shabd-logo

बदली का चाँद (भाग १)

2 मई 2023

65 बार देखा गया 65

करतार अपनी शब्बो के संग छत पर बैठा था। चंदा की चांदनी में शब्बो का चेहरा चमक रहा था। शब्बो ने अपनी घनी रेशमी ,घुँघराली जुल्फें ,अपने हाथों में समेटी और उन्हें कसकर ,एक जूड़े का रूप दिया।  जिस कारण शब्बो का चेहरा और चमक उठा। एकाएक करतार के मुँह से निकला -''बदली से निकला है चाँद। '' शब्बो मुस्कुराते हुए ,उसके सीने  पर सिर रखकर बोली -तेरे लिए तो ये चाँद ,हमेशा से ही निकला रहेगा ,कुछ सोचते हुए  उसकी तरफ देखते हुए ,बोली -तू है ही ,इतना सोहणा। जिसका अर्थ उसके लिए करतार की मन की सुंदरता से था।



करतार लेटा हुआ था ही ,शब्बो भी अपना चेहरा आसमान की तरफ कर ,करतार का तकिया सा बना ,सीधी लेट गयी। चंदा की चांदनी तो सभी पर पड़ रही होगी ,क्या हमारे लिए कोई विशिष्ट है ?तारे भी टिमटिमा रहे हैं ,इन तारों की भीड़ में ,शब्बो को ,कुछ वर्ष पहले की कुछ घटनाएँ स्मरण होती हुई ,दिखलाई देने लगी। जब वो तेरह बरस की थी। तभी पिंड के छोटे बड़े सभी की निगाहें उसे घूरती नज़र आतीं। कुछ निग़ाहें उसकी सुंदरता की प्रशंसा के लिए होतीं और कुछ उसे खा जाने वाली दृष्टि से देखतीं।

उसकी छत से लगी ,सुरेंद्र के घर की छत थी ,उसे सभी' टोनी 'कहते थे। एक दिन उसकी छत की  दीवार से  कूदकर एक लड़का आया और बोला -ऐ जलपरी ! तूने क्या मेरी पतंग देखी ?शब्बो ने न में गर्दन हिलाई और बोली -तुझे क्या मैं ,जलपरी दिखती हूँ  ?मेरा भी  नाम है। ओहो ! तेरा भी नाम है, उसे घूरते हुए बोला ,क्या नाम है तेरा ?सारा मौहल्ला जानता है- कि मेरा नाम ''शब्बो ''यानि शबनम। तू क्या, इस मौहल्ले में नया  आया है ? तू क्या कहीं की राजकुमारी है ?जो मुझे तुझसे जान -पहचान करनी होगी या मैं  तुझे जानूँगा। मेरा भी नाम है उसने अपना कॉलर पकड़ते हुए ,इस तरीक़े से कहा ,शब्बो तो जैसे उस पर मुग्ध हो गयी और बोली -हम भी तो सुनें ,क्या नाम है ,तेरा ?बलविंदर नाम है मेरा और अपनी पतंग ढूंढते हुए ,छत के दूसरे कोने तक पहुंच गया। शब्बो भी थोड़े तेज़ स्वर में बोली -बल्लू... ओये बल्लू.... वो अपनी पतंग लेकर वापिस आकर बोला -ये बल्लू कौन है ?तुम.. शब्बो बदला लेने की तर्ज़ में बोली -जैसे मैं' जलपरी 'तुम बल्लू।
बलविंदर  चिढ़ता हुआ बोला -ये नाम मुझे नहीं पसंद ,''जलपरी ''तो मैंने तुम्हारे सुंदर रेशमी भीगे बाल देखकर कहा ,तुम भीगे बालों में बिल्कुल ''जलपरी ''की तरह सुंदर लग रहीं थीं। अपनी प्रशंसा सुनकर शब्बो ,जो पहले उससे आक्रमण की तैयारी में जुटी थी , लजा गयी। बोली -तो तुम मेरी तारीफ़ कर रहे थे। होर नहीं तो क्या ?कहकर  उसी दीवार से सुरेंद्र की छत पर कूद गया। लो ,वो तो चला भी गया और अपने झगड़े में बताकर भी नहीं गया कि वो कौन है ?कहाँ से आया है ?कहकर उसने अपने माथे में हाथ मारा। तभी उसे स्मरण हुआ -नाम तो उसने मुझे अच्छा दिया है -''जलपरी ''सोचकर मन ही मन मुस्कुराने लगी। मैंने भी तो उसे एक नाम दिया -बल्लू... सोचकर मन ही मन मुस्कुराने लगी ,बल्लू नाम ऐसा लग रहा है ,जैसे -बिल्ला ,अब तो मैं उसे बल्लू ही कहूँगी ,चाहे वो कितना भी बुरा माने ,मैंने भी तो उसका दिया नाम ,अपना लिया।


शब्बो बलविंदर  के विषय में ही  सोचे जा रही थी - उसे चिढ़ाने में मज़ा आएगा। वैसे पता तो लगाना पड़ेगा कि सुंदर मुंडा कौन है ?कहाँ से आया है ?सोचते हुए ,वो छत से नीचे आ गयी। उसकी मम्मीजी ने देखा तो बोलीं -शब्बो तेरे बाल ,सूख गए ,पर तू मन ही मन क्यों मुस्कुरा रही है ?मम्मीजी !हमारा पड़ोसी सुरेंद्र जो है उसके घर कोई आया है कि ? क्यों ?तू क्यों पूछ रही है ?उन्होंने पूछा। शायद उन्हें भी ,नहीं पता था। शब्बो बोली -एक सोहणा मुंडा देखा ,पतंग लेने वास्ते आया था। अच्छा !कौन है वो सोहणा मुंडा ,जिसका मुझे नहीं पता। आज ही तेरी ये मम्मीजी पता कर लेंगी। तभी उनका ध्यान अपनी बेटी के शब्दों पर गया और उसकी तरफ तीख़ी नजरों से देखते हुए बोलीं -क्या वो मुंडा घणा सोहणा है ?तब तक तो शब्बो भी शरमाकर बोली -मेेनू कि पता ,तूसी देख ल्यौ। ओय !अभी तो तू ही बोली -सोहणा मुंडा।

शब्बो की मम्मीजी भला पता न कर सकें कि मौहल्ले में कोई नया बंदा आया है और वो कौन है ?ये तो हो ही नहीं सकता।'' शाही पनीर ''की कटोरी लेकर ,जा पहुँची ,अपने पड़ोसी के घर। टोनी की मम्मी ,टोनी की मम्मी किथे हो ?वो अंदर से बाहर आकर बोलीं -हान्जी ,शब्बो की मम्मीजी कैसे आना हुआ ?अरे क्या बताऊँ ?घर के कामों से बाहर निकलना  ही नहीं होता ,आज'' शाही पनीर ''बनाया था तो सोचा -मेरे हाथ का ''शाही पनीर ''''टोनी ''को बहुत पसंद है ,सोचा -उसे दे ही आऊँ ,अब घर में कोई चीज़ बने और उसे मिल बांटकर न खाएं ,तो मज़ा ही नहीं आता। शब्बो की मम्मी वैसे तो सब्ज़ी हरमिंदर सिंह जी के लिए लाई थी क्योंकी ,उनके हाथ का बना ''शाही पनीर ''उन्हें बहुत पसंद है किन्तु एक बार हरमिंदर जी ने टोनी की मम्मी के आगे ,उनकी प्रशंसा में कुछ शब्द ही क्या बोल दिए ?उनके यहां तो ज्वालामुखी फूट पड़ा जिसका लावा आस -पड़ोस के लोगों ने भी महसूस किया। ''टोनी ''की मम्मी भी ऐं  वई थोड़े ही हैं ,समझती तो वो भी हैं कि ये सब्ज़ी किसके वास्ते आई है ?किन्तु बोली कुछ नहीं।

टोनी यानि सुरेंद्र की मम्मी ने ''शाही पनीर ''की सब्ज़ी तो अंदर रसोईघर में रखने चली गयीं और वहीं चाय के लिए पानी ,चूल्हे पर  चढ़ाकर बोलीं -बहनजी ! चाह तो पि ही लोगी। शब्बो की मम्मी जिस उद्देश्य से उनके घर आईं थीं ,वो तो पूर्ण ही नहीं हुआ। बोलीं -वैसे तो अभी थोड़ी देर पहले चाय पी  थी पर चलो ,एक प्याली तुम्हारे साथ भी हो जाये। चाय पीते हुए ,पहले तो इधर -उधर देखने लगीं फिर बोलीं -क्या घर में कोई नहीं ?हाँ बहनजी ! टोनी तो अपनी क्लास लेने गया है और इसके डैडीजी तो शाम को ही आते हैं। ओ नई जी ,कल मैंने छत पे किसी मुंडे को देखा ,मैंने सोचा -शायद कोई रिश्तेदार आये हों। टोनी की मम्मी मन ही मन मुस्कुराई ,और सोचने लगी -अब आई ,असली मुद्दे पर। किसी के घर में कौन आया है ?इसे पता न चले तो पेट में दर्द होने लग जाता है। प्रत्यक्ष बोलीं -ओ....  बलविंदर !मेरे भाई का मुंडा ,वो तो यहाँ अपने बारहवीं के पेपर देने वास्ते आया है। तभी बाहर से एक बहुत सुंदर गोरा ,हट्टा -कट्टा लड़का प्रवेश करता है ,उसे तो पम्मीजी देखती  गईं।



बलविंदर घर के अंदर प्रवेश करता है तो टोनी की मम्मी पम्मीजी से उसका परिचय कराती हैं। ये लो जी इसका नाम लिया और ये हाजिर ,बड़ी लम्बी उम्र है ,ये ही है मेरे भाई का बेटा बलविंदर। हाय !ये तो बड़ा सोहणा मुंडा है वो अभी  अपनी बात पूरी  भी नहीं कर  पाईं ,तभी टोनी की मम्मी अपने भतीजे की प्रशंसा सुनते हुए, ख़ुश होते हुए कहती हैं -हो भी क्यों न बुआ पर जो गया है। पम्मीजी ने मन ही मन ,जैसे ज़हर का घुंट पीया और बोली -इसकी मम्मी और पापा भी तो  सोहणे होंगे। टोनी की मम्मी भी कम थोड़े ही थी ,बोली -आखिर भइया किसका है ? पम्मी जिस काम के वास्ते आई वो  तो हो गया ,बोलीं  - अब चलती हूँ ,घर में शब्बो अकेली होगी ,कटोरी भिजवा दोगी या अभी ले  जाऊँ। अब यहाँ  से कौन देने जायेगा ?आप लेते जाइये ,अपनी कटोरी।

घर आकर पम्मी ने अपने पति को ,उस मुंडे के बारे में बताया ,किन्ना सोहणा मुंडा है ?हमारी शब्बो के लिए ऐसा ही मुंडा होना चाहिए। दोनों की  जोड़ी क्या खूब लगेगी ?जैसे आसमान से उतरे फ़रिश्ते हों। तभी एकाएक बोली -क्या ऐसा हो सकता है ?ये  ही हमारी शब्बो का रिश्ता ले लें ,अभी तो वो बारहवीं ँ में है। कल को बड़ा होकर कुछ बन जाये तो उससे ही शब्बो के ब्याह की बात चला लेंगे। उसके पति ने कुछ कहा या नहीं किन्तु ये सभी बातें ,शब्बो ने अवश्य सुन लीं । उसे तो पहली  ही  नजर में ''बल्लू ''पसंद आ गया था। अब तो मम्मीजी को भी पसंद आ गया ,यही सोचकर वो मन ही मन प्रसन्न होने लगी।

Dr.Vijay Laxmi "अनाम अपराजिता"

Dr.Vijay Laxmi "अनाम अपराजिता"

बहुत अच्छी शुरूआत के साथ

5 जनवरी 2024

Laxmi Tyagi

Laxmi Tyagi

10 जनवरी 2024

आभार आपका🙏

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत खूबसूरत लिखा है आपने बहन 😊🙏

31 अगस्त 2023

Laxmi Tyagi

Laxmi Tyagi

10 जनवरी 2024

बहुत बहुत धन्यवाद आपका🙏

98
रचनाएँ
बदली का चाँद
5.0
ये एक ऐसी लड़की की कहानी है, जो सीधी और भोली होने के साथ -साथ बहादुर भी है । ज़िंदगी में उसे प्यार में धोखे भी मिले, ज़िंदगी के उतार चढ़ाव को पार करते हुए उसकी ज़िंदगी कहाँ से कहाँ पहुँच गयी? तब भी अपने लोगों और दोस्तों के साथ खड़ी रहती है । अपने जीवन की हर परेशानी का उसने डटकर मुकाबला किया । शब्बो यानी शबनम कैसे अपनी मुश्किलों से बाहर आती है? जानने के लिए पढ़िये - बदली का चाँद
1

बदली का चाँद (भाग १)

2 मई 2023
12
1
4

करतार अपनी शब्बो के संग छत पर बैठा था। चंदा की चांदनी में शब्बो का चेहरा चमक रहा था। शब्बो ने अपनी घनी रेशमी ,घुँघराली जुल्फें ,अपने हाथों में समेटी और उन्हें कसकर ,एक जूड़े का रूप दिया।  जिस कारण शब्ब

2

बदली का चाँद ( भाग २)

3 मई 2023
5
2
4

अभी तक आपने पढ़ा ,-शब्बो यानि शबनम तारों की छाँव में ,अपने पति करतार के साथ छत पर ,वहां के वातावरण का लुत्फ़ उठा रही है ,वो अपने पति के संग तो है किन्तु उसका मन तो ,कई बरस पीछे गया हुआ

3

बदली का चाँद ( भाग ३)

4 मई 2023
3
1
1

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो जो अपने पड़ोस में आये लड़के ,बल्लू 'नहीं ,नहीं ''बलविंदर ''पर मर मिटती है ,वो अपने बाहरवीं के पेपर देने आया है ,जो उनकी पड़ोसन के भाई का लड़का है। अभी तक ,शब्बो ही उस पर मर मिटी है

4

बदली का चाँद ( भाग ४)

5 मई 2023
3
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो बलविंदर को डायरी में ही एक प्रेम -पत्र लिखती है ,उसके अंदर एक ड़र है ,क्या बलविंदर भी उसे प्यार करेगा अथवा उसका प्रेम ,इकतरफा ही रह जायेगा। मन ही मन उसकी मम्मी ,पम्मी

5

बदली का चाँद ( भाग ५)

7 मई 2023
2
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो ,बलविंदर और उनके दोस्त घूमने जाते हैं ,वहाँ से वो नहर पर जाते हैं।बलविंदर को छोड़कर ,सभी को तैरना आता था। शब्बो की सहेली, मस्ती में, बलविंदर को नहर में धक्का दे देती ह

6

बदली का चाँद ( भाग ६)

8 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो बलविंदर को बचाने के लिए पानी में कूद जाती है ,उसे बलविंदर तो नहीं मिलता ,वो स्वयं ही घायल होकर ,अनजान जगह पहुंच जाती है। जहाँ उसका अपना कोई नहीं। एक बच्ची को अकेली देखकर

7

बदली का चाँद ( भाग ७)

9 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो बलविंदर को बचाने के लिए ,पानी में कूद जाती है, क्योंकि वो बलविंदर से मन ही मन प्रेम करने लगती है , किन्तु पानी के बहाव के संग ,वो ही बह जाती है। गांववाले बलविंदर को,

8

बदली का चाँद ( भाग ८)

10 मई 2023
1
0
1

शब्बो किसी अनजान महिला के बहकावे में आकर ,उसके साथ जाने के लिए तैयार हो जाती है किन्तु वहां पर दुर्घटनाग्रस्त एक व्यक्ति को, उस महिला पर शक़ हो जाता है और वो स्वयं तो शब्बो की कोई भी सहायता &nbsp

9

बदली का चाँद ( भाग ९)

11 मई 2023
0
0
0

एक औरत जो शब्बो को ,दुर्घटना वाले स्थान पर मिलती है वो शब्बो को जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर ले जाती है ,वो महिला और कोई नहीं ,तारा देवी है ,जो कुछ लोगों के साथ ,बच्चों को उठाने का कार्य करती है। जिन महाश

10

बदली का चाँद ( भाग १०)

12 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को लेकर तारा ,रात में किसी होटल में रूकती है ,वहाँ तारा शब्बो को समझाती है ,कोई काम है ,जिसको करने से तुम्हें बहुत पैसा मिलेगा। किन्तु शब्बो सोचती है -मुझे पैसे की क्या आवश्यकता

11

बदली का चाँद (भाग ११)

14 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -तारा शब्बो को ,सबके सामने से लेकर निकल जाती है ,जो व्यक्ति शब्बो को मिला था ,वो चिल्लाता रह जाता है। सभी लोग ,तारा नाम की महिला को जानने का प्रयत्न करते हैं ,किन्तु किसी को भी उसकी जा

12

बदली का चाँद (भाग १२)

14 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो जो ,तेरह बरस की उम्र में ,अपने पड़ोस में आये ,बलविंदर से प्रेम करने लगती है ,बलविंदर ''उसको तो इस बात का एहसास ही नहीं। जब सभी लोग नदी में नहाने जाते हैं ,तब बलविंदर को शब्बो की

13

बदली का चाँद ( भाग १३)

15 मई 2023
0
0
0

शब्बो का विवाह ,करतार से हो जाता है ,किन्तु ''करतारे ''की माँ 'शब्बो' को कतई पसन्द नही करती। करतारे के जाने के बाद ,वो उससे सभी वे कार्य कराती है ,जो शब्बो ने किये ही नहीं। शब्बो को आज अपनी मम्मीजी क

14

बदली का चाँद ( भाग १४)

16 मई 2023
1
0
0

करतार सिंह ,अपनी पत्नी शब्बो को प्रसन्न रखने का प्रयत्न करता है, किन्तु शब्बो की उदासी ही, उसके दुःख का कारण बन जाती है। तब उसका दोस्त हरमिंदर उसे ,शब्बो को बाहर घुमाने की सलाह देता है। इसी योजना के त

15

बदली का चाँद ( भाग १५)

20 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को उसका पति करतार सिंह ,उसके मायके घूमाने ले जाने के लिए ,अपनी बेबे से इज़ाजत लेता है। बेबे ने थोड़ी ना नुकुर के पश्चात ,उन्हें जाने की इजाज़त दे दी। चलते समय अचान

16

बदली का चाँद ( भाग १६)

20 मई 2023
0
0
0

बदली का चाँद '' में अभी तक आपने पढ़ा ,ये कहानी शब्बो के जीवन पर केंद्रित है ,शब्बो जो बलविंदर से प्रेम करती है किन्तु किसी कारणवश ,वो तारा देवी के हत्थे चढ़ जाती है ,वो तारा जो बच्चों को उठा ,उन्हें बेच

17

बदली का चाँद ( भाग १७)

21 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा - शब्बो उस ढाबे में कहीं खो जाती है ,तारा और उसके गुंडे शब्बो को हर जगह ढूंढते हैं ,किन्तु वो नहीं मिलती। तभी इंस्पेक्टर गुरिंदर चड्ढा ,अपने दो सिपाहियों के साथ ,उस ढाबे पर आ जाते हैं

18

बदली का चाँद ( भाग १८)

23 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को करतार सिह ,अपने दोस्त के कहने पर ,किसी अन्य स्थान पर ले जाने के लिए अपनी बेबे इजाज़त लेता है ,बेबे का व्यवहार ,वैसे तो शब्बो के साथ सख़्त है किन्तु जब करतार शब्बो को लेकर जाता

19

बदली का चाँद ( भाग १९)

23 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा - शब्बो और करतार विवाह के पश्चात ,पहली बार गुरदासपुर जा रहे हैं ,इस बीच अब उसकी मम्मीजी भी नहीं रहीं। मायके के नाम पर ,उसके घर में ,उसके पापाजी के सिवाय है ही कौन ?करतार तो शब्बो को घु

20

बदली का चाँद ( भाग २०)

24 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो अपने पति करतार के संग अपने मायके जा रही है ,बस में बैठे -बैठे उसे ,उस समय का स्मरण होता है , जब वो तारा के गिरोह को पकड़वाकर ,अपने गांव आती है। गाँव के सभी लोग उसका अच्छे से स्व

21

बदली का चाँद ( भाग २१)

25 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो बस में अपने पति के संग ,अपने मायके ही आ रही है किन्तु मायके से जुडी कई स्मृतियाँ उसे स्मरण हो आती हैं और वो उन स्मृतियों में खोयी ,अपने दुःख ही स्मरण कर रही है। सुख तो आसानी से

22

बदली का चाँद (भाग २२)

26 मई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो अपने पति ,करतार के साथ ,अपने मैके ''गुरदास पुर '' जा रही है ,तभी उसे अपने बीते दिन स्मरण हो आते हैं -किस तरह वो बलविंदर के प्रेम में ,नदी में कूद जाती है और जब किसी तरह बचती -बच

23

बदली का चाँद ( भाग २३)

27 मई 2023
2
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो अब कॉलिज जाने लगी है । आज उसका पहला दिन है ,कॉलिज के अंदर घुसते ही ,उन्हें कुछ लड़के -लड़कियाँ घेर लेते हैं। तब उन्हें पता चलता है ,वो तो उनके सीनियर हैं और उनसे गाना गाने की फ़रम

24

बदली का चाँद ( भाग २४)

28 मई 2023
0
0
0

बदली का चाँद में अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो और शिल्पा कॉलिज में पढ़ने जाती हैं। वहां उनकी ''रैंगिग ''होती है। शब्बो एक गाना सुनाती है ,इससे पहले की गाना समाप्त हो ,वहाँ उपस्थित लड़के- लड़की सभी भाग जाते है

25

बदली का चाँद ( भाग २५)

28 मई 2023
1
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो और शिल्पा ,समीर का पीछा करती हैं ,ये पता लगाने के लिए -कि इसकी उदासी का क्या कारण है ?और वो उसका पीछा करते -करते ,किसी हॉस्पिटल में पहुंच जाती हैं। वहां जाकर उन्हें पता चलता है

26

बदली का चाँद ( भाग २६)

30 मई 2023
1
0
0

बदली का चाँद में ,अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो और शिल्पा दोनों समीर का पीछा करते हुए ,एक हॉस्पिटल में पहुँच जाती हैं ,वहां उन्हें पता चलता है ,कि समीर के पिता वहाँ भर्ती हैं। ये बात समीर को भी पता चल जाती ह

27

बदली का चाँद ( भाग २७)

30 मई 2023
0
0
0

बदली का चाँद में ,अभी तक आपने पढ़ा -समीर अपनी माँ से ,कहता है -उन्हें अब अपने बीमार पति को समय देना चाहिए। इस बात का ,उसकी सौतेली माँ' साधना 'को बुरा लगता है और वो फोन पर समीर की शिकायत करते हुए बताती

28

बदली का चाँद ( भाग २८)

1 जून 2023
1
0
0

अभी तक आपने पढ़ा - शब्बो समीर के घर उसके पापा से मिलने जाती है ,उनसे बातें करती है और तो और उनके लिए फ़ल भी लेकर जाती है ये बात उसकी माँ साधना को पता चल जाती है और उन्हें लगता है -समीर किसी लड़की के चक्

29

बदली का चाँद (भाग २९)

2 जून 2023
1
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो समीर के पापा से छुप -छुपकर मिलने जाती है किन्तु उन्हें उसके विषय में कुछ नहीं मालूम। तब उनकी पत्नी साधना को समीर और शब्बो के रिश्ते में शक़ होता है ,तब समीर उन्हें बताता है कि उस

30

बदली का चाँद ( भाग ३०)

4 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो ''गुरदास नंगल ''गांव की रहने वाली है ,उसके पास आने -जाने के लिए स्कूटी भी है। समीर जो उसके कॉलिज में ही पढ़ता है ,जो उससे आगे की कक्षा में है -किन्तु शब्बो उसे, मन ही मन पसंद कर

31

बदली का चाँद ( भाग ३१)

7 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -समीर ,शब्बो से अपनी परेशानी बताता है किन्तु शब्बो उसकी व्यथा तो सुन लेती है किन्तु अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं देती ,तब समीर को लगता है ,उसे अपने दिल की बात बताकर कहीं ,मैंने गलती तो

32

बदली का चाँद (भाग ३२)

7 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो के कारण समीर के घर में खुशियां आती हैं ,उनके घर ख़ुशहाली करके ,न जाने शब्बो कहाँ चली गयी ?समीर कई दिनों से उसे खोज रहा था। उसे क्या पता ?शब्बो कैसी दुविधा में फंस गयी है ?एक तरफ

33

बदली का चाँद ( भाग ३३)

8 जून 2023
0
0
0

बदली के चाँद में ''अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो अब अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ रही थी वो समीर के क़रीब आने लगी तो उसकी ज़िंदगी ने ,एक नई करवट ली और उसकी ज़िंदगी में एक नया मोड़ आया। अब उसके लिए बलविंदर का रिश्ता

34

बदली का चाँद ( भाग ३४)

10 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -समीर ,को शिल्पा से पता चलता है -शब्बो को लड़के वाले देखने आ रहे हैं ,सुनकर उसका मन उदास हो जाता है किन्तु उसे अपने पापा से बात करके अच्छा लगता है और एक उम्मीद से उसका चेहरा खिल उठता है

35

बदली का चाँद ( भाग ३५)

12 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को देखने के लिए उनकी पड़ोसन का भतीजा बलविंदर और उसका परिवार आता है। बचपन में ,शब्बो को भी बलविंदर पसंद था ,उसने ही बलविंदरका नाम प्यार में 'बल्लू ''रखा था। किन्तु उसने बरसों से

36

बदली का चाँद ( भाग ३६)

13 जून 2023
1
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को देखने वाले आते हैं और साथ ही साथ अँगूठी पहनाने की रस्म भी कर जाते हैं। शब्बो अभी ,इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थी ,किन्तु बुआ जी के दबाब के कारण ,उस समय की परिस्थितियों को समझ

37

बदली का चाँद ( भाग ३७)

14 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को समीर अपने दिल की बात तो कहता है, किन्तु तब तक देर हो चुकी होती है क्योंकि शब्बो का रिश्ता बलविंदर के संग हो जाता है। इस रिश्ते से शब्बो भी प्रसन्न नहीं थी किन्तु किसी से कुछ

38

बदली का चाँद (भाग ३८)

15 जून 2023
0
0
0

बदली का चाँद में ,अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो का रिश्ता बलविंदर से हो जाता है ,किन्तु समीर को शक़ है -उसने बलविंदर को एक लड़की के साथ देखा था। इसी बात का पता लगाने के लिए ,वो बलविंदर के गांव चला जाता है ,वहा

39

बदली का चाँद ( भाग ३९)

16 जून 2023
1
0
0

बदली का चाँद '' में अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो की चाची यानि उनकी पड़ोसन चेतना ,को शब्बो के हाव -भाव से उस पर ,संदेह हो जाता है -हो न हो ,कहीं इसका किसी लड़के से कोई चक्कर तो नहीं ,इसी संदेह के कारण ,वो अप

40

बदली का चाँद (भाग 40)

17 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -समीर और करन बलविंदर के गांव जाकर उसके विषय में जानकारी जुटाते हैं ,उनका जाना ,बलविंदर से छिपता नहीं है ,उसे भी पता चल ही जाता है कि कोई उसके विषय में पूछताछ कर रहा था। अब इस बात की ज

41

बदली का चाँद ( भाग ४१)

18 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -चेतना अपनी चालें चल रही है ,उसने टोनी को समीर की तस्वीर लाने के लिए कहा और स्वयं पम्मी के घर चली जाती है। इधर मन ही मन शब्बो ,उनके विरुद्ध ,सबूत की तलाश में है ,उधर चेतना उसके घर आत

42

बदली का चाँद (भाग ४२)

20 जून 2023
0
0
0

बदली का चाँद ''में अभी तक ,आपने पढ़ा -समीर बलविंदरके विरूद्ध ,प्रमाण ढूंढता है किन्तु उसे कुछ भी हाथ नहीं लगता। उधर विवाह होने में दो दिन ही शेष हैं ,तब उससे शब्बो कहती है - जो भी करना है ,अति शीघ्र ही

43

बदली का चाँद ( भाग ४३)

22 जून 2023
0
0
0

समीर अपनी ही बनाई ,परेशानियों में उलझकर रह गया ,उसने अपनी बेवक़ूफी कहो या नादानी में ,अपने ही ''पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली ''शब्बो के कारण ही तो ,वो ये सब कर रहा था। उसका ही साथ उसे छूटता नजर आ रहा था।

44

बदली का चाँद ( भाग ४४)

23 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -समीर और उसके दोस्त करन का ,कुछ लोग अपहरण कर लेते हैं। उन्हें दो दिनों तक ,एक जगह पर बंद रखा ,जिसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। किसी ने धोखे से ,समीर को बुलाया और वहीं दोनों का अपहर

45

बदली का चाँद ( भाग ४५)

24 जून 2023
0
0
0

समीर और उसके दोस्त का कुछ लोग ,अपहरण कर लेते हैं ,दूसरी तरफ ,शब्बो का विवाह ,बलविंदर से हो जाता है। विवाह के पश्चात, उन्हें भी दारू पिलाकर छोड़ दिया जाता है। पुलिस के पूछने पर भी, वे लोग अपने अपहरणकर्त

46

बदली का चाँद ( भाग ४६)

26 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा- शब्बो 'पग फेरे 'की रस्म के लिए ,अपने घर आती है और अपने कॉलिज जाना चाहती है किन्तु बुआ उसे कॉलिज जाने से मना कर देती है ,ताकि वो समीर से न मिल सके और उसके मम्मी -पापा को भी ,उसकी 'सु

47

बदली का चाँद ( भाग ४७)

27 जून 2023
0
0
0

अभी आपने पढ़ा -समीर और शब्बो ,चेतना चाची के षड्यंत्रों का शिकार हो जाते हैं और कुछ भी नहीं कर पाते हैं। वो जान गए हैं ,कि ये सभी षड्यंत्रों में चेतना का ही हाथ है किन्तु ,उसके विरुद्ध कोई सबूत भी नहीं

48

बदली का चाँद ( भाग ४८)

29 जून 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो ,अपनी ससुराल से 'पग फेरे ''की रस्म के लिए आती है किन्तु उसको लेने शाम तक भी ,उसका पति बलविंदर नहीं आता है ,तब पम्मी को उसकी चिंता होने लगती है। तब वो ,अपनी पड़ोसन ''चेतना ''जो क

49

बदली का चाँद ( भाग ४९)

29 जून 2023
0
0
0

अभी तक अपने पढ़ा -शब्बो ,समीर के संग भाग जाना चाहती है, किन्तु समीर उसे समझाता है -इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा। शब्बो बुआ से भी मिलने जाती है ,ताकि कुछ पता चल सके, किन्तु उसे भी कुछ हासिल नहीं होता। अ

50

बदली का चाँद ( भाग ५०)

1 जुलाई 2023
0
0
0

बलविंदर और शब्बो शहर में आ जाते हैं ,शब्बो अपनी माँ की बातें स्मरण करती है। माँ ने बताया था -ये रिश्ता ,''सात जन्मों '' का बंधन है, किन्तु शब्बो को तो लगता है ,जैसे ये इस जन्म में भी ,जबरदस्ती का रिश

51

बदली का चाँद ( भाग ५१)

2 जुलाई 2023
1
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -बलविंदर शब्बो को लेकर ,बड़े शहर चला जाता है ,शब्बो उससे पूछती है -तुम्हारा क्या काम है और काम पर कब जाओगे ?उसके इन प्रश्नों से बलविंदर घबरा जाता है। तब वो बुआ से इसका उपाय पूछता है। श

52

बदली का चाँद ( भाग ५२)

3 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो अपने पति बलविंदर के संग होटल में ,खाना खाने जाती है ,वहीं उनकी मुलाकात एक बड़ी कम्पनी के मालिक से होती है। दोनों को ही ,खाने में या पीने में ,नशे की चीज़ मिलाकर दी जाती है।रात्रि में ,दोनों का म

53

बदली का चाँद ( भाग ५३)

4 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो आज गर्भवती है ,वो ही शब्बो ,जो जीवन से ,अपने जज़्बातों से लड़ती ,जूझती न जाने ,उसकी ज़िंदगी कितने झंझावतों से गुजरती हुई ?आज इस मुक़ाम पर आ पहुँची।आज अपने को वो ,अपनी दुनिया में रचा -बसा समझ रही है

54

बदली का चाँद ( भाग ५४)

5 जुलाई 2023
1
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को पता चलता है ,जिस ज़िंदगी को वो इतना आसान समझे बैठी थी ,वो इतनी आसान नहीं। उसमें तो उसके लिए ,जैसे कांटे ही भरे हैं। अभी उसे उन काँटों पर चलना है। उन काँटों की चुभन ,उसे अभी स

55

बदली का चाँद ( भाग ५५)

7 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो का तो ,सम्पूर्ण अस्तित्व ही हिल गया। ज़िंदगी उसे न जाने कहाँ से कहाँ ले आई ?समझौते भी कहाँ तक करें, इतनी पीड़ा इतना दर्द कोई कब तक सहन करेगा ?कभी तो चीख निकलेगी ही ,उसने अपने अनचाहे गर्भ को मिटाने

56

बदली का चाँद ( भाग ५६)

9 जुलाई 2023
0
0
0

बदली का चाँद ,भी तो धीरे -धीरे निकलता है ,फिर से कोई बदली उसे घेर लेती है और वो छिप जाता है। वो चमकना चाहता है ,निखरकर सम्पूर्ण आकाश में चमकना चाहता है किन्तु बदली उसे फिर से छुपा लेती है ,इसी तरह शब्

57

बदली का चाँद ( भाग ५७)

10 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो अपने घर ,अपने मम्मी -पापा जी के घर आ गयी किन्तु उसने इतने दिनों से ,जो इतना दर्द सहा ,पापा के प्यार के एहसास से ,आँसुओं में बहने लगा। वो अपने पापा के गले लगकर ,देर तक रोती रही किन्तु पम्मी कुछ न

58

बदली का चाँद ( भाग ५८)

12 जुलाई 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो अपने घर यानि अपने मायके आ जाती है ,उधर बलविंदर शब्बो को लेकर बहुत ही परेशान है कि वो कहाँ गयी ? पता लगाने के लिए ,बुआ के घर भी फोन करता है किन्तु शब्बो के इंकार करने के कारण उसक

59

बदली का चाँद ( भाग ५९)

13 जुलाई 2023
1
0
0

शब्बो के पिता ,बुआ और बलविंदर के परिवार के ख़िलाफ़ ''धोखाधड़ी ''का केस कर देते हैं। थाने में ,शब्बो भी आ जाती है और बलविंदर को देख उसके मुँह पर थूकती है और बुआ को भी ,घृणा की दृष्टि से देखती है और उसे उ

60

बदली का चाँद ( भाग ६०)

16 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो खाना बनाने वाली के सहयोग से ,बलविंदर के चंगुल से छूटकर भाग जाती है और अपने घर पहुंच जाती है। तब घरवालों को बलविंदर की....... सम्पूर्ण सच्चाई उनके सामने बताती है। जिस कारण,उसके पापा उन बुआ -भतीज

61

बदली का चाँद (भाग ६१)

17 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो की मम्मी ,पम्मी को दिल का दौरा पड़ जाता है ,जब उसे होश आता है ,तब वो अपने पति से ही मिलती है ,शब्बो बाहर ही उनकी प्रतीक्षा करती है ,शब्बो को इस बात का दुःख है ,उसने ये सब अपनी मम्मी जी को बताया

62

बदली का चाँद (भाग ६२)

17 जुलाई 2023
0
0
0

आज तो बहुत बुरा दिन बीता ,पम्मी आज अपनी बेटी और अपने पति को ,दुखी ,परेशान रोते हुए ,छोड़कर चली गयी। जो आया है ,उसे एक न एक दिन जाना ही होता है , किन्तु कई बार लगता है -उसका समय नहीं आना चाहिए था। अभी

63

बदली का चाँद (भाग ६३)

19 जुलाई 2023
0
0
0

आज सुबह ही ,घर के सभी कार्य निपटा कर शब्बो ने बहुत दिनों पश्चात ,अपनी स्कूटी को हाथ लगाया था। उसने अपनी स्कूटी को साफ किया और आज वो ,समीर के घर की तरफ चल दी। इन्हीं वजहों से ,उसकी पढ़ाई भी ,छूट गयी थी

64

बदली का चाँद (भाग ६४)

20 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो समीर के दोस्त और उसका अपहरण करने वाले के विषय में बहुत सोचती है, किन्तु किसी भी निर्णय पर न पहुंच पाने के कारण ,वो सोचती है -क्यों न समीर से मिलकर ही ,कुछ बातें की जाएँ ,ताकि उस अपहरणकर्ता का कु

65

बदली का चाँद ( भाग ६५)

21 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो समीर से बातें करती है और समीर से कहती है -जब तुम लोगों का अपहरण हुआ, उस समय मैं ,तुम लोगों के संग नहीं थी। बुआ और बलविंदर पर हमने शक किया क्योंकि उस समय उनकी हरकतें ही ऐसी थीं, किन्तु दो बंदरों

66

बदली का चाँद ( भाग ६६)

22 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो समीर से उसके विवाह और अपहरण के विषय में जानना चाहती है ,तब समीर उसे सम्पूर्ण कहानी सुनाता है -जिससे शब्बो को पता चलता है ,कि समीर से विवाह करने की शिल्पा के परिवार की साजिश थी। वह निराश हो जाती

67

बदली का चाँद ( भाग ६७)

23 जुलाई 2023
0
0
0

इतने दिनों पश्चात ,शब्बो का भरम दूर हुआ ,करतार सिंह और कोई नहीं ,वरन ये वो ही सिपाही है ,जो इसे बहुत पहले ,शब्बो के खो जाने पर ,उसे मिलता था। आज वो इंस्पेक्टर हो गया है ,किन्तु अभी तक उसका विवाह नहीं

68

बदली का चाँद ( भाग ६८)

26 जुलाई 2023
0
0
0

शब्बो के अपने घर आ जाने के कारण ,और उसके पश्चात शिल्पा से मिलना ,ये सब शिल्पा को पसंद नहीं आया । समीर उसके साथ रह तो रहा है किन्तु शिल्पा उसके मन को छू भी नहीं सकी। समीर जानता है ,कि उसका विवाह साजिश

69

बदली का चाँद ( भाग ६९)

26 जुलाई 2023
0
0
0

समीर चाहता है ,कि'' इंस्पेक्टर करतार सिंह '' समीर की सहायता करे , जो नंबर उसके पास है , उस नंबर से पता लगाना है, कि ये नंबर किसका है ?इंस्पेक्टर को समीर की बात बचकानी लगती है। उसने कहा -वो स्वयं भी

70

बदली का चाँद ( भाग ७०)

27 जुलाई 2023
0
0
0

समीर' इंस्पेक्टर करतार सिंह ' से मिलकर ,उस व्यक्ति का पता लगवाता है , जिसका नंबर शिल्पा के फोन से उसे प्राप्त हुआ। फोन नंबर प्राप्त करने में ,समीर और उसके पापा दोनों ही योजना बनाते हैं क्योंकि शिल्पा

71

बदली का चाँद ( भाग ७१)

31 जुलाई 2023
0
0
0

समीर के पापा ,अपनी होशियारी से पता लगा लेते हैं कि ''अहमद अंसारी '' कौन है ,और क्या कार्य करता है ?बाकि का' कार्य इंस्पेक्टर करतार सिंह 'करता है और पता चल जाता है कि किसके कहने पर समीर और उसके दोस्त क

72

बदली का चाँद ( भाग ७२)

2 अगस्त 2023
1
1
1

शब्बो और समीर को पता चल जाता है ,कि सारा कांड ! किया धरा शिल्पा का ही है। इसे जानकर समीर और शब्बो को धक्का पहुंचता है ,बहुत ही दुःख भी होता है। समीर को तो जब उसकी चालाकियों के विषय में पता चलता है ,त

73

बदली का चाँद ( भाग ७३)

5 अगस्त 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -शब्बो को पता चल जाता है ,कि समीर का अपहरण उसी की पक्की सहेली शिल्पा ने ,शब्बो के कारण ही ,करवाया था क्योकि शिल्पा भी समीर को पसंद करती थी किन्तु कह या बता नहीं पाई।इसी कारण उसने समीर

74

बदली का चाँद ( भाग ७४)

6 अगस्त 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा - शब्बो के विद्यालय में बैसाखी पर रंगारंग कार्यक्रम होते हैं ,जिसमें शब्बो भी भाग लेती है और करतार विशेष अतिथि के रूप में वहाँ आता है। करतार सिंह तो शब्बो के रूप पर ,बहुत पहले ही मर म

75

बदली का चाँद ( भाग ७५)

8 अगस्त 2023
0
0
0

अब तो लगता है - जैसे ,शब्बो का कोई भी कार्य करतार सिंह के बिना नहीं हो पाता है। करतार दो दिन के लिए अपने घर क्या गया ?शब्बो के फोन ,थाने में आ रहे थे ,जब उसे पता चला ,कि इंस्पेक्टर साहब तो अपने थाने म

76

बदली का चाँद ( भाग ७६)

10 अगस्त 2023
0
0
0

शब्बो को ,इंस्पेक्टर के करीब न रहने पर ,मन में बेचैनी रहती है और आज जब वो आया ,तो भाग गयी। इस तरह उससे छुपने का कारण नहीं जान पाई। इससे पहले तो उसने ऐसा ,कभी महसूस नहीं किया था। जब आज करतार ने बताया

77

बदली का चाँद ( भाग ७७)

10 अगस्त 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो और करतार एक -दूसरे को पसंद तो करने लगे हैं किन्तु अभी तक स्वीकार नहीं कर पाए ,कि - दूसरे को चाहने लगे हैं। शब्बो तो अपनी पिछली ज़िंदगी के बोझ को लेकर ,ये बात स्वीकार नहीं कर प

78

बदली का चाँद ( भाग ७८)

14 अगस्त 2023
0
0
0

शब्बो के पापा ने ,उस मौहल्ले वाली की बातें सुन ली थीं जो शब्बो को दुनिया समाज का वास्ता देकर समझा रही थी। वो भी समझते थे ,दुनिया कितनी कठोर है ?इस तरह जवान और सुंदर महिला का अकेले इस समाज में जीना कित

79

बदली का चाँद ( भाग ७९)

18 अगस्त 2023
0
0
0

लोगों को ज़िंदगी समझने में ,पूरी ज़िंदगी लग जाती है किन्तु समझ नहीं आती '' कभी वो क़िस्मत का सहारा लेता है ,अथवा उसे दोष देता है। कभी अपने कर्मो पर विश्वास करने लग जाता है। वो चाहता है ,सब कुछ उसके हिसाब

80

बदली का चाँद ( भाग ८०)

18 अगस्त 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,करतार शब्बो से प्यार का इजहार कर देता है ,शब्बो भी प्रसन्न है किन्तु बलविंदर के साथ उसने जो भी दिन बिताये थे। वो उसकी ज़िंदगी के ''काली स्याही ''से लिखे ,काले दिन थे ,जिन्हें वो भूलकर

81

बदली का चाँद ( भाग ८१)

20 अगस्त 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा -करतार का ''विदाई समारोह ''होता है ,उस विदाई समारोह में शब्बो और उसके पापा भी आमंत्रित है। करतार शब्बो की तरफ देखता है शायद शब्बो उसके सवाल का जबाब देगी किन्तु करतार से निगाहें टकराते

82

बदली का चाँद ( भाग ८२)

23 अगस्त 2023
0
0
0

करतार के ''विदाई समारोह ''में अचानक ही ,शब्बो के पापा मंच पर आ जाते हैं और करतार से अपनी बेटी शब्बो की ज़िम्मेदारी लेने के लिए कहते हैं ,इतना सुनते ही ,करतार तो....... अत्यंत प्रसन्न हो जाता है ,इस

83

बदली का चाँद (भाग ८३)

25 अगस्त 2023
0
0
0

शब्बो विदा होकर ,अपनी ससुराल यानि करतार के घर आ गयी। करतार के इस तरह बिना बताये ,ब्याह कर लाना ,बेबे को ये बात पसंद नहीं आई। शब्बो आ तो गयी किन्तु बेबे का दिल न जीत सकी। वो भी करतार के जाने के पश्चात।

84

बदली का चाँद ( भाग ८४

25 अगस्त 2023
0
0
0

आज बहुत दिनों पश्चात ,समीर शब्बो को अपने सामने देखकर हतप्रभ रह गया। उसे समझ नहीं आया कि वो क्या कहे और कैसे उसका स्वागत करे ?वो तो ये भी नहीं जानता था कि शब्बो अपने इंस्पेक्टर साहब की अर्धांग्नी बन च

85

बदली का चाँद ( भाग ८५)

30 अगस्त 2023
0
0
0

आज समीर ने अपने मन का दर्द ,शब्बो के सामने खोलकर रख दिया। अभी तक वो चुप ही था किन्तु जब आज वो उसकी ज़िंदगी में दुबारा दिखी और वो भी एक ब्याहता के रूप में ,तो अपने को रोक नहीं सका। आज भी शब्बो अपने लिए

86

बदली का चाँद ( भाग ८६)

1 सितम्बर 2023
0
0
0

करतार शब्बो से उसकी सहेली शिल्पा और समीर के विषय में जानकारी चाहता है। जब उसे पता चलता है शिल्पा अभी भी समीर से अलग रह रही है ,तब करतार कहता है - अब तो समीर को शिल्पा को माफ कर देना चाहिए जो कुछ भी उ

87

बदली का चाँद ( भाग ८७)

5 सितम्बर 2023
0
0
0

शब्बो करतार के संग एक होटल में जाती है ,वहां नवविवाहित जोडों के लिए अच्छी दावत का आयोजन था। उसी होटल में उसका भी स्वागत होता है किन्तु दुनिया इतनी छोटी है ,कभी -कभी न चाहते हुए भी ,वो लोग टकरा जाते है

88

बदली का चाँद ( भाग ८८)

5 सितम्बर 2023
0
0
0

करतार शब्बो को लेकर, जिस होटल में जाता है ,उसी होटल में उसे ,खन्ना भी मिल जाता है ,जो उसकी पिछली ज़िंदगी का लाभ उठाना चाहता है ,शब्बो भी इसी पशोपेश में है ,वो अपनी पिछली ज़िंदगी के विषय में सब कुछ करतार

89

बदली का चाँद ( भाग ८९)

8 सितम्बर 2023
0
0
0

शब्बो यानि शबनम ,क़रतार के साथ दोनों होटल में आते हैं। वो एक साथ रहकर ,एक -दूसरे के साथ कुछ समय व्यतीत करना चाहते थे किन्तु यहाँ आकर शब्बो को खन्ना मिल गया और करतार ,एक केस में फंसकर रह गया। केस वो ही

90

बदली का चाँद ( भाग ९०)

11 सितम्बर 2023
0
0
0

करतार और शब्बो अपनी ज़िंदगी में सुकून ढूंढ रहे थे और इसीलिए करतार शब्बो को लेकर ,कुछ दिनों के लिए बाहर घूमने जाता है किन्तु वहाँ भी एक केस में फँस जाता है। शब्बो और करतार के बीच अभी भी दूरियाँ बनी हैं।

91

बदली का चाँद ( भाग ९१)

16 सितम्बर 2023
0
0
0

सिम्मी का पति अपने ग़म में कमरे से बाहर आ गया ,वो जानता था -उसने जो गलती की है ,अब उसका कोई हल नहीं है। वो पूरी तरह से फंस चुका है , निकलना मुमकिन नहीं ,अब जो भी होगा, देखा जायेगा किन्तु उसे सिम्मी के

92

बदली का चाँद ( भाग ९२)

19 सितम्बर 2023
0
0
0

सिम्मी जो टेबल नंबर बारह [मैक ]की पत्नी है ,जो अपनी पत्नी के साथ' हनीमून 'मनाने आता है और पैसों के लालच में आकर पत्नी का सौदा कर बैठता है। बाद में पछताता है किन्तु उसकी पत्नी न जाने क्यों ?अब उसकी बा

93

बदली का चाँद ( भाग ९३)

19 सितम्बर 2023
0
0
0

सिम्मी अपने पति मैक को जिस कमरे में धकेलती है ,वो किसी और का कमरा था जो उनके कमरे से भी जुड़ा था उसका एक दरवाजा ,उनके कमरे से भी खुलता था और मैक को इसकी जानकारी भी नहीं ,अभी वो उस कमरे को निहार ही रहा

94

बदली का चाँद, ( भाग ९४)

21 सितम्बर 2023
0
0
0

सिम्मी का उन लोगों से वाक युद्ध चल रहा था किन्तु जिसने भी उसके क़रीब आने का प्रयत्न किया तो 'मुँह की खाई ' अजीब परेशानी थी ,मैक को वो लोग पैसे भी दे चुके थे किन्तु सिम्मी जिस कारण से यहाँ थी वो कार्य

95

बदली का चाँद ( भाग ९५)

25 सितम्बर 2023
0
0
0

सिम्मी बहादुर तो थी, किन्तु थी तो, एक औरत ही ! और टोनी ठहरा एक गुंडा ,उसके मन में किसी के प्रति को दया -धर्म नहीं ,ऊपर से आज उसने एक औरत से मार खाई है ,ये उसके स्वाभिमान को कतई बर्दाश्त नहीं। अब तो उस

96

बदली का चाँद ( भाग ९६)

26 सितम्बर 2023
0
0
0

सिम्मी , शब्बो के पास आकर उससे मिलती है ,शब्बो कहती है -''तुम तो बहुत बहादुर हो।'' सिम्मी उससे पूछती है, कि आपको कैसे मालूम ?मैं तो आपका कैमरा भी नहीं ला पाई ,अब उनके विरुद्ध सबूत कैसे मिलेगा ?अ

97

बदली का चाँद ( भाग ९७)

29 सितम्बर 2023
0
0
0

टोनी और खन्ना पकड़े जाते हैं ,उन्हें लेकर पुलिस चली जाती है ,तब उस कमरे में शब्बो आती है किन्तु सिम्मी नहीं आती ,शब्बो को अकेली देखकर ,मैक सिम्मी से पूछता है -भाभीजी ,मेरी बीवी कहाँ है ?तुम्हें ,अब....

98

बदली का चाँद ( भाग ९८)

3 अक्टूबर 2023
0
0
0

अभी तक आपने पढ़ा ,शब्बो और सिम्मी की ज़िंदगी में आये गुनहगारों को 'करतार 'और 'मैक ',उन्हें सजा दिलवाते हैं। मैक के सामने आज करतार के मुँह से भी ऐसा ही कुछ निकल गया ,जो नहीं निकलना चाहिए था किन्तु उस बात

---

किताब पढ़िए