बातें बन गई दास्ताँ मेरी
जिंदगी जी रही हूं तेरी यादों के सहारे
अपनी यादों से तुम हर पल मेरे संग
मेरे दिल❤ के बहुत करीब हो
कभी खुशी के पल बन तो
अभी आंखों में आंसू बन
जिंदगी में कोई अपना ना हुआ
जो थे अपने सब छोड़ चले
जिंदगी में बेगाना बन
दिल की हसरतें, आरजू
सब बिखरते चले गए
जीने की ख्वाहिश भी खत्म होती गई
मगर मौत तो एक महबूबा है जिसका हर पल
सिर्फ इंतजार कर सकते हैं
जिसका ना कोई समय है, न दिन☀
जिसका आना तो निश्चित पर कब आएगी
यह बिल्कुल अनिश्चित है।
धन्यवाद🙏🏼