हवा का रुख बदल सा गया है
गर्म हो गए हैं सबके मिंजाज ।
अब कोई फर्क नहीं पड़ता
जिंदगी में कोई रहे ना रहे ।
अकेले ही जीने की चाहत हो गयी,
अब तो तेरे बिना जीने की आदत सी हो गई ।
ये हालात ,ये वक्त ये ,नसीब सब कुछ तो मेरे खिलाफ से हो गए हैं।
दर्द बढ़ा, बढ़ता ही गया अब तो सहने की आदत सी हो गई ।
कभी तेरे साथ जीवन का हर पल खुशगवार था
अब तो गमगीन से माहौल में रहने की आदत सी हो गई।
जिंदगी उदास है तेरे बिना ,अब तो उदास रहने की आदत सी हो गई ।
कभी तेरा बेशुमार प्यार साथ था ,तेरी जुबां पर मेरे सिवा न कोई दूसरा नाम था ।
मेरी जिंदगी तेरे ही नाम थी अब तो तेरे बिना मेरी जिंदगी बेनाम सी हो गयी ।
तेरे बिना दिल को एक पल भी चैन न था,
मगर आज तेरे बिना 💜❤दिल को बेचैन सी रहने की आदत हो गयी ।
ऐसे वक्त पर जुदा हो गए हम दोनों
अब तो जुदाई की आदत सी हो गई है।
नसीब ने ऐसे राह पर लाकर छोड़ दिया है कि
अब तो तन्हा तन्हा रहने की आदत सी हो गई है । ये जिंदगी बेसख्ता, बेरूखी सी हो गई है,
अब तो भी बेरुखी सी जिंदगी जीने की आदत सी हो गई है ।
हवा का रूख बदल सा गया है,
गर्म हो गये हैं सबके मिंजाज़ ।
धन्यवाद🙏