पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर अपने एक और बयान में फंस गई हैं। साध्वी प्रज्ञा ने लोकसभा चुनाव-2019 में मध्यप्रदेश से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को 3,64,822 वोटों से हराया था और भाजपा की प्रचंड जीत में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भी काफी फायदा मिला। ये जो वीडियो है उसमें प्रज्ञा ठाकुर लोगों से घिरी बैठी हैं और अपने काम के तर्क-वितर्क को समझा रही हैं।
प्रज्ञा ठाकुर ने कह दी ये सारी बातें
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इस वीडियो में अपने काम को समझाते हुए कुछ बोल रही है। सांसद महोदया का कहना है, ''हम नाली साफ करवाने के लिए नहीं बने हैं। हम आपका शौचालय साफ करवाने के लिए भी नहीं है। हम जिस काम के लिए बनवाए गए हैं वो काम हम पूरी ईमानदारी के साथ करेंगे औ रये हमारा पहले भी कहना था, आज भी कहना है और आगे भी हम यही कहेंगे।''
साध्वी प्रज्ञा के इतना कहने के बाद ही उनके आस-पास बैठे लोग तालियां बजाने लगे। उनके इस बेबाकी भरे बयान को सुनकर उन लोगों का ताली बजाना लाजमी भी था। नेताओं को हर मर्ज का इलाज समझा जाता है और नेता सांसद हो जाएं तो उनमें रौब तो आ ही जाता है। अमूमन धारणा ये है कि एक सांसद अपने क्षेत्र में होने वाली हर छोटी-छोटी चीजों के लिए जिम्मेदार होता है। जो लोग एक नेता को सांसद बनाते हैं तो उनकी हर बात के लिए सांसद जी को परेशान किया जाता है।
कैसे बनता है कोई नेता सांसद ?
भारत की संसद में दो सदन होते हैं, लोकसभा और राज्यसभा। जिसे कभी-कभी ऊपरी सदन भी कहा जाता है और इन दोनों के सदस्यों को सांसद या संसद सदस्य के नाम से जाना जाता है। इन दो सदनों का नाम राज्यसभा और लोकसभा है।
राज्यसभा- राज्यसभा के मेंबर राज्य विधानसभा के चुने हुए सदस्यों के निर्वाचन मंडल के द्वारा चुने जाते हैं। राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम 30 साल की उम्र होनी चाहिए। राज्यसभा के एमपी का कार्यकाल 6 सालों का होता है। मतलब ये कि राज्यसभा को बीच में भंग नहीं किया जा सकता है। राज्यसभा में 233 सांसद वोटिंग से चुने जाते हैं और 12 सदस्य के द्वारा मनोनीत करते हैं।
लोकसभा- लोकसभा के सांसद सीधे जनता के वोट द्वारा चुना जाता है। उनका कार्यकाल 5 सालों तक रहता है। मई, 2019 में देश में 17वीं लोकसभा के लिए 542 सीटों पर चुनाव होते हैं और देश की जनसंख्या इन्हें वोट देकर सांसद और किसी एक को प्रधानमंत्री बनाती है।
कौन हैं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ?
2 फरवरी, 1970 को मध्यप्रदेश में जन्मी साध्वी प्रज्ञा जब से राजनीति में आई हैं तब से भाजपा जनता पार्टी में हैं। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्य रही हैं और बाद में इन्होंने हाज में राष्ट्रीय स्वयंसेवर संघ ज्वाइन कर लिया था। प्रज्ञा ठाकुर तब ज्यादा सुर्खियों मं आईं जब मालेगांव में धमाका हुआ था और इन्हें हिरासत में ले लिया गया था। 29 सिंतबर, 2008 की रात में बम धमाका हआ था जिसमें 6 लोग मारे गए थे और 101 लोग घायल हुए थे। इसके बाद अक्सर ये अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में बनी रहती हैं।