आजकल चालान को लेकर खूब चर्चाएं हर तरफ हो रही हैं और हो भी क्यों ना भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब हेलमेट, आरसी या गाड़ी का कोई पेपर नहीं होने पर लंबा-चौड़ा चालान काटा जा रहा है। इसकी शुरुआत 5 हजार से लेकर एक लाख तक है और इस अमाउंट के अंदर स्कूटी से लेकर ट्रक तक शामिल हैं। ऐसे कई मामले सामने आए जिनका चालान हजारों और लाखों में कटे हैं लेकिन यहां एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें कैब ड्राइवर के पास कॉन्डम नहीं था तो उसका चालान काट दिया गया। आपको ये जानकर काफी हैरानी हो सकती है लेकिन ये बात पूरी तरह से सच है मगर ऐसा क्यों हुआ क्योंकि ट्रैफिक नियम में ऐसा तो कोई रूल नहीं है। चलिए आपको बताते हैं ये पूरा मामला।
कैब ड्राइवर के पास कॉन्डम नहीं होने से कटा चालान
नये मोटर वाहन एक्ट लागू होने पर पूरे देश में इस समय चालान कटने का सिलसिला शुरु गो गया है। मगर राजधानी दिल्ली में चालान तटना का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर शायद आप चौंक जाएं। दरअसल, दिल्ली में कैब चालक अपनी गाड़ियों में कॉन्डम रखकर चल रहे हैं और जब इसकी वजह सामने आई तो वाकई हैरानी हुई। कुछ कैब ड्राइवरों ने बताया कि अगर उनकी गाड़ी के प्राथमिक चिकित्सा में कॉन्डम नहीं होता है तो उनका चालान काट दिया जाता है, इसकी वजह से उन्हें फर्स्ट एड किट में कॉन्डम रखना पड़ रहा है, हालांकि उन्होने बताया कि पुलिस ने ओवरस्पीड पर चालान काटा था लेकिन ऐसा भी मामला था कि उस ड्राइवर के पास कॉन्डम नहीं था।
इस खबर के सोशल मीडिया पर आते ही लोगों में इसे लेकर एक अलग ही माहौल हो गया है।
हालांकि इस बारे में दिल्ली यातायात के विशेष पुलिस आयुक्त ताज हसन ने बताया कि कंडोम के बारे में मोटर वाहन अधिनियम में कोई भी उल्लेख नहीं है। हम ड्राइवरों को उनकी प्राथमिक चिकित्सा किट में कंडोम के लिए चालान जारी नहीं कर रहे हैं और धर्मंद्र के अलावा दिल्ली कैब चालक रमेश, सचिन और राजेश ने भी बताया कि उन्हें अपनी कैब में कॉन्डम रखना पड़ रहा है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया कि कंडोम का इस्तेमाल सुरक्षित सेक्स के लिए करते हैं। इसके साथ ही अगर कार में प्रेशर पाइप फट जाता है तो कंडो कुछ समय के लिए इस रिसाव को रोक सकता है। इसी के साथ अगर तेज बारिश होती है तो ये जूतों को भी कवर कर सकता है। चोट लगने की स्थिति में भी ये काम आता है। उन्होने बताया कि ट्रैफिक पुलिस को कंडोम की जानकारी नहीं है और जब हम उनसे पूछते हैं तो वे हंस देते हैं।
इधर दिल्ली की सर्वोदय ड्राइवर असोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने कहा, 'सभी सार्वजनिक वाहनों के लिए हर सिय कम से कम तीन कॉन्डम लेकर चलना जरूरी है।' उन्होने आगे बताया कि ड्राइवरों को ये समझ नहीं आता कि आखिर इसका इस्तेमाल क्या है इसका इस्तेमाल किसी की हड्डी में चोट आने या फिर कट जाने के लिए किया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति को ब्लीडिंग हो रही है तो कॉन्डम से इसे रोका जा सकता है। इस शब्द का मतलब आपको गलत नहीं समझना चाहिए।