देशभर में गणेश चतुर्थी की धूम है और ज्यादातर घरों में बप्पा को स्थापित कर दिया गया है। हर कोई खुश है और हर किसी के मन में एक ही आस्था है कि गणेश जी घर आए हैं तो कुछ अच्छा ही करते हुए जाएंगे। कुछ लोग 3 दिन, कुछ 5, कुछ 7 तो कुछ लोग 10 दिनों के लिए घर में मूर्ति स्थापित करते हैं और फिर गणपति विसर्जन करके बप्पा की विदाई करते हैं। ऐसा ही सदियों से चला आ रहा है और कुछ ऐतिहािसक कहानियों का कहना है कि इस प्रक्रिया को शिवाजी महाराज ने शुरु किया था तो कुछ ये भी कहते हैं कि गणेश चतुर्थी यानी भगवान गणेश का जन्मोत्वस, जिसे पूरा देश ना जाने कब से मनाता आ रहा है। इसमें लोगों की भावना, आस्था और धर्म जुड़ा हुआ है जिसे लोग बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं। मगर ऐसा सिर्फ भारत में होता है क्योंकि और हम अपने हर शुभ काम में उनकी प्रतिमा जरूर रखते हैं। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि हमारे गणपति की प्रतिमा इस मुस्लिम देश ने अपने धन पर स्थापिति की तो, क्या आप यकीन करेंगे ?
इंडोनेशिया के नोट पर गणपति स्थापित
आज से गणेश चतुर्थी का महापर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है। इसी के बीच एक खबर हमारे सामने आई जिससे हमारा गणपति में विश्वास और भी बढ़ सकता है। दरअसल मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया अपनी कट्टरपंथी के लिए पहचाना जाता है लेकिन यहां पर एक बार ऐसा भी हुआ जब देश की करेंसी पर हमारे गणपति की प्रतिमा स्थापित रही है। दुनिया में मुस्लिम आबादी वाला एक ऐसा देश जहां पर गणेश जी की तस्वीर नोट पर छपी है। इंडोनेशिया की करेंसी को रुपियाह कहते हैं, और यहां के 20,000 के नोट पर भगवान गणेश की तस्वीर लगी है। दरअसल भगवान गणेश को इस देश में शिक्षा, कला और विज्ञान का देवता माना गया है और खास बात ये है कि इंडोनेशिया में करीब 87.5 प्रतिशत आबादी इस्लाम धर्म मानती है और यहां सिर्फ 3 प्रतिशत ही हिंदू आबादी है। इंडोनेशिया के इस 20 हजार के नोट पर सामने आने वाले हिस्से में भगवान गणेश की तस्वीर है और पीछे की ओर बाकी हिस्से जैसे क्लासरूम की तस्वीर छपी है। जिसमें छात्र और शिक्षक भी नजर आ रहे हैं।
इंडोनेशिया सरकार के ऐसा करने के पीछे अर्थव्यवस्था का बुरी तरह खराब होना था। इसके बाद वहां पर 20 हजार का एक नया नोट जारी किया गया था जिसके ऊपर भगवान गणेश की तस्वीर छापी गई थी और इसको छापने के पीछे आर्थिक चिंतकों का मंशा थी। उनका मानना था कि इससे अर्थव्यवस्था फिर से मजबूत हो जाएगी और बाद में उनकी अर्थव्यवस्था सच में अच्छी हो गई थी।
हमारे धर्म में बुद्धि के देवता है गणेश
जब भी किसी को बुद्धि बढाने की सलाह देते हैं तो पौष्टिक चीजों को खाने के साथ ही हम ये भी कहते हैं कि भगवान गणेश जी की पूजा करो। वे बुद्धि देने वाले देवता हैं और अगर सच्चे मन से उनकी पूजा की जाए तो आपके सभी विघ्न भी वे हर लेते हैं तभी तो गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। गणेश चतुर्थी का पर्व वैसे तो महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु का पर्व है लेकिन इसे दिल्ली, बंगाल, उत्तरभारत सहित कई राज्यों में मनाया जाता है। इनकी प्रतिमा या मूर्ति को लोग अपने-अपने घरों में रखते हैं, दिन रात आरती पूजा करते हैं और फिर धीरे-धीरे कुछ दिन बीतने के बाद उनका विसर्जन कर देते हैं जो एक नियम है। इनका विसर्जन लोग नदी, समुद्र या तालाब में करते हैं लेकिन असल में इन्हें गमले में रख देना चाहिए जिस्से वो वापस मिट्टी का रूप लेकर उसी में मिल जाए।