बादल भी बरस रहे हैं,
आँखे भी बरस रही हैं
बारिशों ☔ की तरह
मगर तुम इस बारिश☔🌂💦 में साथ नहीं हो
ऐसा लगता है जैसे तुम्हारे बिना जीवन में
मेरी बारिश 💦 की खुशियों पर
लगाया है दर्द ने लाँकडाउन ।
प्यार है, एहसास है, रिश्ते है ं
मगर भावनाओं पर जैसे लग गया है
लांँकडाउन
रिमझिम फुहार है, सावन की बहार है
मस्ती भरे प्यार का आलम है
मगर हर सपनों पर लग गया है जैसे लॉकडाउन।
सुनसान सड़कें, सूनी निगाहें, दर्द का है मंजर
मगर बारिश का तो अपना ही अलग इक मस्ती भरा है 🎨रंग
जिंदगी में हर इक पल ,हर इक पहर में छाया है
डर का कहर, मन के हर इक शहर में है बसा खामोशी का मातम।
💦बारिश तो मौसम का एक सुंदर एहसास है मगर लॉकडाउन तो मानव के गुनाहों की एक अनोखी सी सजा का आभास है ।
बारिश☔🌂 मन की खुशी है और लॉकडाउन मन का दुख है, बारिश की फुहार में तन-मन भीग जाता है
बारिश☔ में भीग कर मन प्रफुल्लित, तन सिहरन से भर जाता है
बारिश💦 का मौसम हर किसी को खूबसूरत सा एहसास दे जाता है।
धन्यवाद🙏🏼