चल रे! मन वहां चलते हैं जहां कोई गमों का
दौर न हो
जहाँ सबके दिलों में प्यार का शोर हो ।
जहाँ किसी के दिल💜❤ में गम की दुहाई न हो
जहाँ कहीं किसी के गम की परछाई न हो ।
सागर सी 🌊लहरों का जहाँ कोई तूफान🌀🌪
न हो
जहाँ चांद🌙🌚 की चांदनी जैसी कोई जुदाई की बात न हो ।
जहाँ धरती आसमां के जैसी कोई दूरी न हो
जहाँ मन में मैल, कड़वाहट, बेमानी जैसी कोई
पैनी छूरी न हो ।
जिंदगी में जहाँ किसी के दु:ख की बदली न हो
जहाँ सर्द ❄🍃 हवाओं 💨🎐की बफ्रीली,
ठिंठुरतीं ठंडी न हो ।
प्यार में जहाँ किसी का कभी कोई दिल 💜❤ न टूटे
जहाँ कभी कोई किसी से कभी न रूठे।
जिंदगी में जहाँ कोई किसी का कोई अपना
रिश्ता न टूटे
जहाँ कभी कोई किसी से भी न रूठे।
जहाँ किसी का कोई अपना कभी न छूटे
जहाँ कभी कोई भी कहीं इंसानियत के लिए
न तड़पे, न तरसे।
चल रे ! मन चल वहाँ चलते हैं........ ।
धन्यवाद🙏