रविवार को नागरिक संशोधन बिल पास होने के बाद संसद भवन में तो बहुत से लोग खुश हुए लेकिन देश के कुछ छात्रों को ये बात अच्छी नहीं लगी। उनके मुताबिक, ये बिल पास करने का मतलब देश के टुकड़े करना है। हम सभी अपने देश में रहते हैं लेकिन कोई दूसरा यहां आकर कैसे रह सकता है वो भी यहां की नागरिकता के साथ। जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के प्रदर्शन के उग्र होने के मामले में अब राजनीति गरमा रही है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान सामने आया है। ओवैसी अपने विवादिति बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं लेकिन इस बार उन्होंने जामिया के बारे में इनका क्या कहना है इसे आपको जरूर जानना चाहिए।
जामिया पर सामने आया ओवैसी का विवादित बयान
जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स के प्रदर्शन में हुई हिंसा मामला बढ़ता ही जा रहा है। जामिया मिलिया के प्रदर्शन के कारण इस समय 13 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जिस तरह से जामिया के विद्यार्थी प्रदर्शन कर रहे हैं उससे राजनीति पर एक सवनाल खड़ा हो गया है। दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही पर सवाल खड़े किए जाने लगे हैं, दरअसल जामिया नगर इलाके में प्रदर्शन हिंसक के कारण गाड़ियां जलाई गई और पुलिस के पहुंचने पर पथराव भी हुआ। लोगों का ये आरोप था कि बसों में आग लगाए जाने के समय यात्री भी उसमें मौजूद रहे। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून को लोकसभा व राज्यसभा की मंजूरी मिली। मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया गया और इसके विरोध में पूर्वोत्तर के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़की, अब दिल्ली इस वजह से हिंसा भड़क रही है। हिंसक प्रदर्शन में दिल्ली पुलिस के करीब 6 जवान घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में प्रवेश करके विद्यार्थियों को बाहर निकालर कैंपस खाली कराया है। इस मसले पर राजनीति पक्ष के नेता अपनी-अपनी रोटियां सेंकने में लगे हुए हैं।
इस मसले में असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के छात्रों का पक्ष लिया। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा, 'हम विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ हैं।' इस मामले की पूरी तरह से जांच हो और मिलिया के विद्यार्थी दिल्ली पुलिस के हेडक्वार्टर पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, कांग्रेस में भी इस मामले में कांग्रेस ने भी हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी चुनाव प्रचार मे बिजी हैं, जामिया के लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। गृहमंत्री अमित शाह पूर्वोत्तर नहीं जा रहे हैं। कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने कहा कि देश की राजधानी के एक विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को भी कैद कर लिया गया।