shabd-logo

कायरा का इंसाफ-15

27 मई 2023

32 बार देखा गया 32
चाचा मुझे इन भेड़ की खालो से कुछ ऐसा बना कर दो, जिसे पहनकर ना तो ठंड लगे और ना गर्मी हो, क्या ऐसा हो सकता????? यदि हां तो, यह कमाल सिर्फ आपके हाथों से ही हो सकता है, कहते हुए कायरा ने दो भेड़ की खाल उनके सामने रख दी, इतनी ताजा खालो को देखकर वह आश्चर्यचकित हो उठे और कहने लगे, इतने सालों से मैं इस गांव में चमड़े का काम कर रहा हूं, लेकिन इतनी ताजा और सफाई से ली गई खाल यकीन नहीं होता,
           कायरा कहां से लाए हो यह खाल???? कहते हुए आश्चर्यचकित हो, असलम ने कायरा से पूछा.......
कुछ नहीं चाचा एक नया कारीगर दिखा, उन्हीं ने यह तरीका बताया था, नया कारीगर वह भी इस गांव में कहां है?????? पलटवार में आश्चर्य और गुस्से के मिश्रित भाव में कायरा को जवाब मिला, लेकिन कायरा तो शायद यही चाहती थी, हां, बिल्कुल नया और नया भी नहीं आप नयी भी कह सकते हो ,
मतलब ??????
मतलब वह स्त्री है चाचा, कितनी सफाई है उनके हाथों में, उन्होंने मुझे यह कला सिखाई कि बिना रोए नष्ट किए कितनी आसानी से भेड़ की खाल प्राप्त की जा सकती हैं,

और यहां तक कि वह तो यह भी बोली कि भेड़ों के बाल से ही वह ऐसे कपड़े बना सकती है, जिनको पहन कर ठंड से तो बचा ही जा सकता हैं, साथ ही गर्मी से भी बचा जा सकता हैं, वह तो यहां तक भी कहती है कि वह ऐसे कपड़े भी बना सकती है, जिसे पहन कर आग में भी चले, तब भी उसे कुछ नहीं होगा। 
               अरे ऐसा भी कहीं होता है भला???? और यह कौन है?????? मुझे भी मिलवाओ उनसे.......... वही पास वाली पहाड़ी के पास कायरा ने बिना समय गवाएं जवाब दिया, क्योंकि वह समझ चुकी थी, 

चारवी का कातिल असलम को अपनी बातों में फंसा चुकी थी, और अब देर करने का कोई महत्व भी नहीं, उसने तुरंत कहा........ हां चाचा, वह तो यह भी कहती है, उसने यह सब कलाएं पास में कोई आग का पहाड़ है, उसके पास बैठ कर सीखी है। 
                 वह कहती है कि वह पहाड़ आग उगलता है, चाचा भला ऐसा भी कहीं होता है???? क्या आग उगलने वाला पहाड़ कुछ भी............

अच्छा ठीक है जो भी हो, मैं तो कह आई जो भी हो, हम सिर्फ उन्हीं से काम करवाएंगे जिनसे हमेशा करवाते आए हैं, कहकर वह लौटकर जाने के लिए घूमी तभी अचानक...........
हां होता है.......ऐसा भी पहाड़ होता है, क्या तुम मुझे उसका पता बता सकती हो???????
वह ललचाए नजरों से बोला, लेकिन भला उसे क्या पता था कि वह खुद ही जाल में फंस रहा है,
कायरा बोली हां, यहां पास वाले पर्वत तक जाने के लिए जंगल का जो रास्ता है, उसी से सीधे जाइएगा और पास की नदी के उत्तरी और एक बड़े घने पेड़ के नीचे वह मुझे बैठी मिली थी, 


कहती थी मैं यही रहती हूं, आप चाहो तो जाकर मिल लो, इतना कहकर कायरा वापस आ गई, क्योंकि वह जानती थी कि वह जरूर उस स्त्री को ढूंढते हुए उधर जाएंगे ,और हुआ भी ठीक वैसे ही........
कायरा के पलटते ही जैसे उन चाचा को कोई पुरानी विरासत का पता मिल गया हो, उन्होंने कूदकर दुकान का सामान समेटा और बड़ी ही जल्दबाजी में दुकान से निकल गए, बिना यह सोचे समझे कि कुछ गड़बड़ भी हो सकती है, लेकिन इतनी निडरता से साफ जाहिर करती है कि वह भली भांति जानते हैं कि किसी समस्या से कैसे निपटना है,और वह बताए रास्ते पर चल पड़े। 
                      वीरान जंगल और भयभीत कर देने वाला वह वातावरण भी उन्हें कुछ खास डर में नहीं डालता था, वह तेजी से उस और चले जा रहे थे, ना जाने मन में क्या सोचते हुए कि तभी अचानक कुछ जलने की बदबू उन्हें महसूस हुई और उन्होंने अपनी जेब में हाथ डालकर कुछ निकाला और बोले हां, मैंने सही सोचा था, बरसों की मुराद पूरी हुई कहते हुए कुटिल मुस्कान के साथ उनके हाथों में कुछ चमकती हुई चीज नजर आने लगी और वह कहने लगे.......

         आ चल जाग मेरे गुलाम, मुझे रास्ता दिखा उस तिलस्मी औरत का........ और इतना कहते ही कोई ताकत हवा के विपरीत दिशा में उसे रास्ता दिखाने लगी, और देखते ही देखते वह शायद अपनी मनचाही मंजिल तक पहुंच गया, और उसके हाथ का वह चमकता हुआ कोयले सी दिखने वाली वस्तु और भी तेज चमकने लगी, उसे उन्होंने तुरंत अपनी जेब में रखते हुए उस पेड़ की और बड़ा जहां वह स्त्री मुंह घुमाए दूसरी दिशा में बैठी थी, ऐसा लगता था जैसे चमड़े का चादर बनाने में व्यस्त थी।
                     थोड़ा कदम चला ही था कि वह कि अचानक आवाज आई, ठहरो.......... वही ठहरो........ जो भी हो, क्या चाहिए और यहां कैसे?????????

मैं असलम नजदिकी गांव से आया हूं, चमड़े का काम करता हूं, मुझे कायरा ने आपके बारे में बताया, आप की कारीगरी सिखने आया था, और उस तिलस्मी के बारे में भी, जो मैंने उससे सुना, क्योंकि ज्वालामुखी से बच निकलने का रास्ता सिर्फ ज्वालामुखी ही बता सकती है, सच बताओ कौन हो तुम ???????
हां असलम सही कहा तुमने ,ज्वालामुखी से बच निकलने का रास्ता ज्वालामुखी ही बता सकता है, कहते हुए वो स्त्री असलम की ओर मुड़ी.........
च....... च...... च........ च...... चारवी तुम????
आखिर तुम्हें वह मिल ही गया, वह तिलस्मी फुल???? मैंने कहा था ना तुम ही ला सकती हो,
हां सही कहा था तुमने...... लेकिन इस तिलस्मी फुल को पाने की एक शर्त भी है, जो मुझे खुद ज्वालामुखी से सीखने को मिली, लेकिन फिर भी चिंता ना करो, मैं तुम्हें ज्वालामुखी के पास जाने का ना कहूंगी। 

असलम सिर्फ सुन रहा था, क्योंकि कुछ कह पाने की हिम्मत उसमें ना थी, वह भली भांति जानता था कि ज्वालामुखी में गिरने के बाद यदि कोई बच निकले तो वह कोई साधारण नहीं होता, लेकिन फिर भी ना जाने क्यों उसे अपनी कुटिलता और चारवी की दानशीलता और अच्छे व्यवहार पर पूरा भरोसा था, और वह था भी गलत नहीं, लेकिन वह तो चारवी को खुद ही भेंट चढ़ा चुका था, अपनी कुटिलता कि............
अचानक चारवी का शब्द गुंजा.......हां असलम तुम्हें ज्वालामुखी के पास जाने की जरूरत नहीं, मैं ज्वालामुखी को यहीं बुला लेती हूं, असलम कुछ सोच पाता इससे पहले ही चारवी अटटाहस करने लगी, और देखते ही देखते आसपास से आग की लपटें आने लगी। 

जमीन का वह हिस्सा जहां वो खड़े थे, धीरे-धीरे नीचे की ओर खिसकने लगा, तभी उसी स्थान पर हैसल और कायरा भी आ गए, कायरा को देख वह कपटी असलम कायरा को पुकारने लगा, 
कायरा.........कायरा.........
लेकिन वह कुछ कह पाता, चारवी ने हाथ घुमाया और वैसे ही ज्वालामुखी असलम के मुंह से फूटने लगा, उसके शरीर का रोम रोम चिटक चिटक कर फेंकाने लगा, जिन आंखों में कपट था, वह उस असहनीय ज्वाला को बर्दाश्त नहीं कर पाई और फट कर बाहर आ गई। 
        अगले ही पल में बिखर जाने को था कि तभी हैसल ने उसे रोका और बोली अभी कहां, तेरी रूह को जहन्नुम में भी जगह ना मिले, तू रूक और उसके एक इशारे पर उसके आसपास एक बड़ा सा गड्ढा बन गया, चारवी बोली अब ले अंतिम सलाम कपटी, जब तक तेरा जीवन है तब तक तु यूं ही जलता रहेगा, इस छोटे ज्वालामुखी की तरह और उसने उसकी सारी काया को मोम की तरह बदल दिया, इस तरह देखते ही देखते वह क्षण भर में हवा की भांति उस तपिश से काफूर हो गया। 

चारवी की आंखों से क्रोध समाप्त हुआ, उसने कायरा को धन्यवाद दिया और संकल्प लिया कि वह हमेशा कायरा का साया बनकर रहेगी, और जब भी किसी पर अत्याचार होगा वह मिलकर उस अपराधी को सजा देंगे,और इसी तरह शुरुआत हुई........
       रूप की  बला कायरा की कहानी की शुरुवात,क्योंकि एक एक कर कायरा ना जाने ऐसे कितने ही पापियों को सजा देती, और पीड़ित महिलाओं की आत्मा को संतृप्त कर उन्हें अपने आप में समा जाती, कहने को तो कायरा कायनात ए हुस्न थी, लेकिन उसके भीतर की ज्वाला उससे कई ज्यादा खतरनाक, उसका स्पर्श मात्र भी किसी को बिखेर देने के लिए काफी था। 

शेष अगले भाग में............


Parth

Parth

Nice part.

27 मई 2023

75
रचनाएँ
कायरा का इंसाफ
5.0
मैं आप लोगों के समक्ष एक नई कहानी लेकर आई हूं (कायरा का इंसाफ) यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस कहानी के पात्र के नाम या घटना अगर किसी से जुड़े हैं, तो वह सिर्फ एक संयोग ही होगा, इस कहानी का किसी के वास्तविक जीवन से भी कोई लेना देना नहीं है, यह कहानी पाठको के मनोरंजन के लिए लिखी गई है। "कायरा का इंसाफ" एक ऐसी लड़की की कहानी है, जो समाज से बुराइयों को दूर करती है, और पीड़ित स्त्रियों का साथ देकर उनको इंसाफ दिलाती है, मेरी कहानी में मैंने भावनाओ को समाज के दर्पण के रूप में, समाज के कभी कड़वे तो कभी सुखद पल के अनुभव के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया है, समाज के छिपे उन पहलुओं और बिखरे लेकिन पाक भावनावो वाला विचार, टूटे मन और छुपे दर्द में छुपी मुस्कान को कहानियों में दर्शाना और शास्त्रों के अध्यन को अपना मूल आधार बना बीच-बीच में ज्ञान की बाते समाहित करना, आप सबको मेरी कहानी में नजर आएगा। उम्मीद है पाठकों को मेरी सभी कहानियों की तरह यह कहानी भी पसन्द आयेगी, आप लोगों की सुंदर समीक्षा से मुझे आगे  लिखने का प्रोत्साहन मिलता है।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 ❤️ ❤️❤️❤️पुरी कहानी जानने के लिए आप पढ़ते रहिए "कायरा का इंसाफ" ❤️❤️❤️❤️ 🙏🏻धन्यवाद🙏🏻
1

कायरा का इंसाफ-1

1 मई 2023
96
43
8

कायरा के स्वर से अचानक सारा माहौल बदल गया, उसमें हल्की दीवारें हिलने लगी जो पहले से तो खंडहर हो ही चुका था, लेकिन उस नाम ने

2

कायरा का इंसाफ -2

1 मई 2023
49
35
7

इस पूरी फलाई पहाड़ी में या फिर यूं कहुँ कि हमारे पूरे दीमा हसाओ जिले में तुम मात्र एक ऐसी पागल लड़की होगी जिसने पूरा दिन एक बकरी के बच्चे के साथ बिताया, कायरा

3

कायरा का इंसाफ -3

1 मई 2023
42
33
4

यह सब तुम कैसे जानती हो कायरा???? और तुम्हें यह सब किसने बताया??????और भला इतने विश्वास के साथ तुम यह कैसे कह सकती ह

4

कायरा का इंसाफ- 4

3 मई 2023
38
30
4

अरे शिल्पी तुम यहां कैसे????? क्या हुआ?????? क्या हुआ, क्या सोच रही हो??????? तुम्हें क्या लगा?????? शिल्पी चौंकते हुए......... कायरा क्या तुम मुझे सुन सकती हो?????? देख भी सकती हो??????? हां बिल्क

5

कायरा का इंसाफ -5

3 मई 2023
34
28
2

शिल्पी , कायरा से कहने लगी सच तो अब मेरे सामने आया, जब मैं इनकी सलामती देखने लौट कर आयी, और इन को सुना और देखा जिसमें वही मेरी बहन अब मेरे पति पर

6

कायरा का इंसाफ-6

18 मई 2023
33
28
3

सूर्य की चमक की तरह चटकता यौवन चंद्रमा से कही ज्यादा परिपक्व यौवन और सृष्टि की ,दोनों शक्तियों का मिलन वह भी बढ़ती हुई उम्र के साए में खासकर जब उसे मनुष्य और उसमें भी स्त्री का शरीर मिला हो, जो सरस सल

7

कायरा का इंसाफ-7

18 मई 2023
29
25
2

वही चंचल आंखे, वही मासूम सा चेहरा और होठों पर ना समा सकने वाली मुस्कान, पल पल में किसी रेशे की तरह बिखर जाने वाले वह लंबे बाल जो कमर से भी नीचे थे, जाना पहचाना सा नैन नक्श मुझे रह-रहकर ना जाने क्यों क

8

कायरा का इंसाफ -8

18 मई 2023
29
28
3

बाजरे की रोटी और मेथी की भाजी खाई है तूने कभी????चल आ बैठ दोनों मिलकर खाते हैं, आज मां ने सुबह-सुबह मेरे लिए बनाई, मैंने एक-दो रोटी पहले ही खा ली, इसलिए अब भूख नहीं है, चलो जल्दी खाते हैं, फिर बहुत का

9

कायरा का इंसाफ -9

18 मई 2023
33
30
3

मैं कुछ-कुछ समझ पा रही थी, मेहमानों की चहल पहल और कल्पना की सौतेली मां का सबके सामने कल्पना से इतना प्यार करना, और जैसे सबको दिखाना कि वह कल्पना से कितना प्यार करती है, मुझसे कल्पना की मां ने कहा कि क

10

कायरा का इंसाफ-10

23 मई 2023
35
31
2

आखिर आज वह दिन आ ही गया, कल्पना के विवाह का दिन..........घर में हंसी खुशी का माहौल था, मैं कल्पना के घर एक दिन पहले से ही आ गई , शहनाई की गूंज बजी जा रही थी, खुशियों की मुबारक घड़ी आ गई है, सजी स

11

कायरा का इंसाफ-11

23 मई 2023
27
25
1

ढलती शाम और उन बैल गाड़ियों के बैलों के गलों में बंधी हुई घंटियों की आवाज को मैं दूर तलक सुनकर उस दिन महसूस कर रही थी, शायद ही मेरी उस अनुभूति को कोई समझ पाता, क्योंकि उस दिन मैंने सही मायने में

12

कायरा का इंसाफ-12

27 मई 2023
29
26
2

मेरी पुनः संरचना शक्ति रूप में की गई थी, जिसका मूल उद्देश्य मेरी सखी कल्पना के पूर्व जन्म की सुरक्षा और सहायता के साथ जुड़ा हुआ था, कल्पना मानव शरीर के रूप में पुनः जन्म लेने के कारण आज की कायरा अपनी

13

कायरा का इंसाफ-13

27 मई 2023
27
25
2

अपने आप को आईने में निहारती कायरा अब धीरे-धीरे उस उम्र की दहलीज पर दस्तक दे रही थी, जब भावनाओं पर काबू कर पाना और वह भी तब जब शक्तियां प्रचुर मात्रा में अंतर्मन और शरीर के साथ उपस्थित हो, बड़ा ह

14

कायरा का इंसाफ-14

27 मई 2023
26
23
2

ठहरो कायरा ना जाने मुझे क्यों कुछ ठीक ना जान पड़ता, ऐसा लग रहा है जैसे आस-पास कोई चुंबकीय शक्ति का बादल या यूं कहूं कोई अति शक्तिशाली आभामंडल हमारी और बड़े चला आ रहा है, कायरा मुझे अपनी चिंता नहीं लेक

15

कायरा का इंसाफ-15

27 मई 2023
26
24
1

चाचा मुझे इन भेड़ की खालो से कुछ ऐसा बना कर दो, जिसे पहनकर ना तो ठंड लगे और ना गर्मी हो, क्या ऐसा हो सकता????? यदि हां तो, यह कमाल सिर्फ आपके हाथों से ही हो सकता है, कहते हुए कायरा ने दो भेड़ की खाल उ

16

कायरा का इंसाफ-16

29 मई 2023
24
25
1

भला ऐसे कैसे संभव है????? अनबिलीव़बल????? समझ नहीं आ रहा क्या दे रिपोर्ट में?????किसकी बॉडी है यह?????डॉक्टर चीखते हुए बोला........ सर नवनीत चटर्जी नाम बताया है इसका, पैर के अंगूठे में लगी हुई स्

17

कायरा का इंसाफ-17

29 मई 2023
24
24
1

अरुण कंपाउंडर और डॉक्टर तेजस मन ही मन में बस इसी बात को दिन भर सोचे जा रहे थे, कि आखिर प्रोफ़ेसर पॉल हमें कहां ले जाने वाले हैं?????और यह हमारी डॉक्टरी दुनिया से बाहर की ऐसी कौन सी दुनिया है????जो वह

18

कायरा का इंसाफ - 18

29 मई 2023
28
29
1

क्या सोच रहे हो अरुण????बड़ी चिंता में लग रहे हो????डॉक्टर तेजस ने अपने चहते कंपाउंडर कम मित्र को गंभीर मुद्रा में देख कहा, डॉक्टर तेजस और अरुण कहने के लिए तो अलग अलग पद पर थे, परंतु वह सिर्फ हॉ

19

कायरा का इंसाफ -19

29 मई 2023
25
24
1

देखकर तो लगता है, कि किसी बड़े घर की बहू या बेटी होगी........लेकिन यहां कैसे????? और इस हाल में कैसे?????देख कर ऐसा लगता है जैसे किसी ऊंचाई से अचानक किसी कारणवश धोखे से गिर गई होगी, लेकिन नसीब भी कोई

20

कायरा का इंसाफ -20

29 मई 2023
29
29
2

एक नई खबर आज सुबह-सुबह अखबार की सुर्खियों में पढ़ने को मिली, जिसे जिस जिस ने सुना और पढ़ा सबकी आंखें नम हो गईं, अजीब है विधाता का विधान पहले पिता की मृत्यु एक कार एक्सीडेंट में हो गई, और फिर आज

21

कायरा का इंसाफ-21

29 मई 2023
17
18
1

पढ़ाई में इतनी होनहार, आज उसके 12 वी के रिजल्ट आने पर जैसे पूरे घर में इतने खुशी का माहौल छा गया, जैसे कोई जश्न का माहौल हो, और देखा जाए तो एक तरह से जश्न हीं तो है , क्योंकि स्वाति ने आज पूरे डिस्टिक

22

कायरा का इंसाफ-22

29 मई 2023
18
19
1

कहते हैं कि ईश्वर ने बिना भेद के इस प्रकृति को बनाया है, उसने हर रंग को बड़ी खूबसूरती से एक अलग पहचान दी, हां यह बात और है कि उसे इंसान ने अपनी नजरों से अलग-अलग रूपों में देखा, लेकिन जब कायनात ए

23

कायरा का इंसाफ-23

29 मई 2023
19
20
1

अब ज्यादा शोर मत मचाओ, त्यौहार मनाने आई हो, तो खुशी खुशी त्यौहार मनाओ, और जाकर अपना अपना घर संभालो.........हमने किसी में कोई भी भेदभाव नहीं किया, और ना ही किसी को पढ़ने से रोका, जो जिस लायक था उसे वह

24

कायरा का इंसाफ -24

29 मई 2023
18
18
1

यह बात किसी से नहीं छुपी थी कि चौधरी साहब ने कभी भी अपने बेटे, बेटी और बहुओं में किसी भी प्रकार का कोई भेद भाव किया हो, वह आकृति को बिल्कुल अपनी बेटियों की तरह ही मानते थे, वे सारी बाते आकृ

25

कायरा का इंसाफ -25

29 मई 2023
19
19
2

नदियों में बहता हुआ कल कल पानी, झरनों से फव्वारे की तरह बिखर जाने वाली, उच्च स्वर में गिरता पानी और पानी में डुबकी लगाकर फिर लौट आने वाली बतखे, अंगड़ाई लेते पशु-पक्षी और हल्की धूप में यहां वहां भागते

26

कायरा का इंसाफ-26

30 मई 2023
22
22
2

आखिर कब तक गीत संगीत से अपना दिल बहलाती रहेगी, अब उम्र हो चली है उसकी, उसके भी कुछ अरमान होंगे, हर लडकी के शादी को लेकर बहुत से सपने होते हैं,भांजी है आपकी...........आपकी भी जिम्मेदारी है कनक के लिए,&

27

कायरा का इंसाफ-27

30 मई 2023
21
21
3

पद्मिनी की सुदूर गांव में दूर के रिश्ते में रहने वाली किसी बुढ़िया ने उसे सलाह दी थी, कि यदि किसी विशेष पेड़ की छाल को पीसकर अगर उसे शर्बत में मिलाकर किसी को पिला दिया जाए ,तो वह धीरे-धीरे कमजोर होने

28

कायरा का इंसाफ -28

30 मई 2023
22
22
3

अभय एक बहुत ही बिगड़े स्वभाव का लड़का, बड़ों का सम्मान ना करना, गाली गलौज, गुस्सा नशा यह सब करना तो जैसे उसकी आदत सी बन गई थी, कभी-कभी तो इतना नशा कर लेता था कि, किसे क्या बोल रहा है, यह भी उसको याद न

29

कायरा का इंसाफ-29

30 मई 2023
26
26
1

अभय का बर्ताव दिव्या के प्रति बिल्कुल भी अच्छा नहीं था, वह दिव्या को यातना देने का कोई भी मौका नहीं छोड़ता था, और वह दिव्या को हर स

30

कायरा का इंसाफ-30

30 मई 2023
22
21
3

ये घमंडी इंसान या तो तू पागल है, या फिर हद से ज्यादा जिद्दी????क्या तुझे पता हैं तु क्या करने जा रहा है

31

कायरा का इंसाफ-31

30 मई 2023
17
17
2

भला ऐसे कैसे हो सकता है, कि एक सामान्य स्त्री को संसार की वह ताकत सौंप दी जाए, जो सृष्टि के समस्त नियमों को अपने अनुसार परि

32

कायरा का इंसाफ-32

30 मई 2023
18
18
2

मिहिका और अर्पित की शादी को पूरे पांच बरस हो गये थे, वे अपने पारिवारिक जीवन से बहुत खुश थे, काम की अधिकता और जीवन का आनंद उठाने के लिये शादी के शुरुआती दो बरस तक तो उन्होंने परिवार बढ़ाने के बारे में

33

कायरा का इंसाफ-33

30 मई 2023
17
17
2

अर्पित ने मिहिका से कहा कि......... मिस्टर गुप्ता तुम्हारे बॉस कैसे हैं????? अच्छे हैं????? अचानक तुम्हें उनकी याद कैसे आ गयी????? तुम्हारी इस हालत में सबसे अधिक तकलीफ तुम्हारे बॉस को ही हुई होगी।&nbs

34

कायरा का इंसाफ-34

30 मई 2023
19
19
2

आपको तो पता है ना मौसी, मैं उससे कितना प्यार करता था, और फिर मैंने ही तो आपसे कह कर ही तो हमारी शादी के लिए घर वालों को मनाने के लिए कहा था, तब तो आप समझ ही स

35

कायरा का इंसाफ-35

30 मई 2023
17
16
2

आखिर क्या राज रहा होगा मौसी के मुस्कुराहट के पीछे का??????? भला मेरा साथ क्यों दिया मौसी ने?????? यही सब सवाल रह रह कर जयस के मन में गूंजते रहे, वह कह

36

कायरा का इंसाफ-36

30 मई 2023
17
17
2

जयस के पिताजी को उन बुजुर्ग के द्वारा किया गया आदर सम्मान बहुत अच्छा लगा, और इतने सुंदर उनके वचन सुन तो जयस के पिताजी

37

कायरा का इंसाफ -37

31 मई 2023
20
18
2

आज के समय में महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं, फिर चाहे वो कोई भी क्षेत्र क्यों ना हो, हर तरफ महिलाओं ने अपना परचम लहराया हुआ है, पूरी मेहनत और लगन से महिलाएं हर किसी से आगे बढ़ रही हैं, और देश का नाम ग

38

कायरा का इंसाफ -38

31 मई 2023
16
16
2

अपने मिलनसार व्यक्तित्व और सबकी मदद करना, नौकरी में ईमानदारी से रहने के कारण गुंजन ना सिर्फ अपने स्टाफ की ही चहेती थी, अपित

39

कायरा का इंसाफ -39

31 मई 2023
17
16
2

चाहे जो हो जाए, चाहे मुझे जो करना पड़े, अब और बर्दाश्त नहीं कर सकता, भले ही इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों ना देना पड़े, अगर दुनिया में रहकर इं

40

कायरा का इंसाफ -40

31 मई 2023
17
16
3

"जिंदगी की हर कहानी बेअसर हो जाएगीजो हम ना होंगे तो यह दुनिया बर्बाद हो जाएगी पैर पत्थर करके छोड़ेगी जवानी अब रुख भी जाइए, जो चलना सिखा दिया साथ हमने तो यह जमीं भी हमसफर

41

कायरा का इंसाफ -41

31 मई 2023
16
16
2

यह तो होना ही था, विशाल और फिर मुझे तुमसे कोई शिकायत भी नहीं, क्योंकि शायद मेरे प्यार की शुरुआत ही कुछ ऐसी थी, मैंने जवानी की उस लह

42

कायरा का इंसाफ -42

31 मई 2023
15
14
1

शादी को दस साल हो गए थे, लेकिन फिर भी निशा जैसे एक सजा की तरह गुज़र रही थी, निशा ऐसा महसूस करती थी, जैसे उसके मायके वालो ने उसे ससुराल नह

43

कायरा का इंसाफ -43

31 मई 2023
14
13
2

क्या तुम्हें पता है, मैं जब महज पांच 6 वर्ष की रही होगी, तब कई बार मैं घंटों पलंग के नीचे छिपी रहती, तो कभी चादर से अपने आप को ढक कर रखती, कभी मेहमानों

44

कायरा का इंसाफ -44

31 मई 2023
14
14
2

कायरा का ऐसा विचलित होना और रह-रहकर उग्र हो जाना, शायद स्मृति द्वारा कही गई बातों का प्रभाव था, और फिर उसने कहा भी क्या गलत, जिंदगी के कई कड़वे सच को ह

45

कायरा का इंसाफ -45

31 मई 2023
17
17
3

तीन सौ बीघा जमीन के मालिक अभिमन्यु गुप्ता जिसे सब गुप्ता जी के नाम से ही जानते थे, वह अकेले लगभग पालवी गांव की आधे से ज्यादा ज

46

कायरा का इंसाफ -46

31 मई 2023
15
15
2

बेशक मैं तुम्हें माफ कर देती, यदि कुसूर तुम्हारा ना होता, और तुमने खुद अपने दिल से उसे स्वीकार न किया होता, जिस जुर्म को तुम खुद दिल से कब

47

कायरा का इंसाफ -47

31 मई 2023
14
14
2

अगर तुम गुनाहगार ना होते तो क्यों ना रोक पाए अपने आप को ??????क्या सिर्फ तुम्हें ही जिस्म मिला है???? क्या पुरुष होना और प्रतिष्ठा पाना तुम्हें समाज की सारी व्यवस्था बिगाड़ने का अधिकार देता है जो तुमन

48

कायरा का इंसाफ -48

31 मई 2023
16
16
3

जीवन में कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है ,जब हमें किसी से अपमान सहन करना पड़ता है, कई बार अपनी की गई गलतियों के कारण, तो कई बार बिना बात के अपमानित होना पड़ता है, हाला

49

कायरा का इंसाफ -49

31 मई 2023
16
15
2

मन ही मन हर्षिका को गर्वित की बातें कुछ अजीब सी लगने लगी, हर्षिका सोचने लगीं, आख़िर गर्वित अपने परिवार वालो से मुझे कब मिलाएगा,और वह परेशान सी रहने लगी,और फिर सीमा ने हर्षिका को भड़काने क

50

कायरा का इंसाफ-50

31 मई 2023
15
14
1

भला ऐसे कैसे हो सकता हैं???? मैंने तुम्हें बिना किसी एक रुपए लगाए हिस्सेदार बनाया और तुम खुद आज अपनी हिस्सेदारी

51

कायरा का इंसाफ -51

31 मई 2023
13
12
1

भला ऐसे कैसे हो सकता है?????मेरे सारे खिलौने टूट गए, खड़ी फसलें बर्बाद होने लगी, मैं इन से क्या मांगू?? आप ही बताएं..... क्योंकि मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा, ऊपर से लोगों के ताने अलग सुनने में आ रह

52

कायरा का इंसाफ -52

31 मई 2023
14
13
1

कातिल हसीना (एलिना)- 51 आखिर क्या बात है सिस्टर???? आज अचानक इस छोटे से सरकारी हॉस्पिटल में इतनी हलचल क्यों हैं????और सुबह से यहां की टेलीफोन की घंटी हमारे क्वा

53

कायरा का इंसाफ -53

31 मई 2023
14
14
1

कातिल हसीना (एलिना)- 52 जैसे हर किताब के पहले पन्ने पर सिर्फ लिखने वाले का नाम होता है, और कुछ भी नहीं ना आगे ना पीछे.... हर कोई उस पेज को छोड़ दूसरे पेज से लिख

54

कायरा का इंसाफ-54

31 मई 2023
14
14
1

जिस्म को अंदर तक जमा देने वाली इस कड़कड़ाती ठंड में उस बच्चे की सुबह चार बजे से लेकर आठ बजे तक अखबार और मैगजीन की दुकान, और शाम पांच बजे से बाद रात्रि नौ बजे तक पुस्तकों की दुकान लगाना, सबके लिए आश्चर

55

कायरा का इंसाफ-55

31 मई 2023
14
14
2

अचानक शहर में मची हलचल और लोगों के दिल में उठते सवाल और गली चौराह में गरीब से गरीब तपके, यहां तक कि मंदिर के सामने बैठने वाले भिखारियों तक के बीच यदि कोई बात चर्चा का विषय बनी हुई हो तो, निश्चित तौर प

56

कायरा का इंसाफ-56

8 जून 2023
13
13
2

कायरा....कायरा....कायरा आँखे खोलो, आवाज सुन जब कायरा ने आँखे खोली तो, सामने उसे मैं दिखी, कायरा ने अपनी पूर्ण संतुष्टि के लिये एक बार आँखों को मलकर पुनः देखा और जब उसे यकीन हो गया तो वह उठ ब

57

कायरा का इंसाफ-57

8 जून 2023
14
14
3

आपके सारे गांव की परेशानियां, आदि कोई क्षण भर में दूर करने की ताकत रखता है, तो एक ही शख्स है, लेकिन उसे भी अनुमति की जरूरत होगी, महज उसके समुदाय के चंद सदस्यों के लेकिन फिर भी मुझे विश्वास है, कि यदि

58

कायरा का इंसाफ-58

8 जून 2023
13
13
2

यदि आपको ऐसा लगता है , कि मैंने रजनी देवी का नाम लेकर गलत किया है तो बेशक मैं आपकी गुनहगार हूं, लेकिन जब बात पूरे समाज और राज्य को बचाने की हो, तब मेरा या आपका अस्तित्व शून्य से कम ना हो।

59

कायरा का इंसाफ-59

8 जून 2023
13
13
2

मुझे ऐसा क्यों लगता है कि आपने इस हवेली में बहुत सोच-विचार के पश्चात कदम रखे हैं, लेकिन क्यों यह बात मेरी समझ नहीं आती?????क्या इसलिए की यह नगरवधू का निवास स्थान हुआ करता था, और यदि ऐसा है तो क्या गलत

60

कायरा का इंसाफ-60

8 जून 2023
14
14
2

मुझे आपका बेखौफ विचरण इस हवेली में यह तो साफ दर्शाता है कि आप की सासू मां से मिलने के पश्चात आप काफी खुश है, यह मेरे लिए हर्ष की बात है, लेकिन इधर उधर ताकती हुई आपकी नजरें और उस में छुपे हुए प्रश्न, ज

61

कायरा का इंसाफ-61

8 जून 2023
13
13
2

अगर मन में धैर्य और दाता पर विश्वास ना हो तो, कोई लाभ शेष नहीं रह जाता, और संभवत इस बात की भी उम्मीद नहीं की जा सकती कि याचक को कुछ मिल सके, यह सुनते ही लोचन कुमार का चेहरा उतर गया, क्योंकि बार-बार प्

62

कायरा का इंसाफ-62

11 जून 2023
13
13
2

विक्रम के पास इतनी संपत्ति थी, कि यह कल्पना शायद उसके घर वालों ने भी ना की थी, कल तक जिस विक्रम को उनके रिश्तेदार अवघड़, पागल, घुमक्कड़, बेकार आदमी और ना जाने क्या क्या समझ कर धुधकारते थे, अचानक उसके

63

कायरा का इंसाफ-63

11 जून 2023
13
13
2

क्या हुआ किस सोच में डूबे हो????मुझे तुम्हारे चेहरे पर चिंता साफ नजर आ रही है, अगर कुछ प्रश्न हो तो तुम पूछ सकते हो??अब यह सुनते हुए जैसे बलवीर कुम्हार चौंक पड़ा, क्योंकि जैसे ही उसने वह पोटली उस सुना

64

कायरा का इंसाफ-64

11 जून 2023
13
13
2

घर के सामने जमा भीड़ और सुनाई देता कोहराम, चीख चीख कर रोने की आवाज से ऐसा जान पड़ता हैं, जैसे घर के किसी सदस्य की मृत्यु हो गई हो, ऐसा विलाप की सुनने वाले के दिल दहल उठते है।

65

कायरा का इंसाफ-65

11 जून 2023
12
12
1

किसी भी राज्य में शासन किसी राजा का नहीं होता , अपितु वहां की प्रजा, सेवादार ,सैनिक, मंत्री और सलाहकार सही मायने में एक अच्छे शासन का लुफ्त उठाते हैं, राजा तो सिर्फ सिंहासन और राजसत्ता से बंधा हुआ एक

66

कायरा का इंसाफ-66

11 जून 2023
13
13
1

समय के साथ-साथ हर परिस्थिति बदलते जा रही थी, राज्य शासन बदलते गए , और उम्र के पड़ाव में अब विक्रम को एक जगह ठहरने पर मजबूर कर दिया, और वह पहले की तरह एक स्थान से दूसरे स्थान बहुत कम समय में आना जाना न

67

कायरा का इंसाफ-67

11 जून 2023
14
14
2

चटकती सुनहरी धूप, मंद हवाएं और झरने का बहता कल कल पानी, फूलों की महक और पक्षियों का स्वर और उस पर तितलियों का एक फूल से दूसरे फूल पर जाकर बैठना, साथ ही भौरों का गुंजन ,सब कुछ उस धरती पर उगी हुई मध्यम

68

कायरा का इंसाफ-68

11 जून 2023
14
15
2

कायरा के बाबा उस लता को उठाकर अलग तो रख देते हैं, उसमें दिन ब दिन बहुत फूल खिलते हैं, और वह लता बढ़ते ही जाती है, और हरी-भरी लहराती हुई ,वह लता बहुत सुंदर सी दिखती है।

69

कायरा का इंसाफ-69

11 जून 2023
14
15
2

वो अलग-अलग रंगों के गुब्बारे, रेहड़ी और छोटी दुकानों से उठने वाले धुएं में मिश्रित मिठाई की खुशबू, बच्चे की चहकने की आवाज, और तरह-तरह के झूलो और उनमें बैठे कुछ खुशनुमा तो कुछ डरावनी शक्ल लिए हुए बैठे

70

कायरा का इंसाफ-70

12 जून 2023
15
16
3

एक तरफ मौलवी हैरान था, उस घटना से और उत्सुकता के साथ में चलने वाले हर हमसफर को बारी-बारी शक भरी निगाहों से देख रहा था, वह यह जानना चाहता था कि आखिर उससे भी ज्यादा शक्तिशाली इल्म का मालिक कौन है ????जि

71

कायरा का इंसाफ-71

12 जून 2023
14
15
2

मेला यह शब्द सुनते ही बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है,मेला हमेशा से सभी लोगों का एक अभिन्न अंग रहा है, मेले में व्यतीत किए गए क्षण सभी को आनंदित कर देते हैं, और ये क्षण सदा के लिए व्यक्ति की स्मृ

72

कायरा का इंसाफ-72

12 जून 2023
14
15
2

कायरा....कायरा....कायरा आँखे खोलो, आवाज सुन जब कायरा ने आँखे खोली तो, सामने उसे मैं दिखी, कायरा ने अपनी पूर्ण संतुष्टि के लिये एक बार आँखों को मलकर पुनः देखा और जब उसे यकीन हो गया तो वह उठ ब

73

कायरा का इंसाफ-73

12 जून 2023
15
15
2

मेरी चिंता का विषय यह नहीं है, कि मेरे बाद इस कुनबे का क्या होगा???? या मेरा घर कौन चलाएगा????यह सब सोचना बेकार की बातें हैं, क्योंकि कायरा मेरे लिए बेटा और बेटी दोनों ही है, या यूं कहूं कि मेरे

74

कायरा का इंसाफ-74

13 जून 2023
14
15
2

अचानक कुछ दिनों से पहाड़ी का दूसरा हिस्सा आज रात्रि में शांत सा जान पड़ा, तभी अचानक ज्वालामुखी से तेज विस्फोट की आवाज आती , तो कभी अचानक सूरज की तेज रोशनी, रात्रि के अंधकार को ढकने लगती। &

75

कायरा का इंसाफ-75

15 जून 2023
18
15
1

किसी अदृश्य सुरक्षा कवच ने उसका मुख मोड़ दिया, और अपने साथ निशांत को किसी चोर की तरह उठाकर ले गई ,और वह शक्ति बिना किसी को नुकसान पहुंचाए शान्त हो गई,कायरा अत्यंत क्रोध के साथ देखने लगी, लेकिन तभी उसे

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए