हैदराबाद गैंगरेप के बाद जब आरोपियों की एनकाउंटर में मार गिराया गया तो लोगों में निर्भया रेप केस में पाए गए दोषियों को भी फांसी देने की मांग तेज होने लगी। फिर खबरें आईं कि अब जल्द ही इन्हें फांसी दी जाएगी और एक दूसरी खबर साथ ही आई कि 16 दिसंबर के दिन ही निर्भया को इंसाफ मिलेगा क्योंकि इसी दिन उन लोगों ने निर्भया के साथ जघन्य अपराध किया था। मगर अब ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि निर्भया केस में जो लोग इंसाफ की राह देख रहे हैं उन्हें अभी और थोड़ा इंतजार करना होगा। अब इसके पीछे की वजह क्या है इसके बारे में भी आपको जान लेना चाहिए।
निर्भया के दोषियों को अभी नहीं मिलेगी फांसी
निर्भया गैंगरेप मामले के चारों दोषियों की पेशी 13 दिसंबर को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में होनी थी लेकिन फिलहाल इस मामले पर सुनवाई 18 दिसंबर तक टाली गई है। आने वाले बुधवार को दोपहर 2 बजे के बाद सुनवाई होगी। पटियाला हाउस कोर्ट निर्भया के पैरेंट्स की तरफ से दी गई याचिका पर सुनवाई करेगा। उनकी तरफ से मांग की गई थी कि दोषियों के लिए जल्द ही डेथ वॉरंट जारी किया जाए। दरअसल चारों दोषियों में एक दोषी अक्षय ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दी गई है, जिसे 12 दिसंबर के दिन स्वीकार कर लिया गया और सुनवाई की तारीख 17 दिसंबर तय की गई लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिका स्वीकार की तो पटियाला कोर्ट ने भी पेशी की तारीख बढ़ाई। पटियाला कोर्ट ने कहा कि अक्षय की पुनर्विचार याचिका का मामला क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और इसलिए कोर्ट के फैसले के बाद ही आगे की सुनवाई होगी। निर्भया के पैरेंट्स की मांग पर कोर्ट ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही डेथ वॉरंट जारी किया जाएगा।
पटियाला हाउस कोर्ट के द्वारा सुनवाई की तारीख आगे बढ़ने पर निर्भया की मां ने मीडिया से कहा, 'मैं 7 साल से धैर्य की लड़ाई लड़ रही हूं। एक हफ्ते और इंतजार कर लूंगी, जब तक उनको फांसी नहीं हो जाती तब तक मैं संघर्ष करूंगी। मुझे उम्मीद है कि तसल्ली है कि हम इंसाफ के बहुत करीब पहुंच गए हैं।' दोषियों के वकील एपी सिंह ने इस मामले में बताया कि अभी कई सारी याचिकाएं पेंडिंग हैं और उन पर फैसला आएगा, इसके बारे में उन्होने कहा, 'अक्षय, पवन, विनय की तरफ से दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका लगी है, उस पर अभी फैसला नहीं आया है। लड़की के दोस्त ने पैसे लेकर टीवी चैनल्स में गवाही दी थी उस पर हमने याचिका डाली। उस पर भी सुनवाई होनी है और इन सबके बाद ही अक्षय, पवन और विनय की तरफ से क्यूरेटिव पेटिशन डाली जाएगी। जो विनय की दया याचिका की अफवाह फैलाई गई थी वो भी लगी हुई है। उसमें ना उसके साइन है, ना अंगूठे के निशान हैं। इसके बारे में पटियाला हाउस कोर्ट को भी सूचना दी गई है। देश के राष्ट्रपति को, गृह मंत्रालय को, दिल्ली सरकार को और एलजी को सारी जानकारियां दी जा चुकी हैं और अब इस केस की अगली सुनवाई 18 दिसंबर को होगी।'