तेरा साथ न मिला जिदंगी में जैसे खुशियाँ ही रूठ गयी मुझसे।
तुम दूर क्या गयी जैसे मेरी जिंदगी ही रूठ गयी
मुझसे।
हमेशा हर पल साथ में रहने वाली, गमों के सागर में डुबो गयी मुझे
खुद हमेशा के लिए चैन की नींद सो गयी तुम।
सुकून से कैसे रहूँ तेरे बिना, तूने तो मुझे बेसहारा ही कर दिया।
मेरा साथ ही छोड़ दिया, दर्द ही दर्द दे दिया मुझे
तेरे लिए रो रहे हैं, तुम्हारी यादों के सहारे जी रहे हैं।
तुम पर था भरोसा, मगर वक्त ने ढाया जो सितम
जुदा हो गये हम-तुम ।
आंखे भी थक गयीं तेरे इंतजार में, छोड़ दिया इंतजार।
रात - दिन गुजर रहे हैं जैसे -तैसे, वैसे ही ये
जिंदगी भी गुजर जायेगी तेरे बिना।
धन्यवाद🙏