हम सभी को अपनी सेहत की फिक्र है लेकिन समय ना होने के कारण हम अपने लिये ही समय नहीं निकाल पाते। फिर होती हैं कई तरह की बीमारियां और समय पर काम ना करने की परेशानी जो बहुत से लोगों के साथ अक्सर होता ही है। मगर कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो आपकी सेहत को सही रखते हुए आपके चेहरे को हमेशा चमका कर रखता है। अक्सर लोग कहते हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा हमेशा चमकता रहता है इसके पीछे का कराण क्या है? वे शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण करते हैं और उनका खाना महंगा तो है लेकिन ये उनके लिए बहुत जरूरी भी है। अगर आपको भी इस चीज का सेवन करना है तो इसके बारे में पहले आपको अच्छे से जान लेना चाहिए।
30 हजार रुपये किलो है मशरूम
30 हजार रुपये प्रति किलो बिकने वाला गुच्छी जिसे आमभाषा में मशरूम कहते हैं। ये सब्जी हिमाचल, कश्मीर और हिमालय के ऊंचे पर्वतीय इलाकों में ज्यादा मिलता है। ये गुच्छी बर्फ पिघलने के कुछ दिन बाद ही उगती है और इस सब्जी का उत्पादन पहाड़ों पर बिजलियों की गड़गड़ाहट और चमसे निकलने वाली बर्फ से होता है। प्राकृतिक रूप से जंगलों में उगने वाली गुच्छी शिमला जिले के लगभग सभी जंगलों में फरवरी से लेकर अप्रैल के महीने में पाई जाती है। गुच्छी की तलाश अक्सर जंगलों में ज्यादा होते हैं और अब जबकि जंगलों से पेड़ों को काटा जा रहा है इसलिए मशरूम की पैदावार अब बहुत कम हो गई। पैदावर कम और लोगों में इसकी डिमांड के चलते इस सब्जी की कीमत 30 हजार रुपये प्रति किलो है जिसे खरीदने वाले खरीदते हैं। मशरूम की डिमांड भारत के अलावा फ्रांस, यूरोप, अमेरिका, चाइना जैसे बड़े देशों को भी है। इस महंगी दुर्लभ सब्जी को कई बड़ी कंपनियां और होटल वालो सबसे पहले खरीदना चाहते हैं। इस महंगी सब्जी को बड़ी कंपनियां 10 से 15 हजार रुपये प्रति किलो में खरीदते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये सब्जी औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है और इसको नियमित रूप से सेवन करने से दिल की बीमारियां नहीं होती हैं। गुच्छी यानी मशरूम में विटामिन बी और डी के अलावा सी भी पाया जाता है। इस गुच्छी को बनाने की विधि सूखा मेवा और देसी घी का इस्तेमाल होना जरूरी होता है और इसकी सब्जी को बेहद लजीज पकवानों में गिना जाता है।
फरवरी से मार्च के महीने में प्राकृतिक रूप से पैदा होने वाली गुच्छी की जहां पैदावर होती है तो ग्रामिणों को इसके अच्चे दाम मिल जाते हैं। कई बीमारियों की दवाइयों के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं और कई बड़े होटलों से भी खास ऑर्डर पर इसके दाम मिल जाते हैं। हिमाचल के ऊपरी भागों में पाई जाने वाली इस गुच्छी की कीमत 10 से 30 हजार रुपये है। इसे खाने से स्तन कैंसर, ट्यूमर, शरीर के किसी भी भाग में सूजन, कीमोथेरेपी के दौरान कमजोरी होना, मोटापा, सर्दी और जुकाम जैसी कई बीमारियों में फायदा करता है।
इसका सेवन प्रधानमंत्री भी करते हैं
जब पीएम मोदी ने अपना घर छोड़कर हिमाचल में रहने गए थे तब उन्हें खाने में ज्यादातर मशरूम ही खाने को मिलता था। फिर धीरे-धीरे ये उनकी फेवरेट बन गई। गुजरात में सीएम बने रहने के दौरान भी नरेंद्र मोदी इसका सेवन करते रहे और आज भी उनके हर दिन के खाने में मशरूम जरूर शामिल होता है। इस बारे में पीएम मोदी ने खुद बताया है कि जो प्रोटीन लोग नॉनवेजिटेरिनय खाने में ढूंढते हैं उससे कई गुना प्रोटीन मशरूम में पाया जाता है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री बने रहने के दौरान कुछ पत्रकारों को इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने कहा था, 'जब मैं एक पार्टी कार्यकर्ता था तब हिमाचल में रहने के दौरान उन्होंने मशरूम ही ज्यादा खाया करता था। फिर ये मेरा पसंदीदा व्यंजन बन गया और अब इसे खाने की आदत हो गई है। इसे खाने से ही मैं खुद को एनर्जी से भरपूर रख पाता हूं और देश के लिए कुछ ना कुछ अलग सोच पाता हूं।'