तुम से ही था मेरा प्यार -दुलार
तुमसे ही था मेरा घर -संसार ।
तुम ही मुझसे ऐसे रूठ गई
कि मैं हमेशा के लिए टूट सी गई।
हर बार कुछ ऐसा जख्म दिया जिंदगी ने मुझे
कि वक्त की आंधियों में सब कुछ बिखरता ही चला गया ।
और हम तन्हाइयों में ही डूबते चले गए
तुम्हारी कमी को अब ये तेरा दर्द ही है जो पूरी करता है।
जो घर आंगन में तेरी यादों के दीपक से भर भर कर उजाला करता है।
धन्यवाद🙏