हिन्द की शान हैं।
हिन्दी हिंदुस्तान की पहचाना हैं, वह हिन्द की रहनुमा हैं।
हिन्दी जुबान कही भी बोली जाय, वह हिन्द की शान हैं।
कहने को लोग कहते हैं, हिन्द मे अनगिनत भाषाए हैं।
उत्तर व मध्य भारत की, हिन्दी को बदनाम करते हैं।
संगीत की धुन इंही, तलहटी व पहाड़ियो मे गूँजती हैं।
बहती जमुना, बदनाम चंबल की घाटियो को जानती हैं।