जब से भारत ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाया है तब से पाकिस्तान में खलबली मची है। ऐसा लग रहा है कि भारत ने उनके देश के लिए कोई फैसला ले लिया हो। तब से भरात पर कोई ना कोई बयान कसते हुए ये देश अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। हमेशा उल्टे-सीधे बयान देकर पाकिस्तान पूरी दुनिया मेंं हंसी के पात्र बन गया लेकिन अब बहुत समय बाद पाकिस्तान से एक ऐसा बयान आया जिसे सुनकर आपको अच्छा लग सकता है। भारत ने फ्रांस से राफेल खरीदा है ये तो आपको पता ही होगा लेकिन इसके बाद राफेल लेने गए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को क्या नहीं सुनना पड़ा। चलिए बताते हैं क्या रहा पूरा मामला?
राजनाथ सिंह को मिला पाकिस्तान का साथ
8 अक्टूबर यानी विजयदशमी के मौके पर भारत ने फ्रांस से अपना पहला लड़ाकू विमान राफेल खरीदा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राफेल लेने खुद फ्रांस पहुंचे और इस दौरान लड़ाकू विमान को हासिल करने पर उन्होंने शस्त्र पूजा की। फिर फ्रांस की कंपनी दसौ से खरीदे लडा़कू विमान पर उन्होंने 'ऊं' भी लिखा और विमान शुरु करने से पहले नींबू रखकर इसका शुभारंभ भी किया। मगर राजनाथ सिंह के इस धार्मिक संस्कार से भारत में ही रहने वाले कुछ लोगों को खूब मिर्ची लगी। यहां पर विपक्ष दल के नेताओं और जनता ने राजनाथ सिंह की जमकर आलोचना की लेकिन ऐसे में पाकिस्तान ने एक बुद्धि वाला काम किया है। दरअसल पाकिस्तानी सेना के ने राफेल की शस्त्र पूजा को अच्छा बताया है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार को राजनाथ सिंह का बचाव करते हुए कहा कि राफेल की पूजा करना कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि ये हिंदू धर्म के अनुसार है और ये राफेल हिंदुस्तान का है तो पूजा करना अच्छा है। आसिफ गफूर ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, 'राफेल पूजा में कुछ भी गलत नहीं हैं, क्योंकि ये धर्म के अनुसार है। कृपया, याद रखिए...यह अकेली मशीन नहीं जो मायने रखती है असल में उस मशीन को संभालने वाले व्यक्ति की क्षमता, जुनून और संकल्प मायने रखता है। हमें हमारे पीएएफ शहीदों पर गर्व हैं।' पाकिस्तान की तरफ से ये बयान उस समय आया है जब दोनों मुल्कों के बीच तनाव का माहौल है, मगर गफूर के इस बयान की तारीफ हर कोई कर रहा है।