पिछले कई दशकों से अयोध्या मामला अटका हुआ था और अब इसका फैसला सामने आ गया है। 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया और इसमें विवादित जमीन पर रामलला मंदिर बनने का आदेश दिया है। इसके साथ ही अयोध्या में ही मुस्लिम कमेटी को 5 एकड़ जमीन देने का भी आदेश दिया है। 3 महीने के अंदर राम मंदिर का कार्य शुरु हो जाना चाहिए और जल्द से जल्द इसे बनाने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को दिया है। मगर इसके साथ ही अयोध्या को आधुनिक चीजों से बिल्कुल हाईटेक सिटी बनाने की तैयारी की जा रही है।
अयोध्या बनेगी हाईटेक सिटी
अयोध्या में राम मंदिर बनने की बात सुनते ही हिंदू सभा में खुशी की लहर दौड़ गई थी और अब जब अयोध्या को हाईटेक बनाया जाएगा तो यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। अयोध्या नगर निगम अब अपने क्षेत्र क विस्तार करने जा रहा है और इसके लिए नगर निगम ने शासन को प्रस्ताव पहले ही भेज दिया। इस योजना में नगर निगम से सटे हुए 41 राजस्व गांव अयोध्या नगर निगम में शामिल होंगे। वहीं दूसरी तरफ अयोध्या को धर्मनगरी के तौर पर विसित करने के लिए बड़ा प्लान तैयार हो रहा है। योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या को देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बनाया जाए। इसके लिए अयोध्या तीर्थ डेवलमेंट बोर्ड गठित होगा और ऐसा माना जा रहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में कई चरण होंगे और इसके शुरुआती चरण में 4 साल लग सकते हैं। शहर के विकास के साथ ही योगी सरकार भी कोशिश कर रही है कि यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट स्थापित किया जाए जिससे दुनियाभर से लोग सीधे यहीं पर आएं।
अयोध्या रेलवे स्टेशन के लिए मोदी सरकार ने 100 करोड़ रुपये मुहैया कराया है। अयोध्या के मेयर राकेश उपाध्याय बताते हैं कि सरकार अयोध्या के बड़े स्तर पर विकास के लिए योजनाओं का खाका खींच रही है और जल्द ही इसे अंतिम रूप देकर पब्लिकली कर दिया जाएगा। कुछ प्रमुख योजनाओं की बात करें तो अयोध्या में एक नया अंतराज्यीय बस टर्मिनल बनाया जाएगा जहां से 30 से 40 हजार बसें चलाई जानी है। सूत्रों के अनुसार भगवान राम के जीवन पर आधारित एक 13 किलोमीटर लंबा श्रीराम कॉरिडोर भी बनाया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी संस्कृति और पर्यटन विभाग को दिया गया है। यहीं नहीं वाराणसी में गंगा की तरह अयोध्या में सरयू नदी में क्रूज भी चलाया जाएगा और यहां फाइव स्टार होटल्स के साथ रिजॉर्ट भी बनाए जाएंगे जिससे विदेशी भी यहां पर आसानी से रुक सकें।