आंखों से अश्क बहते हैं मोती बन
दिल का दर्द आंखों से बहता आंसू बन ।
मन का बोझ , दिल के जख्म
चुभते हैं 😢 दर्द के नश्तर बन।
कैसे करें कोई सहन, अपनों की बातों को
जो चुभता है घावों के बन तीर ।
दिल 💜❤में घाव करें अपनों की बातें
दिल को लगे चोट भारी घाव हो गंभीर । 😢 😳
धन्यवाद🙏