19 अक्टूबर को हिंदू सभा के नेता कमलेश तिवारी की कुछ लोगों ने बेरहमी के साथ हत्या कर दी। ये हत्या उनके ही लखनऊ स्थित कार्यालय में हुई थी और गुनहगार उनसे मिलने के बहाने मिठाई के डिब्बों के साथ आए थे। उन लोगों ने पहले चाय मांगी और जब कमलेश तिवारी ने अपने पीए को चाय लाने के लिए कहा तो उसके जाने के बाद हमलावरों ने उनके ऊपर तमंचों, चाकू और बंदूक के साथ हमला कर दिया। उनकी हत्या के बाद वे तीनो वहां से निकल गए और ये तीनो मुस्लिम थे। अब इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है और इसमें सारे राज से पर्दा उठ गया है, चलिए बताते हैं इस बारे में क्या है सच?
कमलेश तिवारी की आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर को हुई थी और इस घटना के ठीक एक दिन पहले यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने ये मामला सॉल्व कर लिया था। कमलेश तिवारी की डेडबॉडी का पोस्टमार्टम हुआ और उसकी रिपोर्ट आई जिसमे साफ हो गया कि इनकी हत्या कैसे की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हुआ कि कमलेश तिवारी को कुल 15 बार चाकुओं से गोदा गया था और इसके साथ ही उन्हें एक गोली भी मारी गई थी। चाकू से उनके ऊपर 15 बार वार किया गया था, ये सभी वार 10 सेंटीमीटर के दायरे के अंदर ही किए गए थे। ये दायरा कमलेश तिवारी के जबड़े से लेकर छाती के बीच फैला हुआ है। इसके साथ ही कमलेश तिवारी का गला रेतने के दो गहरे जख्म भी मिले हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर ये साफ हो गया कि सीने और जबड़े के हिस्से को चाकू से गोदने के बाद कमलेश तिवारी का गला रेत दिया गया था। कमलेश तिवारी को एक गोली मारी गई और 0.30 बोर की गोली उनके सिर के पीछे हिस्से में फंस गई थी।
जिस मिठाई के डिब्बे में गुनहगार तमंचा लेकर आए थे वो डिब्बा सूरत से था। जब उस मिठाई के डब्बे पर लिखे पते पर पुलिस ने छानबीन की तब जाकर पता चला इसकी रहस्य की परतें खुलती गईं। गुनहगारों को गुजरात से अरेस्ट कर लिया गया और यूपी पुलिस लखनऊ में उनसे पूछताछ कर रही है। इस बारे में डीजीपी ने खुद प्रेस कांफ्रेंस करके सबको बताया। इसके अलावा कमलेश तिवारी की अस्थियां उनकी मां और परिजनों ने बनारस में विसरजित की इसके पहले कमलेश तिवारी की मां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की।