भारत में जब कोई किसी लड़की के बारे में सोचता है तो उसकी कल्पना ये होती है कि वो काजल, बिंदिया, लिप्स्टिक और पूरे मेकअप के साथ होगी। मगर जरूरी नहीं होता है कि लड़कियां मेकअप में ही हों और ऐसा उन्हें हर किसी को बताने की जरूरत भी नहीं है। मगर कुछ लोगों ने हर चीज में हस्तक्षेप करने की आदत होती है जैसे किसी ने क्रिकेटर स्मृति मंधाना की तस्वीर को एडिट करते हुए मेकअप कर दिया।
महिला क्रिकेटर की तस्वीर से किया गया छेड़खानी
23 साल की स्मृति मंधाना भारतीय महिला क्रिकेटर हैं जिन्हें सजने-संवरने का बिल्कुल समय नहीं रहता है लेकिन फिर भी कुछ लोगों ने उनकी तस्वीर के साथ मजाक कर दिया। साल 2018 में BCCI ने स्मृति को बेस्ट विमंस इंटरनेशनल क्रिकेटर का खिताब दिया था और उसी साल ये आईसीसी विमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी बनी थीं। टी-20 में सबसे तेजी से 50 रन बनाने वाली स्मृति पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं और ये ऐसा खेल खेलती हैं कि पुरुष भी इऩ्हें फॉलो करने पर मजबूर हो जाते हैं। दरअसल हुआ यूं कि सोसायटी के पैरामीटर के मुताबिक, स्मृति गोकी नहीं हैं और ना ही सुंदर हैं इसलिए उनकी तस्वीर को एडिट किया गया है। इस तस्वीर में स्मृति की आंखों में ना तो काजल है, ना होठों पर लिप्स्टिक लगाई।
ट्विटर यूजर ने तस्वीरों का एक कोलाज बनाया और उसे ट्वीट कर दिया। लोगों की सोच पर सवाल खड़ा करते हुए यूजर ने लिखा, 'स्मृति मंधाना को गूगल कर रही थी और मैंने इस फोटोशॉप्ड तस्वीर को देखा। असली तस्वीर राइट साइड है और फोटोशॉप्ड आप देख सकते हैं। हमारे ब्यूटी स्टैंडर्ड्स कितने खराब हैं कि एक क्रिकेटर की तस्वीर, जो कि एक प्रेस कॉनफ्रेंस की है उसे भी एडिट कर दिया। उसके गोरा बनाए जाने पर टिप्पणी भी की जा रही है। काजल और लिप्सटिक लगाई जा रही है।'इन सभी बातों के बीच मेरा एक ही सवाल है क्या हर लड़की मेकअप करे ये जरूरी बात है? खासतौर पर स्पोर्ट्स में रहने वाली लड़कियां इन सब चीजों से दूर रहती हैं तो लोग उनसे ऐसी उम्मीज करते ही क्यों हैं। हर इंसान को अपने हिसाब से जीने का हक होता है और अगर कुछ लड़कियां बिना मेकअप के सोसाइटी में रहना चाहती हैं तो इसमें और लोगों को भला क्या परेशानी हो सकती है।