उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 18 अक्टूबर को एक ऐसी घटना सामने आई जो मानवता को तार-तार कर सकती है। खबर ये है कि हिंदू समाज पार्टी के चर्चित नेता कमलेश तिवारी की गला रेंतकर हत्या कर दी गई है और हैरानी की बात ये है कि उनकी हत्या खुर्शीद बाग में स्थित हिंदू समाज पार्टी के कार्यालय में हुई। चलिए बताते हैं क्या रहा पूरा मामला और कौन हैं कमलेश तिवारी और मुस्लिम की उनसे क्या दुश्मनी थी?
कमलेश तिवारी की कैसे हुई हत्या?
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी कार्यालय में मौजूद थे, और उस दौरान कुछ बदमाश वहां चाय पीने के लिए आए। रिपोर्ट्स के मुताबिक वे एक मिठाई का डिब्बा लेकर आए थे जिसमें चाकू और तमंचा लेकर आए थे। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश तुरंत फरार हो गए, पुलिस टीम के हाथ कमलेश तिवारी का फोन लगा है और अब उसकी डिटेल निकाली जा रही है कि कहीं से कोई सुराग मिल जाए। पुलिस डिटेल खंगालने में लगी है और इसके साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश भी कर रही है। घटना में गंभीर रूप से घायल कमलेश तिवारी को तुरंत पास के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया और यहां डॉक्टर्स ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। पुलिस हमलावर की तलाश में जोरों में कर रही है और घटनास्थल पर तमंचा और कारतूस भी जब्त कर लिए हैं। कमलेश तिवारी के गले में गहरी चोट पाई गई और ऐसा माना जा रहा है कि हमलावरों ने गोली के साथ ही तेजधार से हथियार से हमला किया है।
आपको बता दें कि हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने साल 2015 में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था जिसपर मुस्लिम कमेटी के लोगों ने खूब हंगामा किया था। दरअसल सपा नेता आजम खान ने एक बयान दिया था कि आरएसएस वाले होमोसेक्सुअल होते हैं और इसपर कमलेश तिवारी ने मुस्लिम धर्म के नबी मोहम्मद पैगम्बर के लिए बोल दिया था कि वे होमोसेक्सुअल हैं। इसपर मुस्लिम कमेटी के लोगों ने सरकार से कमलेश तिवारी के खिलाफ एक्शन लेने की अपील की थी। विवादित बयान देने के कारण कमलेश तिवारी की गिरफ्तारी हो गई थी और फिलहाल वे जमानत पर रिहा चल रहे थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने हाल ही में कमलेश तिवारी पर लगी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) को भी हटा दिया था।