तुम्हें खोकर मुझमें क्या बाकी है
तेरे बिन कैसे जी पाऊँगी मैं
दिल का एक टुकड़ा भी न बाकी है
तेरे बिन लगता नहीं मन कहीं इक पल
भी रे साथी
तुझे भुला न पाऊँगी रे साकी
तुझ बिन मुझमें क्या बाकी है
बस इतना बता दे, जीने की राह दिखाने
तुझ बिन कैसे रह पाऊँगी मैं
तुम क्यों चुप हो, क्यूँ मौन हो
तुम याद हर पल बहुत आओगे
हर लम्हा मुझे सताओगे
तुम्हारी यादें मेरे जीने का सहारा हैं
हर पल साथ मेरे तुम्हारा साया है ।
धन्यवाद 🙏