16 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट की पांचों बेंच ने अयोध्या मामले पर अपना फैसला सुरक्षित कर रखा था। अयोध्या विवाद मामले पर फैसले की घड़ी बस आने ही वाली है और बहुत संभव की बात है कि इसपर फैसला कल या परसो आ सकता है। राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले में बहुत कुछ ऐसा हुआ है कि हिंदू-मुस्लिम अपने-अपने हक़ में फैसला सुनना चाहते हैं। मगर ये फैसला किसके हक़ में आएगा इसके बारे में आने वाला समय ही बताएगा। मगर ये फैसला आएगा किसके हाथ ये आने वाला समय ही बताएगा लेकिन इसके पहले ही पूरे देश खासकर यूपी में हाई एलर्ट कर दिया गया है जिससे कोई अनहोनी ना हो।
अयोध्या विवाद अब हो जाएगा खत्म
अयोध्या विवाद मामले में फैसले की घड़ी आने ही वाली है और ऐसी शंका जताई जा रही है कि फैसला कल या परसों में आ जाएगा। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के कार्यकाल के पांच दिन ही बचे हैं और इतना ही नहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीफ जस्टिस गोगोई ने तत्काल सुनवाई वाले मामलों से खुद को दूर किया है। उन्होने ऐसे मामलों की सूची अपने पास से हटाकर मुख्य न्यायाधीश बनने जा रहे हैं, जस्टिस एसए बोबडे को सौंपा गया है। आपको बता दें कि सीजेआई गोगोई 17 नवंबर को रिटायर्ड होने वाले और इन तत्काल सुनवाई वाले मामलों में अयोध्या विवाद के अलावा राफेल डील, सबरीमाला मामला और आरटीआई के दायरे में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का कार्यालय भी शामिल है। ऐसे में स्पष्ट है कि अयोध्या विवाद मामले जैसे बहुत ज्यादा संवेदनशील मामले पर फैसला जल्द आ जाएगा। इस मामले की सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने 16 अक्टूबर को फैसला अपने पास सुरक्षित रखा था। इस दौरान सीजेआई गोगोई ने भी कहा था कि अयोध्या पर फैसला लिकने के लिए कम से कम एक महीने की जरूरत थी।
अब गोगोई के रिटायर्ड होने की तारीख 17 नवंबर भी आने ही वाली है। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार भी फैसले से पहले अयोध्या में सुरक्षा के लिहाजा से सशस्त्र पुलिस बल के चार हजार जवानों को भेजने के निर्देश दिये जा चुके हैं। राज्य सरकार पहले से ही अयोध्या में धारा 144 लागू हो चुकी है।