जो ना बोले जय श्रीराम, उसको भेजो कब्रिस्तान', मॉब लिंचिंग के बीच विवादित हुआ ये गाना भारत एक हिंदू प्रधान देश है और यहां हर धर्म के लोग बसते हैं लेकिन हिंदुओं की तादात ज्यादा है। यहां पर धर्म का नाम एक संवेदनशील मुद्दा है और इसमें बहुत से लोग मरने-कटने के लिए भी तैयार हो जाते हैं। अब देश भर में मॉब लिचिंग की घटनाएं बढ़ने लगी हैं तो सांप्रदायिक तनाव होने की घटनाओं के बीच यूट्यूब पर एक वीडियो जारी किया गया है और ये गाना विवादों में आ गया है। 'जो ना बोले जय श्रीराम, उसको भेजो पाकिस्तान' ये शब्द ही सबसे कटाक्ष वाले हैं तो सोचिए इसका गाना कितना विवादित हो सकता है।
मॉब लिंचिंग पर विवादित गाना
'जो ना बोले जय श्रीराम, उसको भेजो कब्रिस्तान' इन लिरिक्स के साथ यूट्यूब पर एक गाना खूब वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर ये गाना चर्चा का विषय बन चुका है और एक ओर लोगों में इस गाने को लेकर आपत्ति जताई जा रही है तो कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें गाना बिल्कुल आपत्तिजनक नहीं लग रहा है। वैसे बता दें कि इस गाने को वरुण बहार ने अपनी बेहतरीन आवाज में गाया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी करके चर्चा में आए पत्रकार प्रशांत कनौजिया उर्फ पीके ने भी इस वीडियो को देश में डिजिटल टेरेरिस्म (आतंकवाद) का नमूना बताया है और एक ट्वीट भी किया है।
एक धर्मविशेष को समर्थन देने वाले इस वीडियो को पीके ने शेयर करते हुए इसे डिजिटल टेरेरिस्ट का नाम दिया है।प्रशांत ने ट्वीट में लिखा है, ''भारत एक ऐसा देश है जहां आतंकवादी अपना म्यूजिक वीडियो बनाते हैं और यूट्यूब पर चलाते हैं। इस मामले में तालिबान और आईएसआईएस भी इस तकनीक तक नहीं पहुंचा है। डिजिटल इंडिया के साथ डिजिटल आतंकवाद'' इसके साथ ही पीके ने हैशटैग में डिजिटल टेरेरिस्ट भी दिया है। देश में जहां एक ओर एकता की बात होती है वहीं कुछ लोग आज भी मुस्लिमों को आतंक के साथ जोड़कर बात करते हैं।
मोब लीचिंग में होते हैं इस तरह के काम
अगर आप मोब लीचिंग के बारे में नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि मोब लीचिंग के तहत लोग गैर धर्म को जबरदस्ती अपने धर्म में बदलते हैं। अगर हिंदू धर्म की बात करें तो यहां धर्म परिवर्तन की बात तो बहुत कम होती है लेकिन इस बात को जरूर बुलवाया जाता है कि वे जय श्री राम, जय बजरंगबली, ओम नम: शिवाय या किसी भी देवी या देवता के जयकारे लगवाते हैं। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो संगठन के लोग उन्हें मारते हैं और बहुत से मामलों में सामने वाले की जान पर भी बन आई है इसलिए ये बात अब पुलिस के पास है और इसे कानूनन जुर्म समझा जाने लगा है।