5 अगस्त को भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने सांसद में धारा 370 हटाने का एलान किया और फिर 9 अगस्त को ये बिल लोकसभा में भी पास हो गया। इसके बाद पाकिस्तान और कांग्रेसियों में जो विरोध हो रहा है ये मंजर देखने वाला है। विपक्ष दल में बसपा और सपा ने भाजपा का समर्थन किया था और कांग्रेस के कुछ लोगों ने भी मोदी सरकार के इस फैसले का सम्मान किया लेकिन कुछ लोगों को आज भी इस फैसले से समस्या है। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट के जरिए इस फैसले का समर्थन किया था लेकिन अब उन्होंने इस मुद्दे पर खुलकर बोला है। मायावती ने सीधा वार कांग्रेस की जड़ जवाहरलाल नेहरू पर किया है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि राजनीति गलियारों में क्या हो रहा है?
मायावती ने किया कांग्रेस की जड़ पर वार
ये बदलते राजनैतिक समीकरण और नई राहों का परिचारक हो गया है। एक दम से आमूलचूल परिवर्तन दिखाई देने लगा है और मायावती में जो आज जो बदलाव नजर आ रहे हैं ये किसकी तरफ इशारा करते हैं ये तो नहीं पता लेकिन उनके अंदर बदलाव तो आए हैं। कभी समाजवादी पार्टी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने की बात की जाती थी वो आज भाजपा की तारीफ करते थक नहीं रही हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि धारा370 हटाने का समर्थन करने पर कांग्रेस को चौंकाने वाली मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। परोक्ष के रूप में कश्मीर का गुनाहगार सीधा नेहरू को ही बताया है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कश्मीर के हालात के लिए सीधी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने नेहरू को गलत बताते हुए कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया जाना देश की तरक्की है इसे हर किसी को अपनाना चाहिए।
राजनीति के लिए पाकिस्तान तक को खुश करने वाले कुछ नेताओं को उन्होंने आड़े हाथ लेते हुए बयान दिया। मायावती ने कहा, 'कश्मीर में हालात सामान्य होने तक विपक्षी दलों को संयम रखना चाहिए।' बुधवार को एक बार फिर बसपा की अध्य़क्ष चुने जाने वाली मायावती ने कहा, 'बाबा साहेब अंबेडकर भी कश्मी में अनुच्छेद 370 के प्रावधान के पक्ष में नहीं थे। असल में इस समस्या की मूल जड़ में कांग्रेस औऱ जवाहर लाल नेहरू ही हैं। अगर इनके कश्मीर जाने से हालाथ थोड़े बिगड़ जाके को क्या केंद्र सरकार इसका दोष इन पार्टियों पर नहीं थोपती ? बिल्कुल ऐसा करते वे लोग। बहुत से लोगों ने उस समय धारा 370 हटाने की बात कही लेकिन नेहरू ने कुछ नहीं सुना।' मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इस कदम को एतिहासिक और जिगर वाला बताया है।
मायावती ने कई बार की है पीएम की तारीफ
पीएम नरेंद्र मोदी भले ही भाजपा को सपोर्ट करते हैं और केंद्र में उनकी सरकार भी इसी पार्टी के नेतृत्व में रहकर बनी है लेकिन उन्होंने कई विपक्ष नेताओं के दिलों पर असर छोड़ा है। मायावती की बसपा और पीएम नरेंद्र मोदी की भाजपा ने पहले भी गठबंधन किया है और देश को आगे बढ़ाया है। मायावती अक्सर भाजपा को हराने का सपना लेकर राजनीति के मैदान में उतरी हैं लेकिन कटाक्ष बोलने में भी वो पीछे नहीं रही हैं। अगर किसी भी विपक्ष या भाजपा ने देश के हित में कुछ अच्छा काम किया है तो उन्होने इसका समर्थन भी किया है। अपने ट्वीट्स या भाषण में वे इस बात का जिक्र जरूर करती हैं।