हैदराबाद के गैंगरेप से पूरा देश हिल गया है और हर कोई आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहा है। हर किसी की अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है और सभी का एक ही नारा है कि आरोपियों को सख्त सजा दी जाए वो भी बहुत जल्दी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने भी आदेश दिया है कि इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सॉल्व करना चाहिए। मगर इसी बीच एक फिल्ममेकर का ऐसा बयान सामने आया है जिसे सुनकर आप इन्हें मानसिक बीमार कहेंगे।
रेप पीड़िता को ऐसी नसीहत देता फिल्ममेकर
27 नंवबर को हैदराबाद में हुई रेप जैसी घिनौनी वारदात हुई और हत्या भी कर दी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। कुछ लोगों ने फौरन लड़कियों को नसीहतें देनी शुरु की और अब इसमें एक नाम डेनियल श्रवण का जुड़ गया है। कहने को ये फिल्ममेकर हैं लेकिन इनके काम के बारे में कुछ खास चीजें गूगल ने भी सर्च नहीं की। सोशल मीडिया पर ये खुद को फिल्मेमकर कहते हैं और इन्होंने पोस्ट में क्या कहा है इसके बारे में जरूर पढ़िए। इन्होंने लिखा, 'सरकार को 'रेप विदआउट वायलेंस' (रेप के बाद ना हिंसा हो ना मर्डर हो) को लीगलाइज़ करना चाहिए। 18 साल से ज़्यादा उम्र की लड़कियों को रेप के बारे में जागरूक करना चाहिए और लड़कियों को मर्दों की सेक्शुअल डिजायर को रोकना नहीं चाहिए। तभी रेप के बाद मर्डर नहीं होंगे और ऐसा सोचना बेवकूफ़ी है कि वीरप्पन को मारने के बाद स्मग्लिंग रुक जाएगी या लादेन को मारने के बाद आतंकवाद रुक जाएगा।
ठीक इसी तरह निर्भया एक्ट रेप के बाद हिंसा को कंट्रोल नहीं किया जा सकता। लड़कियों को 18 साल की उम्र के बाद सेक्स एजुकेशन देनी चाहिए और उन्हें अपने साथ कंडोम भी रखना चाहिए। अगर पुरुषों की सेक्शुअल डिजायर पूरी हो जाएगी तो वो औरतों को मारेंगे नहीं। सरकार को कोई ऐसी स्कीम पास करनी चाहिए इसी से रेप और मर्डर पर कंट्रोल होगा। समाज, महिला आयोग, और सरकार रेपिस्ट को निर्भया एक्ट, पेपर स्प्रे से डरा देती हैं और पुरुषों के सेक्शुअल डिजायर पूरे नहीं हो पाते हैं। इसलिए वो मारने पर उतर आते हैं और उन्हें ऐसे ख़याल आ जाते हैं।' इसके बाद सोशल मीडिया पर इन्हें लेकर एक मुहीम छिड़ गई है और ऐसे लोगों को इलाज कराने की खास जरूरत है ऐसा सोशल मीडिया पर यूजर्स कह रहे हैं। इनका जवाब बहुत लड़कियों और पुरुषों ने भी दिया है।