सांझ सवेरे दिन दोपहरिया
पल-पल हर पल बीते
तेरे भाव-भजन में रे सांवरे।
तेरी पूजा करूं,
तेरा ध्यान धरूं
ऐ बंसी वाले सांवरे।
मन की धुन में बाजै
ये तेरी मीठी मुरलिया
हे बांसुरी बजाइयां ऐ मुरली वाले सांवरे ।
मन की आंखों से तेरा दीदार करूं
वृंदावन में गोपियों के संग रास रचाया
हे रास रचइया सांवरे ।
द्वारिका में राज काज संभाला
हे द्वारिकाधीश सावरे
मथुरा में कंस का वध कर
भक्तों को तारा , जगत को निखारा
ऐ मुरलीधर सांवरे ।
धन्यवाद🙏🏼