अंदाजे बयां।
पतीले मे पकते सेर भर चावल मे किसी एक को पकड़ कर सब को समझना।
आसमान की तरफ निहार कर, यह तय करदेना कि क्या वक्त हुआ हैं?
किसी के सामने खड़े होकर उसके चेहरे को पढ़कर बताना कि वह क्या सोच रहा हैं?
दरवाजे पर उतरे जूता, जूतियों, स्लीपर आदि को देखकर तय करना आदमी कि औकाद क्या हैं?
लड़की से दो मिनट बात कर यह फैसला लेना कि यह हमारे घर की बहू बन सकती है।
नजरे पढ़ लेना, दिल कि बात को जान लेना, चुप्पी व उदासी को समझ जाना।
किसी विवाह, बड्डे पार्टी, ते-रहवी के खाने को हलवाई द्वारा बनाना।
किसकी सरकार आएगी, किसकी सरकार जाएगी यह खुद से तय कर लेना।
किसी ज्ञानी का हाथो की व माथे की लकीरों को पढ़ कर भविष्य बता देना।
आने वाले समय की भविष्यवाणी करना कि अगले युग मे क्या होगा?
किसी भी इम्तिहान मे पास होने के लिए आकड़ा लगाना कितने सवाल सही हैं?
आसमान मे उड़ते बादलो को देखकर यह कह देना कि आज बारिश होगी।
अनगिनत पशु-पंक्षियों के इसारों या उनके क्रियाकलाप से कह देना कि अब यह होगा।
किसी भी चीज को अपने हाथो से उठा कर यह कह देना की इसका वजन इतना हैं।
समूचे देश की जनसंख्या का आकड़ा पेश कर देना,
यह कोरोना वायरस कैसे अंदाजे बया से फिसल गया?