नित नंदन, घिस चंदन, माथे तिलक लगाओं।
हो घर आंगन बड़ा, ता पें, तुलसी वृक्ष लगाओ।
मन मंदिर जे बसे, ह्रदय ताकि अलख जलाओं।
कर मात पिता सेवा जग में, उनका नाम बढ़ाओ।
कर स्नान हर की पौड़ी में, दर्शन मनसा के पाओ।
जन जन से प्रेम करो, मन ह्रदय रोग मिटाओ।
कर करनी जग में भली,मौत से मोक्ष स्वर्ग में पाओ।