श्रावण मास जिसे सावन भी कहते हैं इस साल इसकी शुरुआत 17 जुलाई से होने वाली है। इस बार पूरे 30 दिन का सावन का महीना होगा और 15 अगस्त को रक्षाबंधन के साथ ही ये खत्म हो जाएगा। श्रावण मास को शिव जी की अराधना करने का सबसे अच्छा महीना माना जाता है और इस महीने को पवित्र भी कहा जाता है। इस दौरान शिव की जी पूजा अराधना करने से शिव जी प्रसन्न होकर मनवांछित फल देते हैं। हालांकि पूजा पाठ करने के अलावा भी इसमें ऐसे नियम हैं जिनका पालन श्रावण मास में जरूर करना चाहिए।
श्रावण मास में नहीं करें ये काम
सावन का महीना हर किसी के लिए पवित्र होता है और इसमें अगर आप शिव जी को प्रसन्न करने वाला काम करते हैं तो आपको ही फायदा होगा। इसलिए इन कामों के करने से बचें-
1. साव महीने में दूध पीने से बचना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक इस महीने भगवान शिव को दूध चढ़ाना उत्तम होता है लेकिन खुद दूध का सेवन सही नहीं माना जाता है।
2. सावन के महीने में की ऐसी चीजें जिनका सेवन नहीं करना चाहिए उनमें से बैंगन की सब्जी भी एक है। बैंगल के अलावा हरी सब्जियों का सेवन भी सावन के महीने में नहीं करना चाहिए।
3. सावन के महीने में मन में गंदे विचार बिल्कुल नहीं लाएं और किसी का बुरा भी नहीं सोचें। सावन के महीने में अपने मन को शांत रखिए और ज्यादा से ज्यादा समय साधना में लगाएं।
4. आप अपने से बड़े लोगों का, गरीबों या अपने गुरु का बिल्कुल भी अपमान नहीं करें। आपके दरवाजे कोई आपसे कुछ मांगने भी आए तो उसे निराश नहीं करें।
5. सावन के महीने में शिव जी की पूजा करते समय शिवलिंग पर कुछ चीजों को बिल्कुल नहीं चढ़ाना चाहिए। जैसे हल्दी, सिंदूर और तुलसी का पत्ता शिवलिंग से दूर ही रखिए।
6. सावन के महीने में मांसाहारी खाने से और शराब पीने से भी बचना चाहिए। ये महीना बहुत पवित्र होता है और मांस या मदीरा का सेवन करके अपने आपको दूषित मत करिए।
7. घर में साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। घऱ में पूजा-पाठ का माहौल बना रहना चाहिए।
8. श्रावण मास में पेड़ को काटने से भी बचना चाहिए और हो सके तो ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। इससे आपको फायदा मिलेगा।
9. सावन का महीना चर्तुमास का भी होता है और इसमें किसी भी तरह के शुभ काम नहीं होते हैं। इसमें बस भगवान का ध्यान ही लगाएं।
10. शिव जी की पूजा करते समय किसी के बारे में बुरा ख्याल बिल्कुल नहीं लाएं। हर जरूरतमंद की संभवित मदद करें।