रितेश अग्रवाल (ritesh agarwal) एक मशहूर, युवा भारतीय बिजनेसमैन में से एक हैं ,रितेश दुनिया भर में स्थित oyo rooms के founder और CEO हैं, इस लेख में आप (oyo rooms owner) रितेश के बारे में पढ़ेंगे -
हर इंसान चाहता है कि वो अपना बॉस बने और खुद अपना बिजनेस चलाए मगर हर किसी का सपना पूरा हो जाए ये जरूरी नहीं होता है। बिजनेस में चलना और गिरना दोनो होता है लेकिन हार के डर से अगर आपने चलना छोड़ दिया तो कभी सफल नहीं हो सकते। ये सीख आप 26 साल के रितेश अग्रवाल से ले सकते हैं जो Oyo Rooms founder हैं और इनकी लाइफ में भी कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन उन्होने हिम्मत नहीं हारी बल्कि थोड़ा रुककर सोचा कि आगे क्या करना है। इस तरह उन्होंने अपने करियर को उस मुकाम पर पहुंचाया जिसके लिए आज के लोग सपने देखते हैं। आपको भी Ritesh Agarwal Biography in Hindi जानना चाहिए, स्टार्टअप करने वालों के लिए रितेश की कहानी प्रेरणादायक हो सकती है।
रितेश अग्रवाल का प्रारंभिक जीवन (Early Life of Ritesh Agarwal)
16 नवंबर, 1993 को उड़ीसा के कटक बिसाम मे जन्में रितेश अग्रवाल एक मिडिल क्लास मारवाड़ी परिवार से बिलॉन्ग करते हैं। इनके पिता इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन के साथ मिलकर काम करते हैं, और मां एक हाउसवाइफ हैं। रितेश की पढ़ाई Sacred Heart School में हुई, और यहां से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूर करने के बाद रितेश ने आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली के Indian School of Buisness Finance में एडमिशन लिया। इनके माता-पिता चाहते थे कि रितेश IIT की पढ़ाई करे इस वजह से ये कोटा में आईआईटी की पढ़ाई के लिए तैयारी करने चले गए। मगर रितेश के मन में बिजनेस को लेकर नए-नए आईडियाज आते थे क्योंकि वे अपना काम शुरु करना चाहते थे। Ritesh Agarwal ने बहुत कम उम्र से ही Bill Gates, Steve Jobs और Mark Zukerburg से बहुत ज्यादा प्रेरित रहते थे। आज के समय में रितेश एक Indian Entrepreneur (oyo rooms owner) हैं जिन्होंने अपना बिजनेस 17 साल की उम्र में ही शुरु कर दिया था और ये उम्र वो होती है जब लोग अपने सपने ही देखते रह जाते हैं।
रितेश अग्रवाल की बिजनेस यात्रा (Business Journey of Ritesh Agarwal)
रितेश अग्रवाल को नई-नई जगहों पर घूमने का शौक रहा है और उन्हें घूमने का काफी मौका भी मिला। दुनिया में बहुत सी जगह रितेश घूम चुके है और इनको ट्रेवल करते समय कई जगह ठहरने की व्यवस्था करने से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। कभी इन्हें बहुत सारा पैसा देकर भी खराब जगह रुकना पड़ता था तो कभी कम पैसों में बढ़ियां जगह मिल जाती थी। ऐसे बहुत सारे अनुभवों से रितेश ने सोचा कि ऐसा तो हर किसी का अनुभव हो सकता है तो क्यों ना इस समस्या को ही खत्म किया जाए। इन अनुभवों से प्रेरित होकर उन्होंने तय किया कि उन्हें Online Room Booking कम्युनिटी शुरु करनी चाहिए जिससे कि कस्टमर्स को अच्छी सुविधा के साथ रहने को जगह आसानी से मिल जाए।
ritesh agarwal का पहला स्टार्टअप -
18 साल की उम्र में Ritesh Agarwal ने Oravel Stays Pvt. Ltd. का बिजनेस शुरु किया और Oravel एक ऐसा स्टार्टअप प्लेटफॉर्म था जो हर जगह मौजूद होटलों की लिस्ट बनाकर उनके बजट में उनके लिए कमरे उपलब्ध कराता था। कंपनी शुरु होने के कुछ समय बाद ही उन्हें नये स्टार्टअप में निवेश करने वाली कंपनी Venture Nurser से 30 लाख रुपये का फंड भी मिल गया। इसके बाद उन्होंने बिजनेस आइडिया को Paypal कंपनी के फाउंडर पीटर थैल के थैल फाउंडेशन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल प्रतियोगिता में बताने का मौका मिला। यहां पर उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया और उन्हें 65 लाख रुपये की धनराशि मिली। बहुत ही कम समय में रितेश अग्रवाल के स्टार्टअप को सफलताएं मिलने लगी लेकिन धीरे-धीरे उनका बिजनेस मॉडल प्रॉपर प्रॉफिट देने में असफल हो गया। उनका Oravel Stays घाटे में जाने लगा और इसकी स्थिति को रितेश ने जितनी सुधारने की कोशिश की वो बिगड़ती ही गई। आखिर में ओरवल्स स्टेज को अस्थाई रूप से बंद करना पड़ा।
oyo hotels की शुरुआत -
रितेश अपने Startup के फेल होने पर थोड़ा दुखी हुए लेकिन निराश नहीं हुए और एक साल बाद इन्होंने फिर से साल 2013 में शुरु किया। इस बार Oravel Stays का नया नाम OYO ROOMS रखा गया, जिसका मतलब 'आपके अपने कमरे' था। इसका उद्देश्य अब सिर्फ ट्रैवल्स के दौरान (oyo room booking) कमरे मुहैया कराना नहीं बल्कि होटल के कमरों में जरूरत की सभी चीजें, खाना और भी दूसरी चीजों का अच्छे से ख्याल रखना था। इस बार रितेश ने अपनी पुरानी गलतियों को नहीं दोहराया इसलिए उन्होंने एक बिजनेस firm 70MM नाम के सीईओ भावना अग्रवाल से मिलकर बिजनेस की बारिकियों को बेहतरीन ढंग से जाना।
इससे उन्हें अपने कंपनी में सही फैसले लेने में मदद मिली और इस बार रितेश की मेहनत रंग लाई और ये बिल्कुल वैसा ही चला जैसा वे चाहते थे। कम दामों में बेहतरीन सुविधा के साथ ट्रैवलर को ये जगह बहुत पसंद आने लगी इसके बाद साल 2014 में दो बड़ी कंपनी ओयो रूम्स में निवेश किया। इसमें लाइट स्पीड वेंचर पाटनर और DSG कंजूमर पाटनर ने उसमे चार करोड़ रुपए का निवेश किया और फिर साल 2016 में जापान की बहुराष्ट्रीय कंपनी सॉफ्टबैंक ने भी करीब 7 अरब रुपए का निवेश किया। 2 जुलाई 2016 को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मैगजीन GQ ने रितेश अग्रवाल को 50 मोस्ट Influential young Indian innovator की लिस्ट में शामिल किया और इस लिस्ट में युवा इनोवेटिव को शामिल ही किया जाता है। इस कैटेगरी में उन्हें मौका मिलता है जो अपनी नई सोच और विचारों से लोगों की जिंदगी को आसान बना देते हैं।
oyo app-
रितेश ने एक OYO Rooms App बनाया है जो Android और Windows के लिए ही है। इस App के जरिए लोग अपनी पसंद और बजट के हिसाब से होटल में कमरे oyo room booking से बुक कर सकते हैं। OYO Rooms का नाम आज इंडिया का सबसे बड़ा बजट Branded Hotel Chain के नाम से मशहूर है। रितेश अग्रवाल की कड़ी मेहनत का नतीजा है कि आज वे 26 साल की उम्र में बिजनेस की ऊंचाईयों पर हैं और उनका ये सफर हर स्टार्टअप वालों के लिए प्रेरणा है। आपको बता दें कि रितेश (Ritesh Agarwal Net Worth) की साल 2019 में Net Worth 1 billion Doller है जो भारतीय मुद्रा के हिसाब से 7500 करोड़ रुपये है। IIFL Wealth के अनुसार, रितेश अग्रवाल हुरुन इंडिया की लिस्ट में शामिल हैं।
क्या है -oyo hotel rooms/oyo hotel booking-
Ritesh Agarwal
साल 2013 में बनी Ritesh Agarwal की OYO Rooms कंपनी का हेडक्वाटर भारत में है और इससे दुनियाभर में 8500 से भी ज्यादा होटल्स हैं।
1. oyo App तो उपलब्ध है ही लेकिन आप oyo website- www.oyorooms.com वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं।
2. इसका कस्टमर केयर नंबर 093139 31393 जिससे आपको इस कंपनी की सभी जानकारी मिल सकती है।
3. बहुत से होटल के ये नियम हैं कि अविवाहित कपल(oyo for unmarried couples) एक रूम में नहीं रह सकते लेकिन ओयो ने इसे भी संभव किया है और इसकी बुकिंग के जरिए अविविाहित जोड़े भी साथ रह सकते हैं। बस कपल को अपना-अपना आईडी प्रूफ दिखाने के साथ ही एक हार्ड कॉपी भी जमा करनी होती है। बस बुकिंग के समय आपको रिलेशनशिप स्टेटस पर सिलेक्ट करना होता है।
4. अगर आप अपने घूमने के समय बुक किए हुए होटल के कमरे OYO Rooms के जरिए करते हैं तो आपको कम कीमत या आपके बजट में आरामदायक कमरों के साथ आपकी हर सुविधा का ख्याल रखा जाता है।
5. oyo में आपको ब्रेकफास्ट भी मुफ्त में दिया जाता है और अगर आप यहां से खाना ऑर्डर करते हैं तो बेहद हाईजेनिक खाना उपलब्ध कराया जाता है। आप रितेश अग्रवाल को Linked In पर भी फॉलो कर सकते हैं।
ये थी , oyo hotels के फाउंडर रितेश अग्रवाल के जीवन से जुडी बातें और उन्होंने oyo की शुरुआत कैसे की ,आशा करते हैं इसे पढ़कर आपको प्रेरणा मिली हो और आप रितेश से कुछ सीखकर आगे बढ़ें |
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