दुनिया में बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जो आम नहीं है और अक्सर उन चीजों के पीछे कोई ना कोई खास मकसद भी होता ही है। आपने फिल्मों में ऐसी कई कहानियां देखी होंगी जिसमें एक जानवर अपने मालिक या अपने किसी खास के साथ गलत हुए का बदला लेने के लिए उस कातिल का पीछा करता ही है। मगर असल में ऐसा शायद ही आपने कहीं सुना होगा। असल जिंदगी की एक बात है जब एक कौआ अपने बच्चे की मौत का बदला लेने के लिए साथियों के साथ कातिल आदमी पर हमला करता है लेकिन वो अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो पा रहा है।
कौआ इस तरह करता था आदमी पर हमला
बेजुबान जानवर कभी कुछ नहीं भूलते हैं और अगर कभी वे इस स्थिति में आते हैं कि इंसान उनके जीवन में दखलअंदाजी देते हैं तो फिर वे इस बात को कभी भूलते नहीं हैं। कुछ ऐसा ही हुआ एक बेजुबान कौवे के साथ जब तीन साल पहले एक आदमी से उसका बच्चा मर गया था तो उसके बाद से हर दिन लगभग तीन सालों से वो उस आदमी का पीछा कर रहा है। कभी उसके ऊपर हमला करता है तो कभी उसका घर से निकलना दुष्वार कर देता है। आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी कोई गलियों से गुजरता है तो कुत्ते भौंकने लगते हैं लेकिन अगर कोई कौआ ऐसा करता है तो लोग इसका मतलब गलत ही निकालने लगते हैं। कौवों को अक्सर मौत या किसी गलत चीज की निशानी माना जाता है लेकिन अगर ये आपको ज्यादा परेशान करता है तो समझ लीजिए ये एक गंभीर बात हो सकती है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी में सुमेला नाम एक गांव का ये मामला बहुत ही दिलचस्प है। इस गांव में शिवा नाम का एक आदमी रहता है और वो एक छोटे से होटल में काम करता है। उसने बताया कि पिछले तीन सालों से एक कौआ उसका पीछा कर रहा है और वो उससे बहुत परेशान हो गया। वो अक्सर अकेला रहता था लेकिन कभी-कभी उसके साथ कौवों का झुंड भी हुआ करता है। वो तंग आ जाता था और एक डंडे के साथ ही घर से बाहर निकलता था। कौवों का झुंड जब उसपर हमला करता था तब वो डंडे को हवा में घुमाता था जिससे सभी भाग जाते हैं। शिवा जैसे ही अपने घर से बाहर आता और सड़क पर जाता कि कौवा आकर उसके सिर पर मंडराने लगता है और फिर कांव-कंव करके कुछ कौवों को इकट्ठा भी कर लेता है।
क्यों हो रहा था ये सब ?
कौवों को दूर करने के लिए शिवा जब भी बाहर निकलता है तो उसे लाठी रखनी ही पड़ती है वरना वे कौवा उसे जख्मी भी कर सकते हैं। जैसे ही कौवा उसके सिर के पास आता तो शिवा उसे डराने के लिए जोर से लाठी घुमाता है। जब ये बात मीडिया में आई तो काफी जांच-पड़ताल भी की गई। इस दौरान शिवा ने बताया तीन साल पहले जब वो खेत में काम कर रहा था तब खेत के किनारे जालियों में एक कौवे का बच्चा फंस गया था। जब उसकी नजर उस बच्चे पर पहुंची तो वो उसे बचाने के इरादे से वहां गया और उस तार से निकालने लगा लेकिन वो इस कदर फंसा था कि उसकी गर्दन तार में फंस गई और वो मर गया। उस समय शिवा को उस बच्चे के मरने का अफसोस हुआ और वो बच्चे को निकालकर उसे दफनाने जाने लगा कि तभी एक बडा़ कौआ आ गया और उसे परेशान करने लगा। जैसे-तैसे उसने उस बच्चे को दफना दिया लेकिन फिर वो कौआ उसका पीछा करने लगा और ऐसा पिछले 3 सालों से हो रहा है।