अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो अपने घर यानि अपने मायके आ जाती है ,उधर बलविंदर शब्बो को लेकर बहुत ही परेशान है कि वो कहाँ गयी ? पता लगाने के लिए ,बुआ के घर भी फोन करता है किन्तु शब्बो के इंकार करने के कारण उसके माता -पिता बुआ को भी नहीं बताते ,कि शब्बो आई हुई है। बेटी इस तरह घर में अचानक ,वो तो पहले से ही परेशान थे ,जब शब्बो ने उन्हें बताया - कि बलविंदर तो पहले से ही विवाहित है और उसने उसका गर्भपात भी करवा दिया ,तब उसके पिता गांव के बड़े -बुजुर्गों से मिलकर ,उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज़ कराते हैं ,तब पुलिस आकर बुआ को पकड़कर ले जाती है। ये सभी कार्य इतनी सावधानी से हुए ,कि चेतना को तो इसकी भनक भी नहीं लगी ,वरना अब तक तो वो भाग गयी होती।
जब चेतना को पुलिस ले जा रही थी ,तब सम्पूर्ण गांव में ये बात फैल गयी और जो जैसी भी स्थिति में था उसे देखने के लिए ,दौड़कर आया। किसी को कुछ भी अंदाज़ा नहीं था, कि क्या हुआ ?उस समय टोनी भी घर में नहीं था। न ही उसका बाप ! चेतना ने ,अपने बचने के लिए अनेक तर्क दिए ,किन्तु विवाह के कुछ ही माह पश्चात ,अपनी बीवी को मानसिक यातना देने और विवाहित होते हुए ,दूसरा विवाह करने के कारण ,धोखाधड़ी का केस था। पूछताछ के पश्चात ,बुआ के द्वारा बलविंदर को भी बुलाया गया। जब बुआ का फोन आया ,तब बलविंदर परेशान हालत में बैठा था। वो जहाँ भी शब्बो के होने की उसे उम्मीद हो सकती थी सब जगह छान मारी ,तभी बुआ का फोन आया।
हैल्लो बुआ जी !क्या कोई खबर ?
हाँ पुत्तर ! तू जल्दी से मेरे गांव चला आ ,शब्बो इधर ही है।
क्या?????? उसने कुछ कहा तो नहीं।
नहीं अभी आई है , दोनों पति -पत्नी को साथ आना चाहिए था ,इधर उसकी माँ परेशान हो रही है ,वे तुझे भी साथ में देखना चाहते हैं।
बलविंदर को एक बार भी शक़ नहीं हुआ, कि बुआ पुलिस थाने में बैठी फोन कर रही होगी और पुलिस वालों की निगरानी में ही है। यदि उसे तनिक भी शक़ होता तो भाग जाता। वो गाड़ी में बैठकर ,ख़ुशी -ख़ुशी आ रहा था। उसे इस बात की भी जल्दबाज़ी थी ,कि कहीं शब्बो उन्हें सब कुछ सच -सच न बता दे और अभी तक उसने कुछ नहीं बताया। उसे अपनी बुआ पर पूर्ण विश्वास था कि वो सब संभाल लेगीं। वो शीघ्र अति शीघ्र पहुँच जाना चाहता है ,जैसे ही वो गांव के अंदर घुसा ,कुछ लोग उसे ,वहां झुण्ड में खड़े दिखाई दिए ,उनका इस तरह खड़े होना ,उसे कुछ अजीब लगा फिर भी वो आगे बढ़ता गया। जब वो बुआ के घर के नजदीक पहुँचा ,तब उसे कुछ और लोग भी दिखाई दिए ,इस तरह उन्हें देखकर ,उसे कुछ ठीक नहीं लगा और उसने अपनी गाड़ी दूसरे रास्ते की ओर मोड़ दी। जो लोग साधारण वेशभूषा में ,बलविंदर की प्रतीक्षा कर रहे थे। तुरंत ही सचेत हो गए ,और उसका पीछा करने लगे। बाहर जाने वाले रास्ते पर भी खड़े लोगों ने उसका रास्ता रोक दिया। उसने सोचा भी ,कि तेज़ गाड़ी चलाकर वो भाग जाये किन्तु इतने लोगों को तो नहीं रौंद सकता था। तब भी पकड़ा जाता ,उसे पकड़कर पुलिस थाने ही लाया गया।
बुआ और बलविंदर ने एक -दूसरे को देखा ,बुआ ने पूछा -अब तूने क्या किया ?जो ये पुलिसवाले मुझे पकड़कर यहाँ ले आये।
तब एक पुलिसवाले ने कहा -हम बतायें ! तुमने क्या -क्या किया है ?इसका एक विवाह हो चुका ,उसके बाद भी झूठ बोलकर, बेचारी बच्ची को फंसाया और जबरदस्ती उसका गर्भपात कराया।
उसकी बात सुनकर ,बुआ का चेहरा फीका पड़ गया ,फिर भी बात को संभालते हुए बोली -ये आपसे किसने कहा ?इस बात का क्या सबूत है ?कि इसका विवाह हो चुका है ,ऐसे ही कोई आपसे आकर झूठ बोल देगा और आप लोग किसी को भी जबरदस्ती उसके घर से उठा लायेंगे।
सबूत भी मिल ही जायेगा ,जब सबूत मिल जायेगा ,तब मेरा मुँह नहीं मेरा ये डंडा बात करता है। अब इससे पूछ ,इसने उस बच्ची का जबरदस्ती गर्भपात क्यों करवाया ?
ये तो उनका अपना पति -पत्नि का मामला है ,इसमें मेरा क्या योगदान है ?मैं यहाँ इस गांव में रहती हूँ और ये लोग बाहर शहर में। अब इसमें भी क्या मेरी ही गलती है ?बुआ हेकड़ी दिखाते हुए बोली।बलविंदर से बोली -क्या हुआ ?तूने ऐसा क्यों किया ?
बलविंदर नजरें झुकाकर बैठ गया ,वो किस मुँह से बुआ से कहे- कि उसने वहां रहकर क्या -क्या कांड किये हैं ?
उसकी चुप्पी देखकर ,बुआ बोली -बताता क्यों नहीं ?ऐसा तूने क्यों किया ? बलविंदर तब भी नहीं बोला।शब्बो को भी थाने में बुलाया गया। बलविंदर को देखते ही ,शब्बो ने उसके मुँह पर थूक दिया और बोली -इसे इतनी कड़ी से कड़ी सजा दीजिये ताकि ये किसी और के साथ ऐसी हरकतें न कर सके।
बुआ शब्बो की हरकतें देखकर ,उससे बोली -इसने तेरे साथ ऐसा क्या कर दिया ?जो तू अपने पति के साथ ऐसा कर रही है।
क्या आपको नहीं पता ?कि इसका पहले भी इक ब्याह हो चुका है। इस बात पर बुआ की नजरें नीची हो गयीं फिर भी सफाई देने से बाज नहीं आई और बोली -वो तो ,इसने घरवालों को बिन बताये ही कर ली थी ,इसने हमें बताया ही कब ?
मेरे से विवाह करने से पहले तो पता चल गया था किन्तु मेरे पिता के पैसे के लालच में ,दुबारा ब्याह करवा दिया।
ये सब तुझसे किसने कहा ?बुआ ने हैरत में आकर कहा।
इसने ही सब बताया ,तुम्हारी सम्पूर्ण योजना !!!!!!मुझे तो हैरत है ,हमारे घर में घुसकर ,हमारे ही विरुद्ध षड्यंत्र रचती रही और हमें तनिक भी आभास नहीं हुआ। तुम्हें चाची कहती थी ,मेरे जीवन से खेलते तनिक भी लज्जा नहीं आई।