मेरी बिंदिया उड़ा देगी तेरी निंदिया
माथे पर बिंदिया चमकती है
जैसे चांद की टिकिया।
दम दम दमके यह प्यारी बिंदिया
खूबसूरती में चार चांद लगा है
यह गोलाकार लाल -लाल प्यारी बिंदिया ।
बिंदिया, सिंदूर, कंगना, मेंहदी, पायल
सब कुछ है नारी का अनमोल गहना
इन सबके बिना नारी का न सजना न संवरना ।
धन्यवाद🙏