28 नबंबर की सुबह देश में एक ऐसी खबर सामने आई जिसने पूरे देश की नींव एक बार फिर हिला दी। खबर थी एक बार फिर गैंग रेप की जो हैदराबाद में चार लड़कों द्वारा अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं लड़कों ने पीड़िता को रेप करने के बाद जिंदा जला दिया और फरार हो गए। सुबह जब स्थानीय लोगों को जली हुई लाश देखी तो उन्होंने पुलिस को फोन किया और मौका-ए-वारदात पर जब पुलिस आई तो लाश देखकर हैरान रह गई। एक रात पहले युवती के घरवालों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट रिखवाई थी तो इस आधार पर घरवालों को शिनाख्त के लिए पुलिस ने बुलवाया और फिर उस लड़की की पहचान प्रियंका रेड्डी के नाम पर हुई। चलिए बताते हैं पूरा मामला और क्या खातिरदारी हो रही है गुनाहगारों की जेल में?
जेल में इस तरह रखा जा रहा आरोपियों का ख्याल
हैदराबाद गैंगरेप मामले में हैदराबाद के पास चेरापल्ली की हाई सिक्योरिटी जेल में आरोपियों को रखा गया है। चारों आरोपियों को जेल में लंच में चावल-दाल और डिनर में मटन करी परोसी गई। जेल के मेन्यूअल के अंतरगर्त उन्हें ये खाना परोसा गया था। आपको बता दें कि हैदराबाद की महिला डॉक्टर के साथ 4 लोगों ने 27 नवंबर को रेप किया और फिर मर्डर कर दिया। 27 नवंबर की रात करीब 9 बजे लड़की स्कूटी से अपने घर जा रही थी और अचानक उसे कुछ डर लगा तो उसने अपने घर फोन किया फिर कुछ बात होकर फोन कट गया। बाद में उसका फोन स्विचऑफ जाने लगा और घरवालों ने पुलिस में गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवा दी। प्रियंका की स्कूटी पंचर हो गई थी और उन लड़कों ने हवा भरने के बहाने लड़की को एक सूनसान जगह पर ले गए और वहां पर चारों ने उसके साथ रेप किया। हैदराबाद के शमशाबाद टोल प्लाजा पर कुछ लोगों ने उसे पंचर ठीक करवाने की बात कही। पड़ताल में ये बात सामने आई कि साजिश के तहत स्कूटी को पंचर किया गया था। आरोपियों के नाम मोहम्मद पाशा, शिवा, नवीन और चेन्नाकेशावुलू है और तीन की उम्र 20 साल है जबकि एक 26 साल का है।
बाद में आरोपियों ने शव को शादनागर शहर के बाहरी इलाके में जलाया और अगले दिन स्थानीय लोगों ने पीड़िता की अधजली लाश देखकर पुलिस को बुलाया लेकिन फिर वो मर गई। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया जिसमें पता चला कि उसके साथ 4 लोगों ने रेप किया है और फिर हत्या की गई है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान ट्रक चालक मोहम्मद आरिफ, ट्रक चालक चिंताकुंता चेन्नाकेशावुलू, क्लीनर जोलु शिवा और जोलु नवीन के तौर पर की है। हैदराबाद पुलिस ने आरोपियों को दो दिनों के अंदर पकड़ लिया और अब उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।