भारत में कुछ जगहें ऐसी हैं जहां पर नकल कराकर पास करवाने की अलग से फीस लगती है और अगर कोई फीस नहीं दे पाता है तो उन्हें फेल कर दिया जाता है। स्टूडेंट्स स्कूल प्रशासन की बातों में आकर ऐसी फीस देने को तैयार भी हो जाते हैं क्योकि उन्हें अच्छे मार्क्स से मतलब होता है। मगर कर्नाटक के स्कूल में छात्रों के साथ अलग ही काम हुआ है। आपने आजतक छात्रों को अलग-अलग तरीकों से नकल करते देखा होगा लेकिन आज हम आपको उन टीचर्स की सोच को बताएंगे जिन्होंने अपने छात्रों को नकल करने से रोकने के लिए अपनाया।
छात्रों को इस तरह रोका गया नकल करने से
परीक्षा के दौरान नकल को रोकने के लिए टीचर अलग-अलग तरह की तरकीब निकालते हैं लेकिन छात्र भी उनसे चार कदम आगे ही हैं। टीचर्स की हर तरकीब को नाकाम करके स्टूडेंट्स कहीं ना कहीं से जुगाड़ करके नकल कर ही लेते हैं। परीक्षा के दौरान नक़ल के मामले में अक्सर छात्र ख़ुद को तीसमार खां समझते हैं लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि उनके टीचर्स उनसे ज़्यादा स्मार्ट होते हैं और नक़ल रोकने में उनसे 10 कदम आगे की सोच रखते हैं। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के एक कॉलेज में भी सामने आया जहां पर टीचर ने नक़ल रोकने के लिए बच्चों के साथ कुछ ऐसा किया, जिसे देखने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे। न्यूज़ 18 की एक खबर के मुताबिक़, कर्नाटक के हावेरी स्थित भगत प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में परीक्षा के दौरान छात्र नक़ल नहीं कर पाएं इसके लिए टीचर ने उनके सिर पर गत्ते का बॉक्स डाल दिया। इसके साथ ही बॉक्स में दो छेद कर दिए गए जिससे छात्र कम से कम वो देख सकें जो वे लिख रहे हैं। कॉलेज प्रशासन की इस हरकत के बाद राज्य सरकार ने कॉलेज को नोटिस जारी कर दिया है।
छात्र नकल नही कर पाएं इसके लिए कॉलेज ने ऐसी अजीबोग़रीब तरक़ीब निकाली और इससे फायदा भी हुआ। परीक्षा में बैठते ही सभी छात्रों को एक-एक गत्ता पकड़ा दिया गया और पहले तो छात्रों को समझ नहीं आया कि इसका क्या करना है। फिर कुछ देर बार शिक्षकों ने गत्ते का बॉक्स बनाकर उसे छात्रों को सिर पर पहनने को कहा और इसके साथ ही आगे की तरफ़ आंखों के पास दो छेद कर दिए, ताकि स्टूडेंट्स अपना सवाल देख सकें और उसका जवाब आसानी से लिख सकें इसके अलावा उन्हें कुछ नहीं दिखाई दे।इस मामले की जानकारी देते हुए सार्वजनिक निर्देश विभाग के उप निदेशक एस.एस. पीरजे ने इस बारे में बताया, 'हमने स्पष्ट रूप से कॉलेज प्रबंधन को एक लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है और अगर भविष्य में इस तरह की घटना फिर से की गई तो विभाग स्कूल का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।