14 नवंबर को देश पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिवस मना रहा है और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े नेताओं ने उन्हें एक बार फिर श्रद्धांजलि दी है। इनमें नेहरू के नाति राहुल गांधी और नातिन प्रियंका गांधी ने भी ट्विटर पर अपने ग्रैंड फादर को ट्रीब्यूट दिया है। ये नेहरू जी की 130वीं जयंती है जिसे हर कोई अपने तरीके से मना रहा है। इस मौके पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर पर एक पुरानी बात बताई जो इस समय सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है।
प्रियंका गांधी ने बताई नेहरू की एक बात
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 130वीं जयंती के मौके पर पूरा देश उन्हें अलग-अलग तरह से याद कर रहा है लेकिन उनकी परपोती प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्हें किसी और तरीके से याद किया। उन्होंने एक ट्वीट में अपने परदादा की कहानी सुनाई। प्रियंका ने लिखा, 'मेरे परदादा की ये कहानी मेरी पसंदीदा कहानियों में एक है। ये बात उस समय की है जब मेरे परदादा प्रधानमंत्री थे। एक बार रात के तीन बजे अपने घर पहुंचे तो देखा उनका अंगरक्षक उनके बिस्तर पर सो रहा है। उन्होने उसे कंबल उढ़ाया और बगल में रखी कुर्सी पर सो गए।'
प्रियंका गांधी हर खास मौके पर कुछ ना कुछ ट्वीट करती रहती हैं। वे अपनी भावनाएं व्यक्त करने में जरा भी नहीं झिझकती हैं और ये उनकी खास बात बहुत से लोगों को पसंद है। वहीं राहुल गांधी ने अपने परदादा को आधुनिक भारत का महान सृजनकर्ता बताया है। राहुल ने लिखा, 'उनके जन्मदिन पर हम हमारे पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी को एक राजनेता, एक दूरदृष्टा, विद्वान, संस्थान निर्माता के रूप में याद कर रहे हैं।'.
पंडित जवाहरलाल नेहरू की 130वीं जयंती पर कांग्रेस ने उन्हें एक ऐसा आदमी बताया है जिन्होंने भारत की आजादी के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष किया। ठोस लोकतंत्र के साथ एक आधुनिक देश की कल्पना भी की थी। कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'नेहरू ने भारत को एक नया रास्ता दिखाया जिसकी बदौलत हम आज यहां हैं। आइए उनकी विरासत को कायम रखने की हम प्रतिज्ञा लेते हैं।'
जवाहर लाल नेहरू आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और उस दौरान उन्होंने देश को अलग ही उपलब्धि दी। नेहरू जी महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित थे और उनके साथ हर नीति में शामिल होकर देश को और भी करीब से जानते थे। नेहरू कई बार जेल भी गए और आजादी के बाद रात में उन्होंने इंडिया गेट से देश को संबोधित करते हुए आजाद भारत की खबर जनता को सुनाई थी।