देशभर में दीपावली का माहौल चल रहा है और हर कोई खरीददारी में लगा हुआ है। 25 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा और इस दिन आमतौर पर लोग बर्तन, सोना या चांदी खरीदते हैं, लेकिन इस विधायक ने ऐसा बयान दे दिया है कि आपको इनकी बात सही भी लग सकती है और गलत भी। ये बयान भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने कही है और इन्होंने इस बात को कहते हुए लोगों के सामने खुद की सफाई पेश की और बताया कि इन्होंने जो भी कहा है उसे गलत तरीके से पेश नहीं किया जाए। इन्होंने धनतेरस पर क्या खरीदना चाहिए इस बारे में बताया है और इसकी वजह भी बताई है।
बीजेपी नेता ने बताया धनतेरस पर क्या खरीदें
बेजीपी नेता गजराज राणा ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। राणा ने हिंदू समुदाय से धनतेरस पर बर्तनों की जगह लोहे से बनी तलवार खरीदने का जिक्र किया है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार धनतेरस पर लोग बर्तन या धातु से बनी चीजें खरीदते हैं इस बार धनतेरस 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा। देवबंद नगर के बीजेपी अध्यक्ष गजराज राणा ने शनिवार को मीडिया से बात करते समय कई बातें की। इन्होंने कहा, 'अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है और हमें भरोसा है कि फैसला राम मंदिर पक्ष में आएगा। हालांकि इससे माहौल बिगड़ सकता है, इसलिए सोने के आभूषणों और चांदी के बर्तनों की बजाए हम सभी को लोहे की तलवारें इकट्ठा कर लेनी चाहिए। जरूरत है कि हमारे पास तलवार रहे जो हमारी रक्षा करने के काम आएंगी।'
राणा ने अपनी बात को साफ करते हुए कुछ और भी बातें की। उन्होंने कहा, 'मेरी बातों का गलत मतलब नहीं निकाला जाए, मैंने किसी धर्म या समुदाय के लिए एक भी अपशब्द नहीं कहा है। यहां तक कि हम अपने धार्मिक रिवाजों में हथियारों की पूजा करते हैं और हमारे देवी-देवताओं ने भी विषम परिस्थितियों में हथियार का इस्तेमाल किया है। मेरा बयान वर्तमान में बदलते परिवेश के लिए है और समुदाय के लोगों के लिए एक सुझाव भर है। इसका कुछ और मतलब नहीं निकाला जाए।' बीजेपी ने इस बयान से दूरी बना ली है। राणा के इस बयान पर उत्तर प्रदेश के पार्टी वक्ता चंद्रमोगन ने भी अपना बयान दिया। उन्होने कहा, 'बीजेपी इस तरह की भाषा का समर्थन नहीं किया है। राणा ने जो कुछ भी कहा है ये उनकी व्यक्तिगत सोच है। पार्टी के नेताओं के लिए एक बहुत ही स्पष्ट दिशानिर्देश हैं। कोई भी काम या बयान कानून के दायरे में किया जाना चाहिए और ये भी जवाब आना चाहिए कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।'