देश में चल रहे राजनीतिक विवादों के बीच अब ऐसे इंसान ने बोला है जिन्हें बोलते शायद ही आपने सुना होगा। हम यहां बात पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की करने जा रहे हैं जिन्होंंने कांग्रेस को लेकर एक खुलासा किया है और इसमें उन्होंने साल 1984 में हुए सिख दंगे का जिक्र भी किया है। आमतौर पर मममोहन सिंह को ज्यादा बोलना पसंद नहीं है लेकिन समय-समय पर वे अपने बयान देने से पीछे नहीं हटे। इन दिनों उनका एक और बयान आया है जिसे जानने के बाद राजनीति गलियारों में सुगबुगाहट होने लगी है। अब वो क्या बयान है इसके बारे में आपको जानना चाहिए क्योंकि ये हर किसी के लिए जरूरी है।
मनमोहन सिंह ने दिया बड़ा बयान
साल 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर कांग्रेस पर लगातार आरोप लगाए गए हैं। अब इसी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। मनमोहन सिंह ने बताया कि अगर उस समय गृह मंत्री नरसिम्हा राव ने इंद्र कुमार गुजराल की सलाल मान ली होती तो इतना बड़ा दंगा नहीं होता। इंद्र कुमार गुजराल की 100वीं जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'गुजराल ने नरसिम्हा राव को जल्द से जल्द सेना बुलाने की सलाह दी थी। इंद्र कुमार गुजराल उस सयम किसी पद पर कार्यरत नहीं थे, लेकिन उन्होंने एक वरिष्ठ राजनेता को होने के नाते नरसिम्हा को ये सलाह दी थी।' आपको बता दें कि ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद 31 अक्टूबर, 1984 को तत्कालीन इंदिरा गांधी की उनके बॉडीगार्ड्स ने हत्या कर दी। इंदिरा गांधी के दोनों बॉडिगार्ड्स सिख थे। इसके बाद दिल्ली सहित कई हिस्सों में सिख विरोधी दंगे भड़क उठे थे। दिल्ली में सबसे भयानक दंगे तब हुए थे और इसमें करीब 30 हजार लोग मारे गए थे।
साल 1984 में हुए दंगों के केस में साल 2018 में दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रमुख आरोपी और पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। मगर सच ये है कि उस दौरान देश में काफी दंगे हुए और जब अचानक तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हो गई तो कांग्रेस की सहमति से उनके बड़े बेटे राजीव गांधी को प्रधानमंत्री बनाया गया और करीब 9 सालों के बाद उनकी भी हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस की तरफ से दो बार पीएम के पद पर बैठने के बाद आज मनमोहन सिंह ने इसपर बयान दे दिया है।