पिछले कुछ समय से JNU के छात्रों पर दिल्ली पुलिस के बर्बता के किस्से सुनने में आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक से बढ़कर एक तस्वीरें भी देखने को मिल रही हैं लेकिन आपको क्या लगता है ये सारी तस्वीरें असल में ली गई हैं या कोई पुरानी तस्वीरों को मोहरा बनाया जा रहा है? जेएनयू में बढ़ाई गई फीस को लेकर छात्रों ने गुस्सा तो दिखाया है लेकिन इसके लिए छात्रों के साथ बर्बरता तो हो रही है लेकिन इतनी?
JNU में पुलिस छात्रों के साथ क्यों कर रही ऐसा व्यवहार?
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हॉस्टर की फीस बढ़ने के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन आज भी हो रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिन्हें इस प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स पर पुलिस और सरकार की बर्बरता को भी दिखाया जा रहा है। ताजा वायरल हो रही एक तस्वीर में पुलिसकर्मी एक महिला पर लाठी बरसा रहा है। फेसबुक यूजर ओम राजपुरोहित ने ये तस्वीर पोस्ट की और लिखा, 'लड़कियां- हम लड़कों से कम नहीं है। पुलिस-तो ये ले...#JNUProtests Me ये पड़ा धोनी का 6 और गेंद स्टेडियम से बाहर' जब इस तस्वीर की पड़ताल की गई तो ये पाया गया कि ये तस्वीर साल 2012 की है। लल्लनटॉप वेबसाइट को ये तस्वीर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स पर मिली, जिसे फोटोग्राफर अदनान आबिदी ने ली थी। तस्वीर के साथ लिखे गए कैप्शन में था कि दिल्ली में 23 साल की पैरामेडिकल स्टूडेंट के साथ चलती बस में गैंगरेप की घटना से आक्रोशित लोगों ने 22 दिसंबर, 2012 को राष्ट्रपति भवन के पास प्रदर्शन किया। पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए लाठियां चलाई थीं।
सोशल मीडिया पर JNU के एक स्टूडेंट की तस्वीर वायरल हुई है जिसमें लिखा जा रहा है कि केरल के रहने वाले 47 वर्षीय मोइद्दीन ने साल 1993 में यहां से पढ़ाई की। इसे हर महीने हजारों रुपये छात्रवृत्ति मिल रही है। वो हर महीने सिर्फ 10 देकर दिल्ली के सबसे महंगे इलाके में रहता है साथ ही खाना और इंटरनेट फ्री का भी फायदा उठाता है। फिर जब इस तस्वीर की भी पड़ताल हुई तो पता चला कि ये तस्वीर भी जेएनयू ही एक छात्र की है। उन्होंने बताया कि ये तस्वीर पंकज मिश्रा नाम के एक छात्र की है जो पब्लिक हेल्थ विषय पर रिसर्च कर रहे हैं और पंकज ने ट्वीटर के जरिए अपनी बात रखी है।