उम्मीदें ,हसरतें कभी मिटती नहीं
रोज एक नई इच्छाएं है, नयी हसरतें जन्म लेती है
क्यों कभी कोई ऐसी चीज इतना मन को भा जाती है
जो चांद, सूरज की भांँति हमसे कोसों दूर है हमारी पहुंच से बहुत दूर ,हमारी चाहतों से दूर हमारे हाथों , हमारे दामन से,हमारी खुशियों से बहुत दूर अंधेरे में रोशनी बन तारे सा झिलमिल आंखों में सपनों सा टिमटिमाते हैं
दिल तो सब कुछ जानता है ,समझता है पहचानता है
मगर फिर भी ये मन भागता ही रहता है
इस संसार की गुलिस्ता में, अपनी इच्छाओं आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए
कभी संजीदा न रहो यारों दुख की बदली भी इक दिन छट जाएगीं गमें आसमान की चादरें
उम्मीद की एक नई किरण सूरज सि नया सवेरा लेकर आएगा
बहारों से रूबरू कराएगा खुशियों के साथ जिंदगी भी चाँद- सितारों की तरह झिलमिलायेगी
धन्यवाद🙏