मंगलवार का दिन बजरंगबली का होता है और इस दिन इनकी पूजा करने से हर किसी की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। बस इस पूजा को बहुत अच्छे और सावधानीपूर्वक करना चाहिए जिससे हनुमानजी को प्रसन्न करने में आसानी रहे। इसके अलावा कुछ ऐसे भी पर्व होते हैं जिस दिन हनुमानजी की पूजा करने से उचित लाभ मिलता है। और इस बार आने वाली अमावस्या पर हनुमानजी की पूजा करना काफी शुभ माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि पहला अमावस्या है दूसरा मंगलवार है जिस दिन हनुमानजी की पूजा करना सफल हो सकता है।
हनुमानजी की पूजा इस तरह करें
26 नवंबर को मार्गशीर्ष यानी अगहन मास की अमावस्या है। इस महीने को भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप माना जाता है और इसलिए इन दिनों श्रीकृष्ण की खास पूजा की जाती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा बताते हैं कि इस माह की अमावस्या का महत्व बहुत ज्यादा होता है। इस दिन पूजा-पाठ जल्द ही सफल हो जाती है और इस अमावस्या पर इन कामों को करने से सफलता मिलती है। जिसमें स्नान-दान करने की परंपरा, पितरों के लिए धूप-ध्यान करना, मंगलवार को हनुमान जी की पूजा, मंगल ग्रह की पूजा जैसी चीजें शामिल हैं। इस महीने की अमावस्या पर किसी पवित्र नदी के स्नान करने की परंपरा मानी जाती है। अगर हो सके तो इस दिन मथुरा में स्थित यमुना नदी में जरूर स्नान करें। मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मस्थली है इसकी वजह से यहां पुष्ण, स्नान और दान करने का महत्व माना गया है। गया के गोबर से बने कंडे को जलाएं और उस पर गुड़-घी डालकर पितरों का भी ध्यान धरें। इस दिन पितरों के लिए गरीबों को दान भी देना जरूरी होता है।
मंगलवार और अमावस्या के योग में हनुमानजी की पूजा विधि-विधान से करें। पूजा में हनुमानजी के सामने सरों का तेल जलाएं और हनुमान चालिसा का पाठ करें। अगर हो सके तो सुंदरकांड का पाठ भी कर सकते हैं। मंगलवार को मंगल ग्रह के लिए भी पूजा-पाठ करना चाहिए, मंगल की पूजा शिवलिंग रूप में होती है। इसलिए इस दिन शिवलिंग पर लाल फूल, लाल गुलाब चढ़ाना चाहिए। मसूर की दाल अर्पित करनी चाहिए और अमावस्या तिथि पर घर में बिल्कुल भी क्लेश नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर का वातावरण सकारात्मक बना रहता है और पूजा में भी मन लगता है।