देशभर में हर कोई योगा के नाम पर बाबा रामदेव को याद करते हैं वैसे ही पतंजलि के नाम पर आचार्य बालकृष्ण का नाम जरूर याद आता है। पतंजलि कंपनी खुलने के बाद से ही बाबा रामदेव और उनके शिष्य आचार्य बालकृष्ण ने हमेशा स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया है। अपने देश में बनी चीजों का इस्तेमाल करना हमारे देश को ही फायदा और नुकसान पहुंचाता है। इस बात को लेकर पतंजलि एक साधारण कंपनी करोड़ों के टर्नओवर करने लगी। मगर अब पतंजलि अपनी ही कही बातों से फिर रही है। ऐसा लगता है कि अब आचार्य बालकृष्ण MNC से हाथ मिलाकर अपने बिजनेस का विस्तार करने के बारे में सोच रही है।
पतंजलि के सीईओ मिलाएंगे MNC से हाथ
अब पतंजलि आयुर्वेद ग्लोबल कंपनियों से डील कर सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पतंजलि आयुर्वेद के CEO आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि उनके पास तीन-चार ग्लोबल कपंनियों के ऑफर हैं। जो पतंजलि के साथ इंटरनेशल लेवल पर डील करने के लिए परेशान है। बालकृष्ण का कहना है कि जब तक ग्लोबल कंपनियों का उनके प्राइज के साथ कोई भी टकराव नहीं हो सकता, तब तक वो उनके साथ काम करेंगे, उन्हें इसमें कोई भी परेशानी नहीं है। बालकृष्ण ने आगे कहा कि वो ये प्रस्ताव सिर्फ इसलिए नहीं ठुकरा सकते क्योंकि वो MNCs हैं, हालांकि उन्होंने किसी भी कंपनी का नाम नहीं बताया है लेकिन जल्द ही इसके बारे में वे खुलकर बात करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनवरी, 2018 में भी एक फ्रांसीसी कंपनी ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जाहिर की थी और 3250 करोड़ रुपये निवेश करने का ऑफर भी मिला था। मगर उस समय MNCs के खिलाफ खड़े होने के कारण वे इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर पाए थे। अब देखा जाए कि पहले रामदेव विदेशी कंपनियों का बहिष्कार कर रहे थे, अब उनकी कंपनी विदेशी कंपनियो से हाथ मिलाने की बात करने लगे हैं। पहले भी बाबा रामदेव ने विदेशी कंपनियों को ईस्ट इंडिया कंपनी से कम्पेयर किया था और ये भी कहा था कि भारत को विदेशी कंपनियों से मुक्त करेंगे। रामदेव बाबा का कहना था कि भारत में जो भी विदेशी कंपनियां हैं वो देश के विकास के लिए कोई भी काम नहीं कर रही बल्कि नुकसान ही कर रही हैं। इसी पर कहा था कि पतंजलि आने वाले 5 सालों में देश से विदेशी कंपनियों को खत्म कर देगी। मगर अब जब पतंजलि खुद विदेशी कंपनियों से हाथ मिलाने जा रही है तो फिर देखते हैं इनका स्वदेसी का नारा कब तक चलेगा।