धोखा
चढ़ा गैस चूल्हे में पतीला,
तेल मसाला जला डाला।
पड़ोसन दौड़ कार आई।
पूछा जानू क्या बना डाला?
सवा किलो मुर्गा बना डाला।
वह झिझकी बोली मार डाला।
दो चार पीस हमको भी देना।
टहल मारकर वापस चली गई।
कटोरी उनके घर पहुंच गई।
वापस आकर बोली क्या बनाया?
कटहल की सब्ज़ी भी क्या गजब थी?
उफ़ क्या स्वाद था, जीभ में पानी लिए।
जानू मज़ाक किया था, मुर्गा खाती नहीं।
खाली कटोरी वापस कर,अलविदा कह गई।