जब कोई नई सरकार आती है तो जनता को उम्मीद हो जाती है कि ये सरकार उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगी। उनके लिए सबसे भारी महंगाई को कुछ तो कम करेगी लेकिन जब ऐसा नहीं होता है तब जनता भड़क जाती है और यही सरकार को गिराने का असरदार काम करती है। अब मेरे इस लेख को देखकर आप सोच रहे होंगे कि मैं हमारे देश यानी भारत के पेट्रोल और डीजल को लेकर बात की है। यहां हम बात पाकिस्तान की कर रहे हैं जहां प्रधानमंत्री ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी की मंजूरी दे दी है।
पाकिस्तान में बढ़ी पेट्रोल और डीजल की कीमत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को बढा़ने के लिए हरी झंडी दिखा दी है और इसके बाद पाकिस्तान में 1 अगस्त, से पेट्रोल 5.15 रुपये और डीजल 5.65 रुपये प्रति लीटर बढ़कर 117.83 रुपये और 135.72 रुपये प्रति लीटर हो गया है। खान ने तेल एंव गैस प्राधिकरण (ओगरा) की सिफारिश को मंजूरी दी है। और 1 अगस्त से इनके दामों में 5.15 रुपए और 5.65 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी लागू हुई है। प्राधिकरण की सिफारिश पर अगर सरकार पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में संशोधन करने का फैसला करती है तो हर महीने पहली तारिख को ये लागू होंगे। इमरान खान की सरकार की मंजूरी देने के बाद गुरुवार से पेट्रोल के दाम 117.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 5.65 रुपये बढ़कर 135.72 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
वहीं मिट्टी का तेल 5.38 रुपये और हल्का डीजल 8.90 रुपये बढ़कर 103.84 रुपये और 94.27 रुपये प्रति लीटर मिलने लगेगा। अरबिया खाड़ी में 28 अप्रैल को कच्चे तेल की कीमत 72 डॉलर प्रति बैरल थी जो 12 प्रतिशत घटकर 63 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। मगर वित्तिय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को संसाधनों को जुटाने के लिए करों में बढ़ोत्तरी करनी पड़ी थी।
इसके अलावा इन चीजों में भी की है बढ़ोत्तरी
पाकिस्तान में आम खाद्य पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों में कमी लाने के लिए इमरान सरकार ने एक बड़ा कदम उठा लिया है। उन्होंने देशभर में रोटी और नान की कीमतों में कटौती की है। पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना मामलों पर प्रधानमंत्री की विशेष व्यक्ति डॉ. फिरदौस आशिक अवान ने बताया कि प्रधानमंत्री इमान खान ने एक कड़ा रुख ले लिया है और रोटी की बढ़ी हुई कीमतों को उसकी मूल दरों पर लाने के लिए तुरंत कदम उठाने के आदेश दिए हैं। डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 30 जुलाई को संघीय मंत्रीमंडल की एक बैठक के दौरान पीएम के हस्तक्षेप के बाद पूरे देश में नाम और रोटी की कीमतों में बदलावों का निर्णय लिया गया है। आटे की दरों में वृद्धि करने से पहले नाम की कीमत 7-8 रुपये थी जो अब 10-12 रुपये होगी।