आजादी कौन नहीं चाहता....एक पक्षी भी पिंजड़े में फड़फड़ाता है क्योंकि उसे आजादी चाहिए होती है। जब बकरे को काटने के लिए ले जाते हैं तब भी आजादी की चाहत लिए बकरा चिल्लाता रहता है क्योंकि हम सभी जानते हैं कि आजादी है तो जीवन है वरना इंसान घुटने लगता है। मगर आज से करीब 73 साल पहले भारत देश गुलाम था अंग्रेजों का और उन्होंने करीब 200 सालों तक भारत पर राज किया। मगर जब हमारे देश में क्रांतिकारी आए और और धीर-धीरे इसका सैलाब आया फिर देश आजादी की ओर चल पड़ा। साल 1947 को ब्रिटिश ने मूल रूप से भारत को उसका देश वापस किया और वे इंग्लैंड लौट गए। उसके बाद से हर साल 15 अगस्त के दिन देश आजादी मनाता है और इस साल भारत अपनी आजादी के 72 साल पूरे लेगा। इस दिन को सभी धूमधाम से मनाते हैं लेकिन छुट्टी के रूप में और हो भी क्यों ना आखिर आजादी का मामला है। मगर क्या आप जानते हैं कि हमारा देश आजाद हुआ इसके साथ ही 4 और देश भी आजाद हुए थे।
भारत के अलावा 4 देश भी हुए आजाद
15 अगस्त का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक है सिर्फ इसलिए नहीं कि हमारा देश आजाद हुआ था बल्कि इसलिए भी कि कुछ और भी देश हैं जो हमारे साथ जश्न मनाते हैं। 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस जिसे हर कोई अपनी-अपनी तरह से मनाने के लिए स्वतंत्र होते है मगर इसी में आपको ये भी जानना चाहिए कि आखिर वे कौन से देश हैं जो भारत के साथ ये जश्न मनाते हैं। हर देश के झंडेे अलग बने और हर कोई अपनी आजादी से खुश हुआ, हालांकि उस दौरान बहुत सी पॉलिटिकल पार्टीज
1. कॉन्गो- 15 अगस्त 1960 को फ्रांस से कॉन्गो आजाद हुआ था।
2. बहरीन- 15 अगस्त 1971 को बहरीन यूनाटेड किंगडम से आजाद हुआ था।
3. साउथ कोरिया- 15 अगस्त 1945 को जापान का पहला हिस्सा सुबह के समय साउथ कोरिया के रूप में हुआ था।
4. नॉर्थ कोरिया- 15 अगस्त 1945 को शाम के समय जापान से नॉर्थ कोरिया अलग हुआ था।
आजादी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
1.भारत के स्वाधीनता आंदोलन का नेतृत्व करने में व्यस्त महात्मा गांधी आजादी के जश्न में शामिल नहीं हुए थे।
2.महात्मा गांधी आजादी वाले दिन दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में मौजूद थे। वहां वे हिंदुओं और मुस्लिों के बीच होने वाली सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन पर बैठे थे।
3. जब तय हुआ कि 15 अगस्त को आजादी मिलनी है तब नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने गांधी जी को पत्र लिखा। उसमें उन्होंने लिखा, 15 अगस्त हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होने वाला है और राष्ट्रपिता होने के नाते आपको जश्न में आशीर्वाद देने के लिए आना होगा।'
4. गांधीजी ने इस पत्र के जवाब में लिखा था, ''जब कलकत्ता में हिंदु-मुस्लिम एक दूसरे की जान ले रहे हैं, ऐसे में मै जश्न मनाने के लिए कैसे आऊं, मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान दे दूंगा।''
5. जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण ट्रिस्ट विद डेस्टनी 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज से दिया था।
6. 15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने कार्यालय में काम किया और दोपहर के समय नेहरू ने अपने मंत्रिमंडल की लिस्ट उन्हें दी। इसके बाद इंडिया गेट के पास प्रिसेंज गार्डन ने एक सभा संबोधित की।
7. 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा निर्धारित नहीं हुई थी। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ था जो भारत और पाक की सीमाओं को निर्धारित करती थी।
8. 15 अगस्त को देश आजाद हो गया था लेकिन इसका अपना कोई राष्ट्रगान नहीं था। रवींद्रनाथ टैगोर ने 'जन-गण-मन' साल 1911 में लिख लिया था लेकिन इसे राष्ट्रगान साल 1950 में बनाया गया।
9. 15 अगस्त 1772 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने अलग-अलग जिलों में अलग सिविल और आपराधिक अदालतों के गठन का फैसला लिया था।
10. 15 अगस्त, 1854 को ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता से हुगली तक पहली यात्री ट्रेन चलाई थी, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका संचालन साल 1855 को शुरु हुआ।