्यालों में खोए - खोए से रहते हैं हम ।
जीवन के पथ में वो हमनवां बनकर इस तरह से मिले
दिल के फूल खिलते से चले गए।
बिन बोले आंखों ने आंखों से इशारा किया
हम नादान चुपचाप दिल दे बैठे।
चांद के दीदार में अब उनका ही
दीदार ए यार होता है
उनके बिना अब न दिल को चैन
न एक पल का आराम होता है ।
उनकी प्यार की खुशबू के झोंकों में
हर पल अब उनकी यादों का पैगाम होता है
हम तो हो गए हैं अब उनके ही प्यार के परवाने
हम तो गये हैं अब उनके नाम के ही दीवाने, पागल ।
धन्यवाद🙏