दुनिया में बहुत सी ऐसी कहानियां हैं जो हर इंसान को इंस्पायर कर जाती हैं। हर इंसान के जीवन में उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन हर किसी की लाइफ आसान नहीं होती है। ऐसा ही एक किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं जब एक लड़की कई दिनों तक स्कूल नहीं गई और जब स्कूल वालों ने घर पर फोन करके पता लगाया तो स्कूल वाले भावुक हो गए और लड़की के इस जज्बे को सलाम किया। स्कूल वाले अब लड़की की मदद करेंगे, इससे लड़की अपनी परेशानी भी दूर सकेगी और पढ़ाई भी कर सकेगी। ये कहानी बेहद भावुक है और इसे आपको एक बार तो जरूर जानना चाहिए।
इस लड़की की कहानी आपको भावुक कर देगी
अमीरा नाम की लड़की ने अचानक स्कूल जाना बंद कर दिया और इसके पीछे की वजह थी कि उसकी मां की आंखों की रोशनी चली गई थी। उनको ग्लौकोमा यानी काला मोतिया हो गया था और इसके बाद जब ये बात अमीरा के स्कूल वालों को पता चली तो उन्होंने उनका ऑपरेशन करवाया। बाद में उनकी हालत में सुधार आया, इस बात का खुलासा मीडिया द्वारा आया। दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, लड़की का नाम अमीरा है। इसके परिवार के कुछ लोग 15 साल पहले अफगानिस्तान के काबुल प्रांत में होने वाले बम धमाके में घायल हो गए थे। इससे घबरा कर अमीरा के परिवार वाले भारत आ गए थे और अमीरा के पापा का नाम अब्दुल मजीद हैं जो गुरुग्राम में एक रेस्टोरेंट में बावर्ची का काम करते हैं और तभी से ये परिवार शरणार्थी के रूप में यहां रहने लगा। अणीरा की मां का नाम मेहरनिशां है जिसकी उम्र 42 साल है। इन्हें काला मोतिया हो गया था और इनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगी थी। अब्दुल के रेस्टोरेंट जाने के बाद मेहरनिशां को संभालने वाला कोई नहीं था और इस वजह से अमीरा ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया था। अमीरा अभी 6वीं क्लास में है और 20 दिनों तक वो स्कूल नहीं गई थी।
स्कूल ना जाने की जानकारी जब स्कूल वालों को हुई तो उन्होंने अमीरा के घरवालों से कॉन्टैक्ट किया। इसके बाद अमीरा का छूटा कोर्स पूरा कराने का वादा किया और भावुकता में स्कूल के फंड से उसकी मां का ऑपरेशन करवाया। अमीरा अब स्कूल जा सकती है और उसकी मां की तबियत ठीक हो गई है। अब उन्हें दिखना शुरु हो गया है और ऐसा बहुत कम ही स्कूल होता है जो अपने स्टूडेंट का इतना ख्याल रखता हो। अमीरा की कहानी आपको भावुक कर सकती है और एक सीख भी दे सकती है।