शब्द।
आ गये जो शब्द ज़ुबान में,
मन के धागे से पिरोया जायेगा।
गये वह अगर सोशल मीडियां में,
कही न कही उन्हें पढ़ा जायेगा।
धूम मचाएंगे बसकर ज़हन में,
किसी वक्त जुबा से निकाला जायेगा।
होगी उनकी चर्चा खूब जहान में,
जिस मंच से उसे पढ़ा जायेगा।
होगा मधुर शोर शब्दों का कानों में,
दिल जिगर मन में प्रज्वलित होंगे।
आ गये जो शब्द ज़ुबान में,
मन के धागे से पिरोया जायेगा।
बनकर उभरेंगे लोगों की जुबा में,
कविता,गीत,शायरी में सुनाया जायेगा।
होंगी तालियों की गूंज,सोशल मीडियां में,
जब एआई सोशल मीडिया में सुनायेगा।
आ गये जो शब्द ज़ुबान में,
मन के धागे से पिरोया जायेगा।