shabd-logo

कायरा का इंसाफ-26

30 मई 2023

67 बार देखा गया 67
आखिर कब तक गीत संगीत से अपना दिल बहलाती रहेगी, अब उम्र हो चली है उसकी, उसके भी कुछ अरमान होंगे, हर लडकी के शादी को लेकर बहुत से सपने होते हैं,
भांजी है आपकी...........
आपकी भी जिम्मेदारी है कनक के लिए,  और फिर आज नहीं तो कल तो कनक का ब्याह करोगे ना।
और जब ब्याह करना ही है, तो देरी क्यों करना???? 
                अगर कनक का ब्याह सही समय पर हो जाए तो ठिक रहेगा, वैसे भी कोई भी काम सही समय में हो जाए तो अच्छा है, दिनेश की और देखते हुए बड़ी सहज और सजगता से उसकी पत्नी पद्मिनी बोले जा रही थी, वह अपने एक एक शब्द की प्रतिक्रिया और उसके परिणाम के रूप में दिनेश के चेहरे पर उभरे हाव भाव स्पष्ट देख रही थी, और दिनेश को कनक के बारे में कही जा रही थी,


                               और पद्मिनी को लग रहा था की उसकी बातों का असर दिनेश पर होने लगा हैं, और पद्मिनी को दिनेश पर यकिन होने लगा, इसलिए वह अब बिना संकोच के अपनी बातें दिनेश के सामने रखते जा रही थी, लेकिन इसी बीच उसे दिनेश के हाव भाव से यह आह्वान हुआ कि दिनेश एक चतुर और कुशल व्यापारी है, और वह अपने चेहरे के हाव-भाव अपने अनुसार बनाए रखने में माहिर है। 
                          वह सिर्फ मात्र किसी और की बात सुनकर प्रभावित होने वाला नहीं है, फिर चाहे  वह पद्मिनी ही क्यों ना हों, सामने वाले को यह यकीन दिला देता है, कि उसकी बातों का फर्क खुद पर बखूबी पड़ रहा है, जिससे वह सामने वाले की पूरी बात को अच्छी तरह सुनकर उसकी मंशा जान लेने में सक्षम हो जाता है, वह जितना कुशल अपने व्यापार में था, उतना ही वह समझदार भी था, 


पद्मिनी को पता भी ना चलता है कि उसने दिनेश को नहीं अपितु दिनेश ने उन्हें फंसाया है, और यह गुण उसने अपनी बहन और जीजाजी से व्यापार के शुरुआती दिनों में ही सीख लिया था, क्योंकि दिनेश भली भांति जानता था कि व्यापार चलाने के लिए इस गुण का होना अत्यंत अनिवार्य है।
                        यह सोचते ही अचानक दिनेश की पत्नी चुप हो गई, लेकिन दिनेश को देख पद्मिनी को इन सब बातों का कोई भी फायदा नहीं दिखा, वह तो सब कुछ किसी रटे हुए तोते के समान एक तार में सब कुछ सुनाती सी चली गई, उसे अभी तक लग रहा था कि दिनेश उसके चुंगल में आ जायेगा, लेकिन अफसोस दिनेश ने केवल उसकी बातों पर महज मुस्कुराकर और पद्मिनी से बोला सही और विचार करने योग्य बात कहीं हैं तुमने।


                         दिनेश ने अपनी पत्नी पद्मिनी से कहा, 
चलो......यह काम मैं तुमको देता हूं, तुम तो देखती हो कि मैं कितना व्यस्त रहता हूं अपने काम में, और मेरे पास तो समय रहता नहीं, और फिर तुमसे ज्यादा हितैषी मुझे कोई दूसरा कनक का जान नहीं पड़ता, आखिर तुम उसकी सखी और मामी भी हो।
              बस यह याद रखना कि जो भी सलाह अगली बार मुझे दोंगी या जो भी विचार करोंगी, जरा सोच समझ कर करना, क्योंकि जितनी जिम्मेदारी मेरी तुम्हारे प्रति है, उससे भी  कहीं ज्यादा अधिक जिम्मेदारी और जवाबदारी है मेरे ऊपर मेरी भांजी कनक की.........


                      जब मैं बेकार था, दर-दर की ठोकरे खा रहा था, और मेरे पास कोई काम धंधा नहीं था, ऐसे समय में मुझे तिल से ताज तक का सफ़र दीदी और जीजाजी ने ही करना सिखाया है, और फ़िर मेरे जीजा जी ने जो अथाह संपत्ति कमाई है, जिसकी सही मालकिन केवल और केवल कनक और मेरी बहन ही है। 
                   उसके आधे से आधा हिस्सा छोड़ अगर एक प्रतिशत भी मिल जाए, तब भी अपना जीवन धन्य समझना।


दिनेश कहने लगा कि मैंने  संदूक में रखे दस्तावेजों की स्थिति को देखकर ही समझ गया था कि अवश्य ही किसी ने उन्हें खोलकर पढ़ा है, और अब तुम्हारी बातें सुनकर तो मुझे साफ साफ समझ भी आ गया कि उन दस्तावेजों को तुम्हारे अलावा किसी और ने नही पढ़ा हैं,
                  स्त्री मन हैं ही ऐसा, स्वाभाविक हैं और किसी भी वस्तु और स्थिति पर तुम्हारा बराबरी का अधिकार है, जो कुछ मेरा हैं, वो सब तुम्हारा ही तो हैं,


मैं यह नहीं कहता कि तुम ने दस्तावेज क्यों पढ़े, लेकिन ऐसी प्रतिक्रिया की उम्मीद मुझे तुमसे ना थी, अब इस बात को याद रखना कि दोबारा लालच और जिम्मेदारियों से भागने का दुस्साहस ना करें, कहते हुए दिनेश की आवाज अचानक पद्मिनी के लिए सख्त हो गई, जिसमें उसका क्रोध साफ झलकता था, यह सुन कनक की मामी को अपनी गलती का एहसास हुआ, और समय उचित ना देख उसने ठीक है कह कर अपनी गलती मानते हुए शांत हो जाने में ही अपनी भलाई समझी।


                         दिनेश को पहले ही बहुत देरी हो चुकी थी, इसलिए दिनेश ने ठीक है कहकर बिना देर किए वहां से निकल गया, और इसके पीछे एक और कारण भी था कि वह किसी भी प्रकार का प्रतिवाद या कलह घर में नहीं चाहता था,  
          लेकिन भला स्त्री हट कहां मानने वाला था, औरत ही औरत की दुश्मन है वाली थ्योरी पितृसत्ता की सोची समझी चाल है, ताकि महिलाएं एकजुट होकर गैर बराबरी के इस ढांचे को चुनौती न दे पाएं, दो सखियां चाहे वे देवरानी जेठानी या ननद भाभी हो, मामी भांजी हो, या सांस बहु का रिश्ता हो, मन में भी कहीं न कहीं एक दूसरे के लिए इर्ष्या भाव पनपता रहता है, पहले हर स्त्री को एक दूसरे को समझने की जरूरत है, एक दूसरे को मान देने, साथ और सहारा देने की जरूरत है, चाहे दोस्ती हो, परिवार हो या समाज , स्त्री जब दूसरी स्त्री का सम्मान करना सीख जाएगी तब विभक्त परिवार एक होंगे, अखंड परिवार की शुरुआत होगी, लेकिन पद्मिनी तो कनक से ईर्ष्या करती थी, उसे कहां ये सब बाते समझ आने वाले थीं।



                  पद्मिनी इतनी आसानी से कहां सुधरने वाली थी, इसलिए पद्मिनी बार-बार अपना प्रयास करती रहती, और हर बार उसके हाथ नाकामयाबी लगती, लेकिन जब मन में लालच भरा हो तब उसे भला कहां दिनेश की बातें समझ आती, उसे तो सिर्फ आधा हिस्सा जो कनक के नाम पर था, वही नजर आ रहा था, वह किसी भी तरह कनक से उसे पाना चाहती थी, अब उसका लालच, लालच तक सीमित न रहकर एक जुनून हो गया था, वह कुछ भी और कैसे भी करके सिर्फ कनक के जिंदगी में तूफ़ान पैदा करना चाहती थी। 

आखिर पद्मिनी का अगला कदम क्या था??????
और वह कनक के जिंदगी में क्या तूफान लाना चाहती थी???? 

शेष अगले भाग में?????


Parth

Parth

Nice part....

30 मई 2023

30 मई 2023

75
रचनाएँ
कायरा का इंसाफ
5.0
मैं आप लोगों के समक्ष एक नई कहानी लेकर आई हूं (कायरा का इंसाफ) यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस कहानी के पात्र के नाम या घटना अगर किसी से जुड़े हैं, तो वह सिर्फ एक संयोग ही होगा, इस कहानी का किसी के वास्तविक जीवन से भी कोई लेना देना नहीं है, यह कहानी पाठको के मनोरंजन के लिए लिखी गई है। "कायरा का इंसाफ" एक ऐसी लड़की की कहानी है, जो समाज से बुराइयों को दूर करती है, और पीड़ित स्त्रियों का साथ देकर उनको इंसाफ दिलाती है, मेरी कहानी में मैंने भावनाओ को समाज के दर्पण के रूप में, समाज के कभी कड़वे तो कभी सुखद पल के अनुभव के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया है, समाज के छिपे उन पहलुओं और बिखरे लेकिन पाक भावनावो वाला विचार, टूटे मन और छुपे दर्द में छुपी मुस्कान को कहानियों में दर्शाना और शास्त्रों के अध्यन को अपना मूल आधार बना बीच-बीच में ज्ञान की बाते समाहित करना, आप सबको मेरी कहानी में नजर आएगा। उम्मीद है पाठकों को मेरी सभी कहानियों की तरह यह कहानी भी पसन्द आयेगी, आप लोगों की सुंदर समीक्षा से मुझे आगे  लिखने का प्रोत्साहन मिलता है।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 ❤️ ❤️❤️❤️पुरी कहानी जानने के लिए आप पढ़ते रहिए "कायरा का इंसाफ" ❤️❤️❤️❤️ 🙏🏻धन्यवाद🙏🏻
1

कायरा का इंसाफ-1

1 मई 2023
145
63
7

कायरा के स्वर से अचानक सारा माहौल बदल गया, उसमें हल्की दीवारें हिलने लगी जो पहले से तो खंडहर हो ही चुका था, लेकिन उस नाम ने

2

कायरा का इंसाफ -2

1 मई 2023
94
50
7

इस पूरी फलाई पहाड़ी में या फिर यूं कहुँ कि हमारे पूरे दीमा हसाओ जिले में तुम मात्र एक ऐसी पागल लड़की होगी जिसने पूरा दिन एक बकरी के बच्चे के साथ बिताया, कायरा

3

कायरा का इंसाफ -3

1 मई 2023
81
49
4

यह सब तुम कैसे जानती हो कायरा???? और तुम्हें यह सब किसने बताया??????और भला इतने विश्वास के साथ तुम यह कैसे कह सकती ह

4

कायरा का इंसाफ- 4

3 मई 2023
76
44
4

अरे शिल्पी तुम यहां कैसे????? क्या हुआ?????? क्या हुआ, क्या सोच रही हो??????? तुम्हें क्या लगा?????? शिल्पी चौंकते हुए......... कायरा क्या तुम मुझे सुन सकती हो?????? देख भी सकती हो??????? हां बिल्क

5

कायरा का इंसाफ -5

3 मई 2023
72
43
3

शिल्पी , कायरा से कहने लगी सच तो अब मेरे सामने आया, जब मैं इनकी सलामती देखने लौट कर आयी, और इन को सुना और देखा जिसमें वही मेरी बहन अब मेरे पति पर

6

कायरा का इंसाफ-6

18 मई 2023
71
42
3

सूर्य की चमक की तरह चटकता यौवन चंद्रमा से कही ज्यादा परिपक्व यौवन और सृष्टि की ,दोनों शक्तियों का मिलन वह भी बढ़ती हुई उम्र के साए में खासकर जब उसे मनुष्य और उसमें भी स्त्री का शरीर मिला हो, जो सरस सल

7

कायरा का इंसाफ-7

18 मई 2023
66
39
2

वही चंचल आंखे, वही मासूम सा चेहरा और होठों पर ना समा सकने वाली मुस्कान, पल पल में किसी रेशे की तरह बिखर जाने वाले वह लंबे बाल जो कमर से भी नीचे थे, जाना पहचाना सा नैन नक्श मुझे रह-रहकर ना जाने क्यों क

8

कायरा का इंसाफ -8

18 मई 2023
66
42
3

बाजरे की रोटी और मेथी की भाजी खाई है तूने कभी????चल आ बैठ दोनों मिलकर खाते हैं, आज मां ने सुबह-सुबह मेरे लिए बनाई, मैंने एक-दो रोटी पहले ही खा ली, इसलिए अब भूख नहीं है, चलो जल्दी खाते हैं, फिर बहुत का

9

कायरा का इंसाफ -9

18 मई 2023
68
44
3

मैं कुछ-कुछ समझ पा रही थी, मेहमानों की चहल पहल और कल्पना की सौतेली मां का सबके सामने कल्पना से इतना प्यार करना, और जैसे सबको दिखाना कि वह कल्पना से कितना प्यार करती है, मुझसे कल्पना की मां ने कहा कि क

10

कायरा का इंसाफ-10

23 मई 2023
70
46
2

आखिर आज वह दिन आ ही गया, कल्पना के विवाह का दिन..........घर में हंसी खुशी का माहौल था, मैं कल्पना के घर एक दिन पहले से ही आ गई , शहनाई की गूंज बजी जा रही थी, खुशियों की मुबारक घड़ी आ गई है, सजी स

11

कायरा का इंसाफ-11

23 मई 2023
61
39
1

ढलती शाम और उन बैल गाड़ियों के बैलों के गलों में बंधी हुई घंटियों की आवाज को मैं दूर तलक सुनकर उस दिन महसूस कर रही थी, शायद ही मेरी उस अनुभूति को कोई समझ पाता, क्योंकि उस दिन मैंने सही मायने में

12

कायरा का इंसाफ-12

27 मई 2023
64
41
2

मेरी पुनः संरचना शक्ति रूप में की गई थी, जिसका मूल उद्देश्य मेरी सखी कल्पना के पूर्व जन्म की सुरक्षा और सहायता के साथ जुड़ा हुआ था, कल्पना मानव शरीर के रूप में पुनः जन्म लेने के कारण आज की कायरा अपनी

13

कायरा का इंसाफ-13

27 मई 2023
62
40
2

अपने आप को आईने में निहारती कायरा अब धीरे-धीरे उस उम्र की दहलीज पर दस्तक दे रही थी, जब भावनाओं पर काबू कर पाना और वह भी तब जब शक्तियां प्रचुर मात्रा में अंतर्मन और शरीर के साथ उपस्थित हो, बड़ा ह

14

कायरा का इंसाफ-14

27 मई 2023
61
38
2

ठहरो कायरा ना जाने मुझे क्यों कुछ ठीक ना जान पड़ता, ऐसा लग रहा है जैसे आस-पास कोई चुंबकीय शक्ति का बादल या यूं कहूं कोई अति शक्तिशाली आभामंडल हमारी और बड़े चला आ रहा है, कायरा मुझे अपनी चिंता नहीं लेक

15

कायरा का इंसाफ-15

27 मई 2023
61
38
1

चाचा मुझे इन भेड़ की खालो से कुछ ऐसा बना कर दो, जिसे पहनकर ना तो ठंड लगे और ना गर्मी हो, क्या ऐसा हो सकता????? यदि हां तो, यह कमाल सिर्फ आपके हाथों से ही हो सकता है, कहते हुए कायरा ने दो भेड़ की खाल उ

16

कायरा का इंसाफ-16

29 मई 2023
59
40
1

भला ऐसे कैसे संभव है????? अनबिलीव़बल????? समझ नहीं आ रहा क्या दे रिपोर्ट में?????किसकी बॉडी है यह?????डॉक्टर चीखते हुए बोला........ सर नवनीत चटर्जी नाम बताया है इसका, पैर के अंगूठे में लगी हुई स्

17

कायरा का इंसाफ-17

29 मई 2023
59
39
1

अरुण कंपाउंडर और डॉक्टर तेजस मन ही मन में बस इसी बात को दिन भर सोचे जा रहे थे, कि आखिर प्रोफ़ेसर पॉल हमें कहां ले जाने वाले हैं?????और यह हमारी डॉक्टरी दुनिया से बाहर की ऐसी कौन सी दुनिया है????जो वह

18

कायरा का इंसाफ - 18

29 मई 2023
63
44
1

क्या सोच रहे हो अरुण????बड़ी चिंता में लग रहे हो????डॉक्टर तेजस ने अपने चहते कंपाउंडर कम मित्र को गंभीर मुद्रा में देख कहा, डॉक्टर तेजस और अरुण कहने के लिए तो अलग अलग पद पर थे, परंतु वह सिर्फ हॉ

19

कायरा का इंसाफ -19

29 मई 2023
60
39
1

देखकर तो लगता है, कि किसी बड़े घर की बहू या बेटी होगी........लेकिन यहां कैसे????? और इस हाल में कैसे?????देख कर ऐसा लगता है जैसे किसी ऊंचाई से अचानक किसी कारणवश धोखे से गिर गई होगी, लेकिन नसीब भी कोई

20

कायरा का इंसाफ -20

29 मई 2023
65
45
2

एक नई खबर आज सुबह-सुबह अखबार की सुर्खियों में पढ़ने को मिली, जिसे जिस जिस ने सुना और पढ़ा सबकी आंखें नम हो गईं, अजीब है विधाता का विधान पहले पिता की मृत्यु एक कार एक्सीडेंट में हो गई, और फिर आज

21

कायरा का इंसाफ-21

29 मई 2023
53
33
1

पढ़ाई में इतनी होनहार, आज उसके 12 वी के रिजल्ट आने पर जैसे पूरे घर में इतने खुशी का माहौल छा गया, जैसे कोई जश्न का माहौल हो, और देखा जाए तो एक तरह से जश्न हीं तो है , क्योंकि स्वाति ने आज पूरे डिस्टिक

22

कायरा का इंसाफ-22

29 मई 2023
53
34
1

कहते हैं कि ईश्वर ने बिना भेद के इस प्रकृति को बनाया है, उसने हर रंग को बड़ी खूबसूरती से एक अलग पहचान दी, हां यह बात और है कि उसे इंसान ने अपनी नजरों से अलग-अलग रूपों में देखा, लेकिन जब कायनात ए

23

कायरा का इंसाफ-23

29 मई 2023
54
36
1

अब ज्यादा शोर मत मचाओ, त्यौहार मनाने आई हो, तो खुशी खुशी त्यौहार मनाओ, और जाकर अपना अपना घर संभालो.........हमने किसी में कोई भी भेदभाव नहीं किया, और ना ही किसी को पढ़ने से रोका, जो जिस लायक था उसे वह

24

कायरा का इंसाफ -24

29 मई 2023
53
34
1

यह बात किसी से नहीं छुपी थी कि चौधरी साहब ने कभी भी अपने बेटे, बेटी और बहुओं में किसी भी प्रकार का कोई भेद भाव किया हो, वह आकृति को बिल्कुल अपनी बेटियों की तरह ही मानते थे, वे सारी बाते आकृ

25

कायरा का इंसाफ -25

29 मई 2023
54
35
2

नदियों में बहता हुआ कल कल पानी, झरनों से फव्वारे की तरह बिखर जाने वाली, उच्च स्वर में गिरता पानी और पानी में डुबकी लगाकर फिर लौट आने वाली बतखे, अंगड़ाई लेते पशु-पक्षी और हल्की धूप में यहां वहां भागते

26

कायरा का इंसाफ-26

30 मई 2023
57
37
2

आखिर कब तक गीत संगीत से अपना दिल बहलाती रहेगी, अब उम्र हो चली है उसकी, उसके भी कुछ अरमान होंगे, हर लडकी के शादी को लेकर बहुत से सपने होते हैं,भांजी है आपकी...........आपकी भी जिम्मेदारी है कनक के लिए,&

27

कायरा का इंसाफ-27

30 मई 2023
56
36
3

पद्मिनी की सुदूर गांव में दूर के रिश्ते में रहने वाली किसी बुढ़िया ने उसे सलाह दी थी, कि यदि किसी विशेष पेड़ की छाल को पीसकर अगर उसे शर्बत में मिलाकर किसी को पिला दिया जाए ,तो वह धीरे-धीरे कमजोर होने

28

कायरा का इंसाफ -28

30 मई 2023
57
38
3

अभय एक बहुत ही बिगड़े स्वभाव का लड़का, बड़ों का सम्मान ना करना, गाली गलौज, गुस्सा नशा यह सब करना तो जैसे उसकी आदत सी बन गई थी, कभी-कभी तो इतना नशा कर लेता था कि, किसे क्या बोल रहा है, यह भी उसको याद न

29

कायरा का इंसाफ-29

30 मई 2023
61
42
1

अभय का बर्ताव दिव्या के प्रति बिल्कुल भी अच्छा नहीं था, वह दिव्या को यातना देने का कोई भी मौका नहीं छोड़ता था, और वह दिव्या को हर स

30

कायरा का इंसाफ-30

30 मई 2023
57
37
3

ये घमंडी इंसान या तो तू पागल है, या फिर हद से ज्यादा जिद्दी????क्या तुझे पता हैं तु क्या करने जा रहा है

31

कायरा का इंसाफ-31

30 मई 2023
52
33
2

भला ऐसे कैसे हो सकता है, कि एक सामान्य स्त्री को संसार की वह ताकत सौंप दी जाए, जो सृष्टि के समस्त नियमों को अपने अनुसार परि

32

कायरा का इंसाफ-32

30 मई 2023
53
34
2

मिहिका और अर्पित की शादी को पूरे पांच बरस हो गये थे, वे अपने पारिवारिक जीवन से बहुत खुश थे, काम की अधिकता और जीवन का आनंद उठाने के लिये शादी के शुरुआती दो बरस तक तो उन्होंने परिवार बढ़ाने के बारे में

33

कायरा का इंसाफ-33

30 मई 2023
52
33
2

अर्पित ने मिहिका से कहा कि......... मिस्टर गुप्ता तुम्हारे बॉस कैसे हैं????? अच्छे हैं????? अचानक तुम्हें उनकी याद कैसे आ गयी????? तुम्हारी इस हालत में सबसे अधिक तकलीफ तुम्हारे बॉस को ही हुई होगी।&nbs

34

कायरा का इंसाफ-34

30 मई 2023
54
34
2

आपको तो पता है ना मौसी, मैं उससे कितना प्यार करता था, और फिर मैंने ही तो आपसे कह कर ही तो हमारी शादी के लिए घर वालों को मनाने के लिए कहा था, तब तो आप समझ ही स

35

कायरा का इंसाफ-35

30 मई 2023
52
32
2

आखिर क्या राज रहा होगा मौसी के मुस्कुराहट के पीछे का??????? भला मेरा साथ क्यों दिया मौसी ने?????? यही सब सवाल रह रह कर जयस के मन में गूंजते रहे, वह कह

36

कायरा का इंसाफ-36

30 मई 2023
52
33
2

जयस के पिताजी को उन बुजुर्ग के द्वारा किया गया आदर सम्मान बहुत अच्छा लगा, और इतने सुंदर उनके वचन सुन तो जयस के पिताजी

37

कायरा का इंसाफ -37

31 मई 2023
55
34
2

आज के समय में महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं, फिर चाहे वो कोई भी क्षेत्र क्यों ना हो, हर तरफ महिलाओं ने अपना परचम लहराया हुआ है, पूरी मेहनत और लगन से महिलाएं हर किसी से आगे बढ़ रही हैं, और देश का नाम ग

38

कायरा का इंसाफ -38

31 मई 2023
51
32
2

अपने मिलनसार व्यक्तित्व और सबकी मदद करना, नौकरी में ईमानदारी से रहने के कारण गुंजन ना सिर्फ अपने स्टाफ की ही चहेती थी, अपित

39

कायरा का इंसाफ -39

31 मई 2023
53
31
2

चाहे जो हो जाए, चाहे मुझे जो करना पड़े, अब और बर्दाश्त नहीं कर सकता, भले ही इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों ना देना पड़े, अगर दुनिया में रहकर इं

40

कायरा का इंसाफ -40

31 मई 2023
53
31
3

"जिंदगी की हर कहानी बेअसर हो जाएगीजो हम ना होंगे तो यह दुनिया बर्बाद हो जाएगी पैर पत्थर करके छोड़ेगी जवानी अब रुख भी जाइए, जो चलना सिखा दिया साथ हमने तो यह जमीं भी हमसफर

41

कायरा का इंसाफ -41

31 मई 2023
51
31
2

यह तो होना ही था, विशाल और फिर मुझे तुमसे कोई शिकायत भी नहीं, क्योंकि शायद मेरे प्यार की शुरुआत ही कुछ ऐसी थी, मैंने जवानी की उस लह

42

कायरा का इंसाफ -42

31 मई 2023
50
29
1

शादी को दस साल हो गए थे, लेकिन फिर भी निशा जैसे एक सजा की तरह गुज़र रही थी, निशा ऐसा महसूस करती थी, जैसे उसके मायके वालो ने उसे ससुराल नह

43

कायरा का इंसाफ -43

31 मई 2023
48
27
2

क्या तुम्हें पता है, मैं जब महज पांच 6 वर्ष की रही होगी, तब कई बार मैं घंटों पलंग के नीचे छिपी रहती, तो कभी चादर से अपने आप को ढक कर रखती, कभी मेहमानों

44

कायरा का इंसाफ -44

31 मई 2023
48
28
2

कायरा का ऐसा विचलित होना और रह-रहकर उग्र हो जाना, शायद स्मृति द्वारा कही गई बातों का प्रभाव था, और फिर उसने कहा भी क्या गलत, जिंदगी के कई कड़वे सच को ह

45

कायरा का इंसाफ -45

31 मई 2023
51
31
3

तीन सौ बीघा जमीन के मालिक अभिमन्यु गुप्ता जिसे सब गुप्ता जी के नाम से ही जानते थे, वह अकेले लगभग पालवी गांव की आधे से ज्यादा ज

46

कायरा का इंसाफ -46

31 मई 2023
49
29
2

बेशक मैं तुम्हें माफ कर देती, यदि कुसूर तुम्हारा ना होता, और तुमने खुद अपने दिल से उसे स्वीकार न किया होता, जिस जुर्म को तुम खुद दिल से कब

47

कायरा का इंसाफ -47

31 मई 2023
48
28
2

अगर तुम गुनाहगार ना होते तो क्यों ना रोक पाए अपने आप को ??????क्या सिर्फ तुम्हें ही जिस्म मिला है???? क्या पुरुष होना और प्रतिष्ठा पाना तुम्हें समाज की सारी व्यवस्था बिगाड़ने का अधिकार देता है जो तुमन

48

कायरा का इंसाफ -48

31 मई 2023
50
30
3

जीवन में कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है ,जब हमें किसी से अपमान सहन करना पड़ता है, कई बार अपनी की गई गलतियों के कारण, तो कई बार बिना बात के अपमानित होना पड़ता है, हाला

49

कायरा का इंसाफ -49

31 मई 2023
50
28
2

मन ही मन हर्षिका को गर्वित की बातें कुछ अजीब सी लगने लगी, हर्षिका सोचने लगीं, आख़िर गर्वित अपने परिवार वालो से मुझे कब मिलाएगा,और वह परेशान सी रहने लगी,और फिर सीमा ने हर्षिका को भड़काने क

50

कायरा का इंसाफ-50

31 मई 2023
49
28
1

भला ऐसे कैसे हो सकता हैं???? मैंने तुम्हें बिना किसी एक रुपए लगाए हिस्सेदार बनाया और तुम खुद आज अपनी हिस्सेदारी

51

कायरा का इंसाफ -51

31 मई 2023
46
25
1

भला ऐसे कैसे हो सकता है?????मेरे सारे खिलौने टूट गए, खड़ी फसलें बर्बाद होने लगी, मैं इन से क्या मांगू?? आप ही बताएं..... क्योंकि मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा, ऊपर से लोगों के ताने अलग सुनने में आ रह

52

कायरा का इंसाफ -52

31 मई 2023
47
26
1

कातिल हसीना (एलिना)- 51 आखिर क्या बात है सिस्टर???? आज अचानक इस छोटे से सरकारी हॉस्पिटल में इतनी हलचल क्यों हैं????और सुबह से यहां की टेलीफोन की घंटी हमारे क्वा

53

कायरा का इंसाफ -53

31 मई 2023
47
27
1

कातिल हसीना (एलिना)- 52 जैसे हर किताब के पहले पन्ने पर सिर्फ लिखने वाले का नाम होता है, और कुछ भी नहीं ना आगे ना पीछे.... हर कोई उस पेज को छोड़ दूसरे पेज से लिख

54

कायरा का इंसाफ-54

31 मई 2023
47
27
1

जिस्म को अंदर तक जमा देने वाली इस कड़कड़ाती ठंड में उस बच्चे की सुबह चार बजे से लेकर आठ बजे तक अखबार और मैगजीन की दुकान, और शाम पांच बजे से बाद रात्रि नौ बजे तक पुस्तकों की दुकान लगाना, सबके लिए आश्चर

55

कायरा का इंसाफ-55

31 मई 2023
47
27
2

अचानक शहर में मची हलचल और लोगों के दिल में उठते सवाल और गली चौराह में गरीब से गरीब तपके, यहां तक कि मंदिर के सामने बैठने वाले भिखारियों तक के बीच यदि कोई बात चर्चा का विषय बनी हुई हो तो, निश्चित तौर प

56

कायरा का इंसाफ-56

8 जून 2023
46
26
2

कायरा....कायरा....कायरा आँखे खोलो, आवाज सुन जब कायरा ने आँखे खोली तो, सामने उसे मैं दिखी, कायरा ने अपनी पूर्ण संतुष्टि के लिये एक बार आँखों को मलकर पुनः देखा और जब उसे यकीन हो गया तो वह उठ ब

57

कायरा का इंसाफ-57

8 जून 2023
47
27
3

आपके सारे गांव की परेशानियां, आदि कोई क्षण भर में दूर करने की ताकत रखता है, तो एक ही शख्स है, लेकिन उसे भी अनुमति की जरूरत होगी, महज उसके समुदाय के चंद सदस्यों के लेकिन फिर भी मुझे विश्वास है, कि यदि

58

कायरा का इंसाफ-58

8 जून 2023
46
26
2

यदि आपको ऐसा लगता है , कि मैंने रजनी देवी का नाम लेकर गलत किया है तो बेशक मैं आपकी गुनहगार हूं, लेकिन जब बात पूरे समाज और राज्य को बचाने की हो, तब मेरा या आपका अस्तित्व शून्य से कम ना हो।

59

कायरा का इंसाफ-59

8 जून 2023
46
26
2

मुझे ऐसा क्यों लगता है कि आपने इस हवेली में बहुत सोच-विचार के पश्चात कदम रखे हैं, लेकिन क्यों यह बात मेरी समझ नहीं आती?????क्या इसलिए की यह नगरवधू का निवास स्थान हुआ करता था, और यदि ऐसा है तो क्या गलत

60

कायरा का इंसाफ-60

8 जून 2023
47
27
2

मुझे आपका बेखौफ विचरण इस हवेली में यह तो साफ दर्शाता है कि आप की सासू मां से मिलने के पश्चात आप काफी खुश है, यह मेरे लिए हर्ष की बात है, लेकिन इधर उधर ताकती हुई आपकी नजरें और उस में छुपे हुए प्रश्न, ज

61

कायरा का इंसाफ-61

8 जून 2023
46
26
2

अगर मन में धैर्य और दाता पर विश्वास ना हो तो, कोई लाभ शेष नहीं रह जाता, और संभवत इस बात की भी उम्मीद नहीं की जा सकती कि याचक को कुछ मिल सके, यह सुनते ही लोचन कुमार का चेहरा उतर गया, क्योंकि बार-बार प्

62

कायरा का इंसाफ-62

11 जून 2023
46
26
2

विक्रम के पास इतनी संपत्ति थी, कि यह कल्पना शायद उसके घर वालों ने भी ना की थी, कल तक जिस विक्रम को उनके रिश्तेदार अवघड़, पागल, घुमक्कड़, बेकार आदमी और ना जाने क्या क्या समझ कर धुधकारते थे, अचानक उसके

63

कायरा का इंसाफ-63

11 जून 2023
46
26
2

क्या हुआ किस सोच में डूबे हो????मुझे तुम्हारे चेहरे पर चिंता साफ नजर आ रही है, अगर कुछ प्रश्न हो तो तुम पूछ सकते हो??अब यह सुनते हुए जैसे बलवीर कुम्हार चौंक पड़ा, क्योंकि जैसे ही उसने वह पोटली उस सुना

64

कायरा का इंसाफ-64

11 जून 2023
46
25
2

घर के सामने जमा भीड़ और सुनाई देता कोहराम, चीख चीख कर रोने की आवाज से ऐसा जान पड़ता हैं, जैसे घर के किसी सदस्य की मृत्यु हो गई हो, ऐसा विलाप की सुनने वाले के दिल दहल उठते है।

65

कायरा का इंसाफ-65

11 जून 2023
44
24
1

किसी भी राज्य में शासन किसी राजा का नहीं होता , अपितु वहां की प्रजा, सेवादार ,सैनिक, मंत्री और सलाहकार सही मायने में एक अच्छे शासन का लुफ्त उठाते हैं, राजा तो सिर्फ सिंहासन और राजसत्ता से बंधा हुआ एक

66

कायरा का इंसाफ-66

11 जून 2023
45
25
1

समय के साथ-साथ हर परिस्थिति बदलते जा रही थी, राज्य शासन बदलते गए , और उम्र के पड़ाव में अब विक्रम को एक जगह ठहरने पर मजबूर कर दिया, और वह पहले की तरह एक स्थान से दूसरे स्थान बहुत कम समय में आना जाना न

67

कायरा का इंसाफ-67

11 जून 2023
46
25
2

चटकती सुनहरी धूप, मंद हवाएं और झरने का बहता कल कल पानी, फूलों की महक और पक्षियों का स्वर और उस पर तितलियों का एक फूल से दूसरे फूल पर जाकर बैठना, साथ ही भौरों का गुंजन ,सब कुछ उस धरती पर उगी हुई मध्यम

68

कायरा का इंसाफ-68

11 जून 2023
45
26
2

कायरा के बाबा उस लता को उठाकर अलग तो रख देते हैं, उसमें दिन ब दिन बहुत फूल खिलते हैं, और वह लता बढ़ते ही जाती है, और हरी-भरी लहराती हुई ,वह लता बहुत सुंदर सी दिखती है।

69

कायरा का इंसाफ-69

11 जून 2023
45
26
2

वो अलग-अलग रंगों के गुब्बारे, रेहड़ी और छोटी दुकानों से उठने वाले धुएं में मिश्रित मिठाई की खुशबू, बच्चे की चहकने की आवाज, और तरह-तरह के झूलो और उनमें बैठे कुछ खुशनुमा तो कुछ डरावनी शक्ल लिए हुए बैठे

70

कायरा का इंसाफ-70

12 जून 2023
46
27
3

एक तरफ मौलवी हैरान था, उस घटना से और उत्सुकता के साथ में चलने वाले हर हमसफर को बारी-बारी शक भरी निगाहों से देख रहा था, वह यह जानना चाहता था कि आखिर उससे भी ज्यादा शक्तिशाली इल्म का मालिक कौन है ????जि

71

कायरा का इंसाफ-71

12 जून 2023
45
26
2

मेला यह शब्द सुनते ही बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है,मेला हमेशा से सभी लोगों का एक अभिन्न अंग रहा है, मेले में व्यतीत किए गए क्षण सभी को आनंदित कर देते हैं, और ये क्षण सदा के लिए व्यक्ति की स्मृ

72

कायरा का इंसाफ-72

12 जून 2023
45
26
2

कायरा....कायरा....कायरा आँखे खोलो, आवाज सुन जब कायरा ने आँखे खोली तो, सामने उसे मैं दिखी, कायरा ने अपनी पूर्ण संतुष्टि के लिये एक बार आँखों को मलकर पुनः देखा और जब उसे यकीन हो गया तो वह उठ ब

73

कायरा का इंसाफ-73

12 जून 2023
46
26
2

मेरी चिंता का विषय यह नहीं है, कि मेरे बाद इस कुनबे का क्या होगा???? या मेरा घर कौन चलाएगा????यह सब सोचना बेकार की बातें हैं, क्योंकि कायरा मेरे लिए बेटा और बेटी दोनों ही है, या यूं कहूं कि मेरे

74

कायरा का इंसाफ-74

13 जून 2023
44
26
2

अचानक कुछ दिनों से पहाड़ी का दूसरा हिस्सा आज रात्रि में शांत सा जान पड़ा, तभी अचानक ज्वालामुखी से तेज विस्फोट की आवाज आती , तो कभी अचानक सूरज की तेज रोशनी, रात्रि के अंधकार को ढकने लगती। &

75

कायरा का इंसाफ-75

15 जून 2023
48
26
1

किसी अदृश्य सुरक्षा कवच ने उसका मुख मोड़ दिया, और अपने साथ निशांत को किसी चोर की तरह उठाकर ले गई ,और वह शक्ति बिना किसी को नुकसान पहुंचाए शान्त हो गई,कायरा अत्यंत क्रोध के साथ देखने लगी, लेकिन तभी उसे

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए